टिकट वितरण में पार्टी को आ रहा है पसीना, महिला प्रत्याशी के साथ हुई तू तू मैं मैं
अनूपपुर
आज नगरपालिका चुनाव अनूपपुर का नामांकन भरने का आखिरी दिन था तो आखिरी दिन 40 लोगो ने नामांकन भरकर अपने अपने इरादे जता दिये। नामांकन भरने वालो पर आज पूरी तरह विराम लग गया। बस अब दो प्रक्रिया के दौर से प्रत्याशी को गुजरना है नाम निर्देशन-पत्रों की संवीक्षा और फार्म वापस लेने के बाद पूरी तरह स्थित साफ हो जाएगी कि कौन कौन चुनावी मैदान में युद्ध लड़ने को तैयार है। उसके बाद लोग वार्ड वार प्रचार शुरू हो जाएगा मगर लोगो के ये समझ नही आ पा रहा हैं कि भाजपा की डूमर कछार, डोला, वनगंवा एवं अमरकंटक की प्रत्याशी की सूची तो आ गयी है मगर पसान, अनूपपुर की सूची जारी नही हो पा रही है। भाजपा और कांग्रेस अपने अपने पत्ते अभी तक नहीं खोले है पहले आप पहले आप वाली कहावत अनूपपुर नगरपालिका चुनाव में दिख रही है एक दूसरे की प्रत्याशी की सूची देखकर ही अपनी सूची जारी करने की रणनीति चल रही है। कांग्रेस में तो कम बगावत दिख रही है मगर भाजपा में चारो तरफ केवल बागी ही बागी नजर आ रहे हैं जिसके कारण भाजपा अपनी सूची को फाइनल नही कर पा रहा है 18 जून को सुबह से रात तक भाजपा कार्यालय में मंत्री जी और जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में बैठकों का दौर चलता रहा लेकिन रात तक नतीजा नही निकल पाया भाजपा को सूची फाइनल करने में पसीना आ रहा हैं जहाँ पर एसी भी अपना काम नही कर पा रहा है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा कार्यालय में जब बैठकों का दौर चल रहा था तो भाजपा के सभी प्रत्याशी भाजपा कार्यालय में डटे रहे उसी बीच एक महिला प्रत्याशी के साथ पुरुष प्रत्याशी एवं टिकट फाइनल करने वाले जिले के 2 बड़े बॉस के साथ तू तू मैं मैं होने की जानकारी प्राप्त हो रही है और महिला प्रत्याशी ने अपना त्यागपत्र देने की धमकी देकर पार्टी कार्यालय छोड़कर वापस आ गयी इस घटना के बाद उसके बाद भाजपा के जिले के सबसे बड़े बॉस काफी नाराज होते हुए कुछ लोगो को फटकार लगाते हुए पार्टी कार्यालय से निकल गए अब आगे यह देखना है की क्या क्या होता हैं कितने लोगों के साथ इस तरह की घटना घटित होती हैं। अभी ये हाल है तो चुनाव होते होते पता नही क्या क्या हो जाये। वैसे भाजपा के लिए सबसे ज्यादा वार्डो के टिकट वितरण में पसीना आ रहा हैं वो है वार्ड़ नं. 9, 11, 12, 13 और 14 सबसे ज्यादा घमासान की स्थिति हो रही है। वही कांग्रेस को कुछ वार्ड़ नं. 7 व 9 छोड़कर घमासान की स्थिति न के बराबर है। अब भाजपा पहले अपने पत्ते खोलेगी या कांग्रेस की सूची का इंतजार करेगी मगर इस बार का चुनावी मैदान भाजपा के लिए आसान दिखाई नही दे रही है।