महिला बाल विकास की लापरवाही से लाड़ली लक्ष्मी योजना कार्यक्रम में भारी अव्यवस्था

महिला बाल विकास की लापरवाही से लाड़ली लक्ष्मी योजना कार्यक्रम में भारी अव्यवस्था

*पत्रकारों की हुई उपेक्षा, मंच पर नेताओ का कब्जा, नही मिला नाश्ता, कुर्सियों में जमी रही धूल


अनूपपुर 

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 की शुरू प्रदेश के हर जिलों में रविवार को किया जाना था जिसकी रूपरेखा पहले से तय हो गयी थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में राज्य स्तरीय लाडली लक्ष्मी उत्सव 8 मई को शाम 6:30 से लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान कार्यक्रम के माध्यम से लाडली लक्ष्मी योजना की हितग्राही बालिकाओं से एंड्रायड एप लाडली ई संवाद का शुभारंभ कर लाडली बालिकाओं से संवाद स्थापित करेंगे। इसी कार्यक्रम के तहत अनूपपुर जिला मुख्यालय में रैली निकालकर शाम 6 बजे इस कार्यक्रम की शुरुआत अनीता मण्डपम में की गई, इस कार्यक्रम का आयोजन जिला महिला बाल विकास विभाग द्वारा किया गया। जिला महिला बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी विनोद परस्ते की लापरवाही के कारण सरकार की इतनी बडे कार्यक्रम लाड़ली लक्ष्मी योजना में अफरा तफरी का माहौल देखा गया व्यवस्था में भारी कमी देखी गयी।

*पत्रकारों की हो रही है लगातार उपेक्षा*

इस कार्यक्रम के लिए जिला महिला बाल विकास के द्वारा बकायदा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु प्रचार प्रसार किया गया आमंत्रण के लिए कार्ड छपवाया गया था शहर के काफी लोगों को कार्यक्रम में बुलाने के लिए कार्ड दिया गया था मगर देश के चौथे स्तम्भ को आमंत्रण कार्ड नही दिया गया केवल जनसंपर्क ग्रुप में एक मैसेज डालकर आमंत्रण दे दिया गया क्या पत्रकारों के लिए कार्ड नही छपवाए गए थे या जिला महिला बाल विकास अधिकारी विनोद परस्ते के द्वारा पत्रकारो की जानकर  उपेक्षा की गई यह पहला मौका नही है जब पत्रकारों के साथ ऐसा हुआ हो कृषि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों को बुलाया नही गया और जो पत्रकार वहाँ पहुँचे थे उनको कुर्सी से उठा दिया गया था। जमुडी में जल अभिशेख कार्यक्रम बम भी पत्रकारों को नही बुलाया गया था। कब तक इस तरह पत्रकारों की उपेक्षा होती रहेगी प्रशासन को बताना जरूर पड़ेगा। अगर कार्ड नही छपवाए गए होते शहर में कार्ड न बांटे गए होते तो पत्रकार मैसेज से ही आमंत्रण मानकर कार्यक्रम में जरूर पहुँचते इसके पहले भी बहुत से कार्यक्रम में पत्रकार मैसेज से कार्यक्रम में पहुँचते रहे हैं। इसके अलावा आज सुबह रेडक्रॉस के कार्यक्रम में भी पत्रकारों को न बुलाकर उपेक्षा की गई।

*कार्यक्रम में दिखी अव्यवस्था*

जिला महिला बाल विकास द्वारा आयोजित लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 की शुरुआत 6 बजे होनी थी कार्यक्रम तो तय समय पर शुरू हो गया मगर कार्यक्रम में काफी अव्यवस्था देखने को मिली कार्यक्रम में पत्रकारों की उपेक्षा के कारण पत्रकारों ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया गया था मगर कुछ पत्रकार कार्यक्रम शुरू होते ही पहुँच गए मगर पत्रकारों के लिए बैठने की कोई व्यवस्था नही की गई थी जो कुछ पत्रकार कार्यक्रम में पहुँचे लगभग 30 मिनट तक खड़े रहे उसके बाद कुर्सियां बुलाकर पत्रकारों को बैठाया गया कार्यक्रम में महिलाओ बच्चो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए कुल 300  से 400 कुर्सी बैठने के लिए लगाई गई थी जबकि कार्यक्रम में लगभग 600 लोग आ गए तो कुर्सियों में बैठने के अफरा तफरी का माहौल देखा गया कुछ देर बाद और कुर्सी लगाई गई वो भी कम पड़ गयी कुर्सियों में धूल एक मोटी परत जमा होने के कारण लोगो कुर्सियों में बैठने को तैयार नही दिखे। बच्चे कुर्सियों को पोछ पोछकर बैठते हुए देखे गए इतना बड़ा आयोजन था मगर महिला बाल विकास विनोद परस्ते की लापरवाही के कारण लोगो को काफी परेशानी उठानी पड़ी समय से पहले सारी व्यवस्था क्यू नही की गई थी या टेंट संचालक से निशुल्क कार्य करवाया गया जिसके कारण व्यवस्था सही रूप से नही हो पाई।

*लोगो को नही मिला नाश्ता*

कार्यक्रम शुरुआत होने के कुछ देर बाद वहां पर आए हुए महिलाओ और बच्चो को नाश्ता बटवाने का सिलसिला शुरू हुआ मगर वहाँ की स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि वहाँ आये हुए 30% लोगो को नाश्ता नही मिला जिसका उदाहरण कार्यक्रम स्थल के पीछे जहाँ से नाश्ता भेजा जा रहा था वहाँ महिलाओ की काफी भीड़ देखी गयी जो नाश्ता देने वाले लोगो से काफी देर तक बहस चली और महिलाएं बोल रही थी बहुत सारे लोगो को नाश्ता नसीब नही हुआ पानी के लिए भी लोगो के बीच अफरा तफरी का माहौल देखा गया क्या महिला विकास विभाग नाश्ता का आर्डर कम दिया था या तय लोगो से ज्यादा भीड़ हो गयी, मगर जो भी है यह महिला बाल विकास विभाग की लापरवाही ही कही जाएगी।

*शासकीय मंचों पर रहता हैं नेताओ का कब्जा* 

प्रशासन के द्वारा जितने भी शासकीय कार्यक्रम कराये जाते हैं उन कार्यक्रमों मे देखा गया हैं कि कुछ राजनैतिक दलों का हमेशा शासकीय मंचों पर कब्जा रहता हैं जबकि सरकारी मंचों पर मंत्रियों, जनप्रतिनिधियो एवं अधिकारियों की मंचों पर उपास्थित होनी चाहिए मगर प्रशासन नेताओ के रसूख के आगे नतमस्तक रहती हैं मंचों पर नेताओ का जमावड़ा देखकर यह लगता हैं कि यह कोई शासकीय कार्यक्रम नही है बल्कि पार्टी का राजनैतिक कार्यक्रम दिखता है नेताओ से कब तक प्रशासन झंडा दिखवाने का काम करती रहेगी आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा जिला प्रशासन ही बता सकता है| 

*प्रकाशन में अहम भूमिका*

सरकार द्वारा जितने भी आम जनता के लिए जनहित की योजनाएं चलाती है उसका प्रचार प्रसार का सबसे सस्ता और सुलभ साधन अखबार है जिसे पत्रकार के द्वारा शासकीय योजनाओं का प्रकाशन करके आम लोगो के पास तक पहुचाती है सरकार और आम जनता की बीच की महत्वपूर्ण कड़ी पत्रकार को मानी जाती हैं मगर जिला प्रशासन के द्वारा पत्रकारों के साथ ऐसा कृत्य किया जा रहा हैं जिसे पत्रकार बर्दास्त नही करेगे।

*निकल जायेगा भारी भरकम बिल*

पूरे कार्यक्रम में भारी अव्यवस्था देखी गयी मगर कार्यक्रम समाप्त हो गया लोगों को कितनी परेशानी हुई अव्यवस्था से घिरा कार्यक्रम हुआ मगर उस मामले पर आगे कही चर्चा नही होगी कार्यक्रम का सफल आयोजन का तमगा मिल जाएगा और कुछ दिन के बाद जब सभी भूल जाएंगे और इस कार्यक्रम के आयोजन में हुए खर्चे से ज्यादा का बिल कुछ दिन बाद टेंट, नाश्ता, पानी, साउंड और अन्य खर्च के नाम हजारों रुपये का भारी भरकम बिल पास हो जाएगा।

*ग्राम पंचायत में भी दिखी अव्यवस्था*

अनूपपुर जिले के ग्राम बेलियाबड़ी में लाड़ली लक्ष्मी योजना का कार्यक्रम किया गया था जो आंगनबाड़ी के द्वारा इस कार्यक्रम को किया गया इस कार्यक्रम मे लाडली लक्ष्मी हितग्राहियों को बुलाना था जो कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा आधे लोगों को जानकारी दी गई और आधे को नहीं दी गई इस मामले की जानकारी जिला महिला बाल विकास के अधिकारी विनोद परस्ते को दी गई तो उन्होंने कहा मैं अभी कार्यक्रम में हूं जांच करवाकर कार्यवाही करूंगा।

*इनका कहना हैं*

कल ही कार्ड 50 छपवाए गए थे समय का अभाव था इस कारण से पत्रकारों को कार्ड नही भिजवाया गया मेरे द्वारा जनसंपर्क ग्रुप में पत्रकारों को आमंत्रण दिया था उसके बाद भी पत्रकार कार्यक्रम में नही पहुँचे। रही बात अव्यवस्था की तो कार्यक्रम में इस तरह की कमियां रह ही जाती हैं।

*विनोद परस्ते जिला महिला विकास अधिकारी अनूपपुर*

प्रशासन के द्वारा जितने भी शासकीय कार्यक्रम कराये जाते हैं सभी कार्यक्रमो मे पत्रकारों को सम्मान जनक आमंत्रण देकर बुलाया जाना चाहिए|

*मनोज द्विवेदी पत्रकार अनूपपुर*

पत्रकारों को आमंत्रण नही दिया गया इसलिए कार्यक्रम का पत्रकारों ने बहिष्कार किया था जब तक पत्रकारों को सम्मान से नही बुलाया जाएगा तब तक पत्रकार शासकीय कार्यक्रम में उपस्थित नही होंगे।

*चेतन्य मिश्रा पत्रकार*

जिले मे प्रशासन नाम की कोई चीज नही बची प्रशासन पूरी तरह निरकुंश हो चुका हैं प्रशासन द्वारा मीडिया की लगातार अनदेखी कर रही है|

*अजीत मिश्रा पत्रकार अनूपपुर*

लगातार प्रशासन मीडिया को कार्यक्रम मे न बुलाकर अनदेखी कर रहा है क्यू कि कार्यक्रम मे होने वाली कमियाँ को छुपा सके|

*राजेश शुक्ला पत्रकार अनूपपुर*

शहर मे मंडल कमंडल नेताओ को कार्ड देना और पत्रकारों को कार्ड न देना पत्रकारों का अपमान है

*अजय मिश्रा पत्रकार*

पत्रकारों को कार्यक्रमो मे सम्मान से न बुलाना पत्रकारों का अपमान है मीडिया इस तरह का बर्ताव बर्दास्त करने लायक नही है|

*अमित शुक्ला पत्रकार अनूपपुर*

प्रशासन की कार्यशैली समझ से परे है प्रशासन पत्रकारों के साथ ऐसा बर्ताव क्यू कर रही है प्रशासन ही बता सकता है|

*विनोद पांडेय पत्रकार कोतमा*




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