प्रशासन को बुलडोज़र लगा कर आखिर तोड़ने ही पड़ गई भ्रष्टाचार की नाली
इंट्रो :- प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा माइक के माध्यम से भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की बात कही जाती है उसी तर्ज पर भ्रष्टाचार को खत्म करने बिजुरी नगर पालिका सीएमओ द्वारा गुणवत्ता विहीन नाली निर्माण कार्य वार्ड नंबर 8 में जो किया गया था उसको बुलडोजर के माध्यम से डिस्मेंटल किया गया जिसमें मुख्य नगरपालिका अधिकारी के इस कार्य से नगर में खुशी का माहौल व्याप्त है।
अनूपपुर/बिजुरी
नगर पालिका बिजुरी अंतर्गत वार्ड क्रमांक 8 मे बीते 17 महीने पहले मुख्य सड़क के किनारे नाली निर्माण का कार्य समर्थ कंस्ट्रक्शन सीधी द्वारा किया जा रहा था जिसमें नगर के वरिष्ठ नेता लवकुश शुक्ला द्वारा शिकायत व्हाट्सएप व फोटो के माध्यम से संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन शहडोल को की गई थी जिसमें इंजीनियर राकेश तिवारी द्वारा जांच कर भारी अनियमितता पाया गया और जेसीबी के माध्यम से नाली को तोड़ कर पुनः बनाने की बात कही गई लेकिन 17 महीने बीतने के बाद नाली को डिस्मेंटल कर दिया गया है।
*एक- दूसरे पर लगा रहे हैं अनर्गल आरोप*
नगर पालिका बिजुरी में जब से मुख्य नगरपालिका अधिकारी के पद पर सुश्री मीना कोरी की पदस्थापना हुई है तब से लगातार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जा रहा है उसी कड़ी पर वार्ड नंबर 8 में नवनिर्मित नाली निर्माण कार्य जो की गुणवत्ता विहीन कार्य कराया गया था उसको आज डिस्मेंटल कर दिया गया है नापा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष व कुछ पार्षदों द्वारा मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुश्री मीना कोरी पर फर्जी भुगतान कराने दबाव बनाने फर्जी शिकायत की जा रही है जिसमें मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर कलेक्टर के पास फर्जी भुगतान कराने हेतु दबाव बनाने हेतु शिकायत प्रमुख दस्तावेज के आधार पर की गई अब बात यह खड़ी होती है कि सीएमओ द्वारा की गई शिकायत की जांच की जाएगी या राजनीतिक दबाव व संरक्षण में शिकायतों को रद्दी की टोकरी में दबा दी जाएगी।
*नगर मे चर्चा का विषय*
नगर पालिका परिषद बिजुरी में इन दिनो आपसी कलह की वजह आपसी मतबभेद बनी हुई है। जन चर्चा है कि बिजुरी नगर पालिका के कुछ पार्षद और अध्यक्ष, उपाध्यक्ष ने सीएमओ के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा खोल दिया है। वही कमिश्नर से शिकायत कर जेम्स पोर्टल में हुए लेनदेन की जांच की मांग की है। वही नगर में चर्चा का विषय शिकायत के बाद घंटों चली परिषद में मीटिंग बनी हुई है लोगों का कहना है कि वर्षों से चले आ रहे भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधने वाले पार्षद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष अंतिम समय पर कमीशन को लेकर सीएमओ के ऊपर हावी हो रहे हैं। इस तथ्य में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है लेकिन नगर परिषद के आपसी लड़ाई में कर्मचारी और जनता पिस रही है। नगर भर के विकास के मुद्दे नमक के ढर्रे की तरह पिघल कर रह गए हैं वही नगर पालिका अंतर्गत पानी जैसी भीषण समस्या को लेकर ना तो पार्षदों का ध्यान जा रहा है और ना ही शिकायत करने वाले ग्रुप उक्त समस्या को लेकर किसी प्रकार की आवाज उठाते दिख रहे हैं। जोकि नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
*यह है पूरा मामला*
800 मीटर लंबी नाली का निर्माण 18 लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा था। शिकायतकर्ता द्वारा संयुक्त संचालक को तस्वीरें और वीडियो भी भेजी गई थी। जिसमें स्पष्ट दिख रहा था कि नाली निर्माण में छड़का उपयोग निर्धारित मात्रा में नहीं किया जा रहा है। साथ ही जिस सामग्री से निर्माण कार्य कराया जा रहा था वह भी गुणवत्ताविहीन थी। जिसके बाद संयुक्त संचालक द्वारा सहायक यंत्री से मामले की जांच कराई गई और शिकायत को सत्य पाया गया। नाली तोड़ने की बाकायदा पंचनामा और वीडियोग्राफी तक कराए जाने के निर्देश दिए गए थे।
*गुणवत्ता विहीन नाली टूटी*
जब से नगरपालिका अधिकारी सुश्री मीना कोरी द्वारा नगरपालिका बिजुरी मे पदस्थापना हुई है तब से भ्रष्टाचार पर लगातार लगाम लगाया जा रहा है उसी कड़ी पर लगातार शिकायतों के बाद नगरीय प्रशासन विभाग शहडोल के आदेश अनुसार नाली को तोड़कर पुनः निर्माण के लिए ठेकेदार को नोटिस काटा गया जानकारी के अनुसार बीते महीने नाली टूटने के आदेश के बाद भी नाली का डिस्मेंटल कार्य पूरा नहीं हुआ क्योंकि समर्थ कंस्ट्रक्शन द्वारा किए गए नाली निर्माण कार्य जो कि पूर्णता गलत एवं गुणवत्ता विहीन कार्य किया गया था राजनीतिक दबाव एवं उपाध्यक्ष के रिश्तेदार बोले जाने वाले समर्थ कंस्ट्रक्शन के आगे नतमस्तक रहा नगरीय प्रशासन विभाग अंततः नाली निर्माण कार्य को बुलडोजर के माध्यम से तोड़ दिया गया।