सीसी रोड में गुणवत्ता विहीन कार्य मुरूम की जगह मिट्टी का हो रहा हैं उपयोग
*ग्राम पंचायत सोन मौहरी जनपद पंचायत जैतहरी जिला अनूपपुर के अंतर्गत आने वाला ग्राम सोन मौहरी सीसी कार के निर्माण*
अनूपपुर/जैतहरी
माननीय मंत्री जी श्री बिसाहू लाल जी के प्रयासों से ग्राम पंचायत मौहरी को खनिज मद से प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना से राशि 15 लाख रुपए की स्वीकृति पीसीसी आंतरिक मार्ग निर्माण भैया लाल राठौर के घर से देवशरण राठौर के घर तरफ प्राक्कलन अनुसार 450 मीटर का कार्य कराया जाना है लेकिन कार्य की शुरुआत में ही ग्राम पंचायत मौहरी के सचिव कमलेश राठौर एवं सावन्यक अधिकारी अमृतलाल पैकरा के मिलीभगत से आचार संहिता लगते ही सारे नियमों को धता बताते हुए ग्रामीणों की शिकायत को दरकिनार करते हुए गुणवत्ता विहीन कार्य कराया जा रहा है रोड़ में मुरूम की जगह लाल मिट्टी डालकर धांधली की जा रही है और गुणवत्ता विहीन कार्य किया जा रहा है ग्रामीणों के विरोध करने पर उन्हें धमकी दिया जाता है ग्राम पंचायत सचिव कमलेश राठौर एवं समन्वयक अधिकारी अमृतलाल पैकरा के द्वारा ग्रामीणों को कहा जाता है तुम्हें जहां तक मेरी शिकायत करना है कर सकते हो हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता है नाही मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है तुम्हे जो करना है करो हमारी सेटिंग सारे अधिकारियो से है अब आचार संहिता लागू हो चुकी है अब हमारे जलवे चालू हो गए हैं ना तुम्हारी कोई सुनने वाला है ना कोई देखने वाला है उपयंत्री को दूरभाष से संपर्क करने के बाद पूरी जानकारी दी गई लेकिन उनके द्वारा भी यही कहा गया कि जो काम चल रहा है अच्छे से चल रहा है इनके द्वारा पीसीसी रोड निर्माण कार्य में कम मटेरियल डालकर एवं मुरूम की जगह लाल मिट्टी डालकर भ्रष्टाचार व धांधली की जा रही है
नीचे का बेस और यह पीसीओ अमृतलाल पैकरा करवा रहे हैं की रोड ऐसा बनता है और इनका खास आदमी है भैया लाल राठौर जो कई सालों से इनके अंदर में ठेकेदारी कर रहे हैं पंचायत के आदमियों से पीसीओ अमृतलाल को कुछ लेना देना नहीं है बस कमीशन लो और पूरी काम ठेकेदार भैयालाल राठौर को सौंप दो और जितने भी काम हुए हैं चाहे सीसी रोड हो या पुलिया निर्माण हो या जल योजना हो यह समूह का पंचायत द्वारा कुछ भी काम हो तो पीसीओ पैकरा अमृतलाल का खास आदमी भैया लाल राठौर को सौंप दिया जाता है और इनका बिल पास कराने में सबसे बड़ा हाथ योगदान पीसीओ पैकरा जी का रहता है और पीसीओ पैकरा जी अपने आप को बीरबल समझ रहे हैं कि मेरा सिग्नेचर किसी में ना लगे अरे मेरा जेब गर्म हो जाए किसी को पता भी ना चले अभी तत्काल में रोड बन रहा है तो गांव का ही एक छोटा सा मैदान को जिसमें मुरूम की जगह मिट्टी भरा पड़ा है उसी का प्रयोग पीसीसी रोड में करवा रहे हैं कई ट्रैक्टर मुरूम रोड में गिर गया हैं और इनका बिल लगाकर पैसा निकाल भी लेंगे यह कितने बार किए हैं यह एक बार नहीं की एक बार की है यह और उनका खास आदमी बिना जीएसटी वाला बिल भी लगाकर ग्राम पंचायत एजेंसी से पैसा ले लिए हैं आज तक इनका कोई जांच नहीं हुआ इनके हौसले अभी भी बुलंद है इनके ही कार्यकाल में ग्राम पंचायत का बाउंड्री वाल बनवाया था जिससे अधूरा पड़ा है अब पूरा पैसा आहरित कर लिए हैं और जांच ना होने के कारण अपने आप को बीरबल की पहचान बता रहे हैं
रोजगार सहायक कमलेश सिंह राठौर सही गलत देखते नहीं है और मास्टर निकाल देते हैं और बोलते हैं मेरा तो दो-दो पद है सचिव का और रोजगार सहायक का और इनको से आवाज से अमृतलाल पैकरा और इनकी खास आदमी भैया लाल राठौर और सरपंच तीनों मिलकर देते हैं कि अपने हाथ में अपनी पावर है बाकी कोई कुछ भी बोले कुछ नहीं कर सकते हैं और आचार संहिता लगते ही काम चालू करवा दिए और मास्टर निकलवा दिए की आचार संहिता लगते हमारा काम बंद नहीं होगा चाहे हम किसी भी प्रकार का काम पैसे भी करवाएं जैसे सरपंच बोल रहे हैं 7 या 8 साल निकल गया हमारे ऊपर कुछ करवा ही यह केस नहीं हुआ तो अब क्या होगा जो होना था हो गया अपने हाथ तो पावर है अभी देखेंगे जो होगा हमारे साथ पैकरा जी हैं तो फिर क्या होगा सब कोई संभालते हैं काम लाते हैं काम ले जाते हैं बिल पास कर आते हैं
पंचायत में बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य कराया गया जिसे पूर्ण किए बिना सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक द्वारा पूरी राशि आहरित कर डकार लिया गया एवं ग्राम पंचायत में खनिज मद से पुलिया निर्माण का कार्य कराया गया था वह भी गुणवत्ता विहीन है ना तो उसमें मटेरियल प्राक्कलन अनुसार डाला गया और ना ही सरिया प्राक्कलन अनुसार लगाई गई, PCC रोड निर्माण कराया गया वह भी गुणवत्ता विहीन है बनने के कुछ दिन बाद ही उखड़ कर खराब हो गई जैसे ही जांच टीम जांच करने आने वाली थी उससे पहले उसमे सीमेंट का घोल चढ़ा कर लेप करने लगे जिसे भी मौके पर आकर देखा जा सकता है, मनरेगा योजना से खेत तालाब निर्माण कार्य कराया गया है जिसमे मजदूरों की जगह JCB मशीनों से कार्य कराया गया और तो और जिस दिनांक से JCB मशीनों से कार्य कराया जाता हैं उसी दिनांक सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक की मिली भगत से अपने चहेते मजदूरों के नाम से मास्टर रोल निकाल कर मजदूरों के नाम से राशि आहरित कर आपस बाट लिया जाता हैं जिला पंचायत सीईओ अनूपपुर के द्वारा ग्राम पंचायत मौहरी में हुए भ्रष्टाचार के जांच के आदेश दिए गए जांच हुई जांच में सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा किए भ्रष्टाचार में दोषी भी पाया गया लेकिन कार्यवाही अभी तक उन पर क्यों नही किया जा रहा हैं सरपंच सचिव के द्वारा धमकी दिया जाता हैं कि जहां आप हमारी शिकायत करनी है करो हमारा कुछ नहीं हो सकता है क्योंकि हम सब ऊपर से नीचे तक के सारे अधिकारियो को कमिशन दे कर सेट उसका भी जवाब नहीं हुआ और जो जांच करते हैं जांच में पकड़ा जाता है उनकी ट्रांसफर कर दिया जाता है यह तो डिमोशन कर दिया जाता है करवा ही तो कुछ करते नहीं हैं कब होगी सुनवाई सरपंच सचिव और रोजगार सहायक अपनी मनमानी कर रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि कब होगा शिकायत जनपद पंचायत टीम जांच के लिए आया था जिसमें मिलीभगत पीसीओ ही था इसीलिए कुछ करवा ही नहीं हुआ न तो हमें पता चला किस में क्या लिखें और क्या चल रहा है सब साथ में एक दूसरे संपर्क में रहते हैं मैं किसी पर कार्रवाई होगी न सुनवाई ग्राम पंचायत मौहरी के सरपंच सचिव को भ्रष्टाचार की सुर्खियां बटोरने में महारथ हासिल है
ग्रामीणों में भारी आक्रोश है इन भ्रष्टाचारियों के ऊपर कार्यवाही क्यों नहीं किया जा रहा हैं कार्यवाही के नाम पर अभय दान क्यों दिया जा रहा हैं किया दबंग सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक के इशारों पर नाचते है पंचायतों में इसी तरह का घटिया काम करके गरीब जनता के जनहित के कार्यो पर लीपापोती करके खूब रुपये कमा रहे हैं और आम जनता अपने आप को ठगा महसूस करते हैं अगर किसी मामले में ग्रामीण शिकायत करते भी है तो केवल अधिकारी केवल आश्वासन देकर मामले को ठंडा कर देते हैं। मगर कार्यवाही जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति होती हैं।