राजघराना स्वीट्स की बड़ी लापरवाही बांट रहा मौत का सामान, खाद्य विभाग मौन
शहड़ोल
डेयरी संचालक अपनी मनमानी और लापरवाही करके आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं और प्रशासन आंख मूंदकर बैठा है। और डेयरी के नाम पर बीमारी और मौत बांटने का काम हो रहा हैं इसी तरह एक मामला शहड़ोल जिला मुख्यालय में देखने को मिला है नगर के रेलवे फाटक के पास के परमट के सामने बने राजघराना होटल के संचालक खेमा मंगलानी एवं बबलू मंगलानी द्वारा पूरी तरह से लापरवाही से दूध की बिक्री कर रहे हैं चाहे फिर से उस दूध में छिपकली ही क्यों मरी ना हो उस दूध को वह बिक्री कर देते हैं चाहे फिर किसी की जान ही क्यों ना चली जाए इनसे सिर्फ पैसे से लेना देना रहता है। राजघराना से दूध लिया तो दूध में मरा हुआ छिपकली मिली शहडोल निवासी फरदीन खान ने बताया कि लगभग 1 वर्ष से मैं दूध यहां से ले जाता हूं जब मैं रात को दूध लेकर गया तो उस दूध में मरी हुई छिपकली मिली जिसे तुरंत ही वह पैक करके राजघराना होटल में दिखाने गए कि आप इस प्रकार से दूध बेचते हैं अगर यह दूध कोई पी लेता तो क्या होता पर उसके बावजूद भी राजघराना के संचालक का अकड़ कर बात करना मैं तो दूध ठीक ही बेचता हूं अगर छिपकली पड़ गई तो उसमें मेरी क्या गलती अगर देखा जाए तो इस पूरे विषय पर कहीं ना कहीं फूड विभाग की लापरवाही देखने को मिल रही है अगर समय समय पर जांच एवं कार्यवाही होती रहे तो ऐसा हाल शायद देखने को ना मिलता अगर समय रहते कार्यवाही नहीं हुई तो बहुत बड़ी घटना कभी भी घट सकती हैं वो तो गनीमत रहीं कि दूध बरतन में डालते ही छिपकली दिख गयी नही तो कई जिंदगी को मौत का सामना करना पड़ सकता था। जिसकी शिकायत मोबाइल के द्वारा खाद्य निरीक्षक शिकायत की गई है अब यह देखना है कि राजघराना स्वीट्स पर कार्यवाही होती है या इसी तरह छिपकली वाला घटिया दूध और सामान बेचने की खुली छूट देकर अभय दान दे दिया जाएगा। अगर कार्यवाही नही हुई तो यही माना जायेगा कि राजघराना स्वीट्स के रसूख के आगे खाद्य विभाग नतमस्तक दिख रहा है।