शासकीय कार्यक्रम अधिकारी और भाजपा नेताओं के बीच बन गया अखाड़ा का केंद्र, कौन है जिम्मेदार?

शासकीय कार्यक्रम अधिकारी और भाजपा नेताओं के बीच बन गया अखाड़ा का केंद्र, कौन है जिम्मेदार?

*राजनीति या अधिकारियों की लापरवाही बना कार्यक्रम रद्द होने का कारण? मुँह लटकाए बैरंग लौटे अधिकारी*


अनूपपुर

आज जिला अनूपपुर की नगरपालिका का प्रथम गौरव दिवस का आयोजन नही हो सका नगरपालिका अनूपपुर ने उत्कृष्ट विद्यालय के मैदान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया था और इसके आमंत्रण पत्र भी बटवाये थे यहां यह बता दे कि हाल ही में गठित अंत्योदय समिति के अध्यक्ष प्रवीण सिंह ने समर्थकों और अन्य सदस्यों के साथ पंडाल में कब्जा कर लिया  मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह अपने कर्मचारियों के साथ  दो घण्टे मनमनौवल करते रहे पर अंत्योदय समित के सदस्यों ने एक नही सुनी और प्रथम गौरव दिवस के आयोजन  को रद्द करना पड़ा  

*अधिकारी करते रहे इंतजार*

उक्त कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पधारे अनूपपुर एसडीएम कमलेश पुरी नायब तहसीलदार दीपक तिवारी के अलावा मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह  और नगर पालिका परिषद के सभी अधिकारी कर्मचारी 2 घंटे तक उक्त कार्यक्रम के शुरू होने का इंतजार करते रहे एसडीएम कमलेश पुरी नायब तहसीलदार के साथ मंच पर अकेले बैठे रहे अंतोदय समिति के अध्यक्ष और सदस्यों के द्वारा नगर परिषद के कर्मचारियों को मंच में जाने नहीं दिया गया और परिणाम यह हुआ कि एसडीएम और तहसीलदार को मुंह लटका कर बैरंग वापस लौटना पड़ा

*अंत्योदय समिति का विरोध बना तकनीक कारण*

कार्यक्रम के संचालक डॉ कौशलेंद्र सिंह ने कार्यक्रम समाप्त की घोषणा करते हुए उपस्थित जनसमुदाय हो तकनीकी कारण की वजह से उक्त कार्यक्रम को आगामी तिथि के लिए स्थगित किया जाता है की घोषणा की हम आपको बता दें कि यह तकनीकी कारण और कुछ नहीं था हाल ही में गठित अंत्योदय समिति जिसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर नगर पालिका अनूपपुर के अधिकारियों कर्मचारियों या उनके कार्यालय में आज शाम तक उपलब्ध नहीं थी उनका विरोध करना ही तकनीकी कारण बना उपस्थित अधिकारी कर्मचारी आम जनता को यह बताने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाए कि तथाकथित विरोध की वजह से या  अन्य तकनीकी कारणों की वजह से समाप्ति की घोषणा की गई  वह कौन सा  तकनीकी कारण है जिसकी  वजह से वहां उपस्थित जनसमुदाय का 2 घंटा बरबाद हुआ  नगरपालिका अनूपपुर का र धन और बल दोनों की बरबादी हुई   कार्यक्रम को निरस्त करने का उचित कारण क्या था

*स्थापना दिवस को ही मनना था गौरव दिवस ??*

 यहां आपको यह  बता दे कि  मध्य प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार समूचे मध्यप्रदेश में जिस दिन नगर पालिका की स्थापना हुई थी उस दिन गौरव दिवस मनाने का आदेश जारी किया गया था  मुख्य नगरपालिका अधिकारी अनूपपुर के अनुसार  नगर पालिका का स्थापना 28 मई  2007 को की गई थी इसी कारण आज 28 मई को उत्कृष्ट विद्यालय के प्रांगण में नगर पालिका द्वारा गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था जिसके लिए समूचे अनूपपुर में आमंत्रण कार्ड बांट कर सभी लोगों से गौरव दिवस में शामिल होने की अपील की गई थी 

*प्रभारी मंत्री के अनुमति से हो रहा था आयोजन*

नगर पालिका अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि उक्त कार्यक्रम का आयोजन हाल ही में अनूपपुर जिले में आए अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री मीना सिंह से अनुमति लेकर के आज का दिन फिक्स किया गया था जिस वजह से आज अनूपपुर नगर पालिका की स्थापना हुई थी इस वजह से 28 मई का दिन का चयन हुआ था क्योंकि अंत्योदय समिति की अधिकारिक जानकारी हमारे पास नहीं थी इस वजह से कार्ड में अंतोदय समिति के सदस्यों का नाम नहीं लिखा गया और इसी राजनीति के भेंट  यह कार्यक्रम चढ़ गया

*प्रथम गौरव दिवस बना आखाड़ा दिवस*

सत्ता की हनक में चूर   अनूपपुर के भाजपाइयों ने अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ साथ  विधायक और मध्य प्रदेश शासन के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह का नाम और अंत्योदय समिति के अध्यक्ष और सदस्यों का कार्ड में नाम न होने से सजे सजाए पंडाल में कब्जा करके एसडीएम तहसीलदार और सीएमओ को कार्यक्रम न करने के लिए मजबूर कर दिया ऐसा लग रहा था कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अनूपपुर नगर पालिका के प्रथम गौरव दिवस को अखाड़ा दिवस में परिवर्तित कर दिया है और अंत में इस अखाड़ा में जैसा कि सभी को लगता है कि राजनीतिक रूप से प्रभावित प्रशासन की हार हुई और अंत्योदय समिति की हर जायज और नाजायज मांग नगर पालिका परिषद ने मान ली

*राजनीति की भेंट चढ़ा आयोजन*

 मीडिया से वार्ता करते हुए सीएमओ ज्योति सिंह ने बताया कि यहां पर राजनीत ज्यादा हो रही है राजनीति के कारण ही गौरव दिवस के दिन सभी को वापस जाना पड़ रहा है जो कि किसी शर्मसार होने से कम नहीं है यहां पर यह भी बता दिया जाए कि इस दौरान वहां पर मौजूद आम जनता भाजपाइयों की इस तरह के अशोभनीय व्यवहार  देख कर अचंभित और आश्चर्यचकित थे लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि अभी अंत्योदय समिति के बने हुए 2 दिन भी नहीं हुए हैं जिसकी अधिकारिक सूचना नगर पालिका परिषद अनूपपुर में भी  नहीं पहुंच पाई है तब जब यह हाल है तो उस समय अनूपपुर मैं क्या होगा जब अंतोदय समिति सरकार की गाइड लाइन के हिसाब से कार्य करना शुरू कर देगी 

*शहर में बना चर्चा का विषय*

आज उत्कृष्ट विद्यालय के प्रांगण में भाजपाइयों और अंत्योदय समिति के अध्यक्ष अन्य सदस्यों  ने जो  दबंगई की है उसकी चर्चा अनूपपुर में जोरों पर चल रही है यही कारण है कि सजे सजाए पंडाल को वीरान होना पड़ा और आज के दिन पंडाल साउंड सिस्टम में जो खर्चा हुआ है वह कहां से किस मद से पूरा किया जाएगा यह भी एक विचारणीय प्रश्न है वहां प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस तरह से अंतोदय समिति के सदस्यों ने एसडीएम कमलेश पुरी अनूपपुर के नायब  तहसीलदार और सीएमओ ज्योति सिंह को कार्यक्रम स्थल से लटके हुए चेहरे के साथ बैरक लौटना पड़ा वह भी कम चर्चा का विषय नहीं है यहां पर यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि अंतोदय समिति के सदस्यों ने कार्यक्रम को जबरन रद्द करवा कर  जिस तरह से अपनी मनमानी की है और कार्यक्रम को अपने हिसाब से अपनी हनक बनाने के लिए 2 दिन 3 दिन टलवा  दिया यह भी चर्चा का विषय है 

*क्या गौरव दिवस को मिल पाएगी मान्यता*

अनूपपुर नगर पालिका के प्रथम गौरव दिवस का आयोजन परिस्थितियों में रद्द हुआ उसे यह चर्चा भी आम हो चली है कि क्या आने वाले समय में हुए गौरव दिवस के आयोजन को या उस दिनांक को कभी इस जिले में मान्यता मिल पाएगी क्योंकि राज्य शासन के आदेश यह बताते हैं कि गौरव दिवस उसी दिवस मनाना चाहिए जिस दिन पर उस नगर परिषद या नगर पालिका या नगर निगम की स्थापना हुई है हम यह कह सकते हैं कि मध्यप्रदेश शासन का यह मंशा है कि हर नगर अपने स्थापना दिवस के दिन को आम जनता को बताएं कि आज उसे यह गौरव मिला था और इसलिए उसे स्थापना दिवसीय गौरव दिवस के रुप में मनाया जाए लेकिन अंत्योदय समिति के सदस्यों और अध्यक्ष सहित समर्थकों ने जिस तरीके का माहौल बनाकर के उक्त कार्यक्रम को रद्द करवा कर अन्य तिथि पर करवाने की बात कही है यह इस शहर को गौरवान्वित तो नहीं करता निश्चित है आज जो हुआ वह  किसी शर्मसार करने जैसा वाकिया के रूप में याद किया जाएगा ?

*कुछ नही बोल पाए प्रवीण सिंह*

यह यह बता दिया जाए कि अंत्योदय समिति अनूपपुर के अध्यक्ष अधिवक्ता प्रवीण सिंह से जब पत्रकरो ने बात करनी चाही तो उन्होंने चुप्पी साध ली उनके पास कुछ कहने को नही थी जिससे वो अपने और अपने समर्थकों के कथित विरोध को जायज ठहरा सके ऐसा लग रहा था कि अंत्योदय समिति के अध्यक्ष स्पीच लेस हो गए  

*पत्रकारो के सामने असहज दिखी अंत्योदय समिति*

 इस संबंध यह बता दे कि  अंत्योदय समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों और समर्थक सभी  मीडिया के सवालों के सामने असहज दिखे वो सभी जहां एक और बात करने से इंकार कर दिया वही उनका जो व्यवहार था वह भी ऐसा लग रहा था कि वह अंतोदय समिति कहि  नगर पालिका परिषद की निर्वचित बॉडी तो नही हो गई 

*इनका कहना है*

यह कार्यक्रम राजनीति की भेट चढ़ गया है मेरे पास अंत्योदय समिति की कोई आधिकारिक जानकारी नही है

*ज्योति सिंह मुख्य नगरपालिका अधिकारी अनुपपुर*

मैं आयोजक नही हु आमंत्रित हु कार्यक्रम क्यों नही हो रहा है नही जानता

*कमलेश पूरी एसडीएम अनूपपुर*

मुझे इस बारे में कुछ नही कहना है आपको जो लिखना हो लिख दे 

*प्रवीण सिंह नवनियुक्त अध्यक्ष अंत्योदय समिति नगरपालिका अनूपपुर*

Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget