ग्राम पंचायत को नगर परिषद नहीं बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन

ग्राम पंचायत को नगर परिषद नहीं बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर

जिले के अंतिम छोर पर बसा देवहरा और बरगवां ग्राम पंचायत जो नगर पंचायत बनने की घोषणा से लेकर अब तक विरोध प्रदर्शन ग्रामीण वासियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं नेताओं के द्वारा किया जा रहा है जिस पर 18 मई को ग्राम पंचायत बरगवां ग्रामीण वासियों ने अनूपपुर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा ग्राम पंचायत बरगवां को नगर परिषद नहीं बनाने की मांग की है।

*न्याय उचित कार्यवाही की कर रहे मांग*

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायत बरगवां अमलाई जो वर्तमान समय में 20 वार्ड एवं कुल मतदाताओं की संख्या 5500 एवं जनसंख्या 8355 है जो कि मतदाता सूची में उल्लिखित है वह संख्या वास्तव में नहीं रह गई है इस जनसंख्या में 50% जनसंख्या सेवानिवृत्त होकर दूसरी जगह जा चुके हैं जोकि कॉलरी कर्मचारी एवं सोडा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारी हैं।

*नगर पंचायत बना तो बैगा समाज परंपरागत प्राचीन रीति-रिवाजों पर भी आएगा गंभीर संकट*

अगर देखा जाए तो अनूपपुर जिला एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहां पर देखा जाए तो अनूपपुर जिले की 2 ग्राम पंचायत ग्राम पंचायत देवहरा एवं ग्राम पंचायत बरगवां में निवास करने वाले व्यक्ति यदि ग्राम पंचायत बरगवां नगर पंचायत बनता है तो यह भी देखा जाए कि यहां पर मूल रूप से बैगा जनजाति आदिवासी क्षेत्र है नगरी क्षेत्र में चले जाने की स्थिति में बैगा समाज परंपरागत प्राचीन रीति-रिवाजों पर गंभीर संकट उत्पन्न होना स्वभाविक है साथ ही बताया जाता है कि दोनों ग्राम पंचायतों में बैगा समाज अधिकतर निवास करता है जिनके आय का साधन छोटे-मोटे काम कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं ग्राम पंचायत भरगामा में लगभग 60 परसेंट लोग बैगा जनजाति है जो कि रोजमर्रा की जीवन यापन करते हैं नगर परिषद गठित हो जाने पर उन्हें तरह तरह के टैक्स देने में असमर्थता होगी ।साथ ही ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा नवगठित नगर परिषद बरगवां अमलाई जो पूर्णत है औद्योगिक प्रभावित क्षेत्र है उक्त क्षेत्र अंतर्गत अल्प कृषि रखवा  हैं और परंपरागत ग्रामीण परिवेश से भिन्न भौगोलिक क्षेत्र है। साथ ही ज्ञापन में यह भी बताया गया कि ग्राम पंचायत बरगवां के अंतर्गत सोडा फैक्ट्री एवं कॉलरी कॉलोनी है जहां पूर्णतः कर्मचारी निवासरत है जो लगभग साल 2 साल में सेवानिवृत्त होकर अपने घर चले जाएंगे।

*ग्राम पंचायत  सचिव पर भी लगे आरोप*

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायत बरगवां सचिव के द्वारा नगर परिषद गठन के पूर्व नाही ग्राम सभा बुलाई गई और ना ही ग्राम वासियों को जानकारी दी गई सचिव के द्वारा कुछ लोगों को मिलाकर ( गुमराह कर) प्रस्ताव पास कर लिया गया।

*ज्ञापन सौंपने पर यह रहे उपस्थित*

शिव शंकर, सुशील, संतोष सिन्हा, धीरज दास, उमेश कुमार पंडित, आकाश सिंह, उदेश्वर सिंह, मीनू सिंह, श्रीराम विश्वकर्मा, ओमकार विश्वकर्मा, बुधराम यादव, वीरेंद्र सोनी सहित काफी जन संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।

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