आदिवासी के निर्मम हत्या के विरोध में जयस संगठन ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़
सिवनी में दो आदिवासी लोगों की निर्मम हत्या के विरोध में शुक्रवार को जयस (जय आदिवासी युवा शक्ति) के कार्यकर्ताओं ने अनुविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय पुष्पराजगढ़ पहुंचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। साथ ही मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
*यह है पूरा मामला*
सिवनी जिले के कुरई थाना अंतर्गत ग्राम सिमरिया में 2 मई 2022 को देर रात दो आदिवासी ग्रामीणों की बर्बरता के साथ पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।
अनूपपुर जयस के जिलाध्यक्ष आर.पी.सिंह ने बताया कि हत्या के मामले में पुलिस के ओर से सिर्फ 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई जबकि वायरल विडियो में देखा जा सकता है कि इसमें 12 से अधिक लोग शामिल थे।
उन्होंने कहा कि सिवनी जिला पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आता है, जबकि हिंदुवादी संगठन यहां अपने नियम कानून अनुसार कार्य कर रहे हैं। आदिवासियों के विरुद्ध गैर आदिवासी लोगों के ओर से षड्यंत्र के तहत हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इसलिए जय आदिवासी युवा शक्ति व आदिवासी समाज की निम्न मांगों की पूर्ति करते हुए कड़ी व त्वरित कार्रवाई करें। वरना आदिवासी समाज उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
*मांगे निम्नानुसार है*
1) अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों के बीच रहकर आदिवासी संस्कृति, परंपराओं व एकता, अखंडता में बाधा डालने वाले समस्त गैर आदिवासी संगठनों को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाए। साथ ही इसकी अधिसूचना गृह विभाग मध्यप्रदेश जारी करें।
2) स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर नियुक्त किया जाए।
3) इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए, 6 माह की समय सीमा में ट्रायल पूरा हो एवं दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
4) पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी के साथ 2 करोड़ रुपए की अंतरिम व राहत राशि दी जाए।
5) अनुसूचित क्षेत्रों का प्रशासन राज्यपाल अपने हाथों में ले।
इन सभी मांगो को लेकर जयस संगठन ने ज्ञापन सौंपा है और कहा कि अगर आंदोलन की नौमत आती है तो इसकी सम्पूर्ण जबाबदारी शासन प्रशासन की होगी।