चोरी की बिजली से चल रहा था स्वास्थ्य केंद्र विद्युत विभाग ने काटी बिजली
3 साल से संचालित है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनूपपुर विधायक मंत्री जी ने किया था शुभारंभ, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आज भी न बिजली है न पानी है। 2 वर्ष पूर्व कोरोना काल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने पर विद्युत विभाग की लाइन से जोड़ा गया गया था कनेक्शन।
अनूपपुर/भालूमाडा
अनूपपुर जिले का पसान नगर पालिका क्षेत्र भालूमाडा आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है वह भी तब जब यहां से राजनैतिक रसूखदारो का बोलबाला भोपाल से दिल्ली तक है इसके बाद भी नगर में स्वास्थ्य ,शिक्षा ,पानी, जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए नगर के लोग आज भी इंतजार में है।
जहां तक स्वास्थ्य की बात की जाए तो वर्षों से पसान नगर पालिका क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र की मांग लोगों द्वारा की जाती रही है जहां 3 वर्ष पूर्व नगर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन बनकर तैयार हुआ और उसका शुभारंभ अनूपपुर विधायक जी के द्वारा किया गया लेकिन उसके बाद यह देखने के लिए कोई नहीं आया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली है कि नहीं पानी है कि नहीं डॉक्टर है कि नहीं स्टाफ है कि नहीं ऐसा लगा केवल शुभारंभ करने से ही सारी समस्याओं का समाधान हो गया नगर के लोगों को इस बात से ही संतोष करना पड़ा कि कम से कम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो बना स्वास्थ्य केंद्र में कई महीनों तक वहां स्टाफ बिना बिजली बिना पानी के काम करता रहा इसी बीच कोरोना काल का समय आया और प्रशासन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया तब भी यह बात सामने आई कि यहां पर बिजली की व्यवस्था नहीं है तब नगर पालिका प्रशासन जिला प्रशासन स्वास्थ विभाग की उपस्थिति में आनन-फानन में विद्युत मंडल की लाइन से आपातकाल कनेक्शन जोड़ा गया और तब से लेकर आज तक इसी प्रकार स्वास्थ्य केंद्र में लाइट का उपयोग होता रहा हालांकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक दवाइयों की मांग बिजली की मांग पानी की मांग पर पत्राचार एवं मौखिक रूप से भी सूचित किया गया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया और इसी बीच मार्च माह में विद्युत विभाग द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चोरी की बिजली जलाए जाने पर कार्यवाही करते हुए 4 मार्च को पंचनामा बनाया गया उसके बाद भी स्वास्थ विभाग के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया और 28 अप्रैल को विद्युत विभाग द्वारा पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चोरी से जलाई जा रही बिजली का कनेक्शन काट दिया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाइट ना होने के कारण अब वहां का स्टाफ वहां पर आने वाले गरीब मरीज गर्भवती महिलाएं टीकाकरण के लिए आने वाली माताएं बहने बच्चे परेशान हैं चिकित्सालय में आलम यह है कि वहां पर पानी तक उपलब्ध नहीं है स्टाफ के द्वारा अपने पैसे से पानी खरीद कर लाया जाता है और उसका उपयोग स्वयं के लिए भी और वहां आने वाले मरीजों के लिए भी होता है शायद प्रदेश में यह अनोखा अस्पताल ही होगा जहां सुचारू रूप से ना बिजली है और ना पानी है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिजली काटी जाने के बाद भी स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोई पहल नजर नहीं आई इस संबंध में जब कोतमा विद्युत विभाग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले 2 वर्षों से स्वास्थ्य केंद्र में बिना कनेक्शन के बिजली का उपयोग होता रहा है जिस पर ₹1लाख 89 हजार का रिकवरी किया गया है विभागीय अधिकारियों का कहना है कि हमारी मजबूरी है बिजली कनेक्शन काटने की विभाग द्वारा वैधानिक तरीके से बिजली के लिए आवेदन करते हैं तो बिजली बहाल की जा सकती है भले ही जुर्माने की राशि को बाद में जमा किया जाए इस भीषण गर्मी में वहां लोग परेशान होंगे इस बात का एहसास विद्युत विभाग को भी है लेकिन उन्हें अपनी ड्यूटी भी निभानी है हालांकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से विद्युत कटौती के बाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोई संपर्क नहीं किया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली काटे जाने पर अनूपपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करने पर उन्होंने कहा कि हमें इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है वहां की बिजली क्यों काटी गई इस संबंध में पता किया जाएगा यदि बिल जमा नहीं है तो बिल जमा किया जाएगा विभाग में पैसे की कोई कमी नहीं है लेकिन जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बताया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने वैधानिक बिजली कनेक्शन ही नहीं है तब आपके द्वारा बताया गया कि विभाग के द्वारा जानकारी लेकर स्वास्थ्य केंद्र में वैधानिक बिजली कनेक्शन कराने का प्रयास किया जाएगा जिससे वहां स्टाफ और मरीजों को परेशानी ना हो।