आग लगाने वाले मामले में नया मोड़, जमीनी विवाद पर रंजिश पर खुद लगाई थी आग
*मेरे मकान को जलाने रचा थे षड्यंत्र, धीरज तिवारी ने भालूमाड़ा में दर्ज कराई शिकायत*
अनूपपुर/भालूमाड़ा
भालूमाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत लतार में विनोद कुमार त्रिपाठी के निवास पर बने गौशाला में 22 अप्रैल की बीती रात लगभग 1.45 बजे आग लग गई। जहां आग लगने की सूचना तत्काल नपा पसान व कोतमा के फायर ब्रिगेड को दिया गया। जिनके माध्यम से आग पर काबू पाया गया है। जिसके बाद 23 अप्रैल को घटना की शिकायत विनोद कुमार त्रिपाठी द्वारा थाना भालूमाडा में दर्ज कराते हुए लतार निवासी धीरज प्रसाद तिवारी पर आरोप लगाया है की पुरानी रंजिश को लेकर उनके द्वारा आग लगाई गई है। इस पूरे मामले में भी विनोद त्रिपाठी पिता स्व. जगदीश प्रसाद तिवारी ने 23 अप्रैल को भालूमाड़ा में विनोद त्रिपाठी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होने आरोप लगाया है कि विनोद त्रिपाठी पिता दशरथ त्रिपाठी, अभिनव त्रिपाठी उर्फ सोनू पिता अनिल त्रिपाठी द्वारा स्वयं अपने मकान के अंश भाग में आग लगाकर मेरे संपूर्ण मकान को नष्ट किये जाने का प्रयास किया गया, लेकिन आग उल्टा ही उनके गौशाला में पहुंच गई।
शिकायत में धीरज तिवारी ने बताया कि विनोद त्रिपाठी पिता दशरथ प्रसाद त्रिपाठी का मकान मेरे मकान से जुड़ा हुआ है साथ ही हम दोनो एक ही परिवार के है। लेकिन दोनो परिवारों के बीच जमीनी विवाद चल रहा है, जो उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। जमीनी विवाद को लेकर उनका परिवार हमारे परिवार के साथ रंजिश रखते है तथा आये दिन झूठी शिकायत थाना व तहसील कार्यालय में करते रहते है।
*संपूर्ण मकान को जलाने की थी साजिश*
शिकायत कर्ता धीरज तिवारी ने बताया कि 22 अप्रैल की रात्रि जब मै अपने घर में सो रहा था तब विनोद त्रिपाठी व उसके भतीजे अभिनव त्रिपाठी उर्फ सोनू द्वारा अपने घर के अंश भाग में आग लगाकर मेरे संपूर्ण घर को आग लगाने की कोशिश की गई है। जहां समय रहते ही मेरे व कुछ गांव वालो की मदद से आग पर काबू पाया गया जिसमें पुलिस प्रशासन व फायर ब्रिगेड भी शामिल रहे। समय रहते आग पर काबू पाया गया नही तो मेरे संपूर्ण घर आग की चपेट में आ जाता। धीरज तिवारी ने शिकायत में बताया कि मेरे परिवार के लोग जमीन विवाद को लेकर रंजिश रखते है तथा आये दिन मेरे खिलाफ झूठी शिकायत कर मुझे व मेरे परिवार के लोगो को मानसिक रूप से प्रताडि़त करते है। जिस पर मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुये उनके खिलाफ कार्यवाही की जाये।