भृष्टाचार से परेशान जनता कर सकती हैं आंदोलन, अधिकारी हटाओ शहर बचाओ की आवाज हुई बुलंद
अनूपपुर/बिजुरी
नगर पालिका परिषद बिजुरी जो इस समय जिले में क्या पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है। नगर पालिका परिषद बिजुरी में पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुश्री मीना कोरी जोकी भ्रष्टाचार की पर्याय बनकर जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेली हैं। जो पूरे क्षेत्र सहित पडो़सी राज्य छत्तीसगढ़ तक चर्चा का विषय बना हुआ है। बिजुरी नगर पालिका के इतिहास में सुश्री मीना कोरी ऐसी पहली सीएमओ है जो भ्रष्टाचार की सभी सीमाओं को पार कर खुलेतौर पर शासकीय रूपयों की होली खेली हैं।
*नगर के विकास से नहीं है कोई सरोकार*
बिजुरी नगर पालिका में पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुश्री मीना कोरी को नगर के विकास की कोई चिंता नहीं है फर्जी बिलों को भुगतान कर नगर के पैसों का दुरुपयोग करना इनका मुख्य कार्य है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी से त्रस्त नगर की जनता अब त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है कारण कि नगर में व्याप्त समस्याओं का अंबार जैसे पानी की समस्या, नगर में व्याप्त गंदगी की समस्या चरम पर है और मुख्य नगर पालिका अधिकारी फर्जी बिलों के भुगतान में व्यस्त हैं।
*नगर पालिका कार्यालय में कम व घर से होते हैं काम पूरे*
मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुश्री मीना कोरी जो माह के कुछ दिन ही कार्यालय में देखी जाती है नहीं तो उनका कार्यालय उनका निज निवास ही रहता है जहाँ आम जनता को जाना पूर्णतः प्रतिबंधित है, केवल वही लोग जा सकते हैं जो नगरपालिका के चिन्हित कर्मचारी है या कमीशन देने हेतु ठेकेदार। इस प्रकार आम जनता का मुख्य नगरपालिका अधिकारी से मिलना बहुत ही मुश्किल कार्य होता है। नगर पालिका कार्यालय में भी आम जनता को मुख्य नगरपालिका अधिकारी से मिलने हेतु कार्यालय के बाहर बैठे चपरासियों से आग्रह निवेदन करना पड़ता है, तब मुख्य नगरपालिका अधिकारी के कक्ष के सामने बैठे चपरासी उनकी सहमति से ही चिन्हित व्यक्तियों को मिलने की अनुमति प्रदान करते हैं, नहीं तो कह दिया जाता है कि मैडम मीटिंग में व्यस्त हैं।
*जनता के साथ पार्षदो में भी है व्याप्त असन्तोष*
नगर पालिका परिषद बिजुरी में जनता के साथ-साथ इस समय नगर के पार्षदो में भी मुख्य नगरपालिका अधिकारी के प्रति काफी असंतोष देखा जा रहा है। बिजुरी नगर के पार्षद भी मुख्य नगरपालिका अधिकारी के खिलाफ लामबंद होकर उनके द्वारा किये गए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। पार्षदों ने बताया कि हम लोगों के द्वारा भ्रष्टाचार का विरोध करने पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा हमारे वार्डो के विकास कार्य पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। जिससे आम जनता में मुख्य नगरपालिका अधिकारी के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है।
*मुख्य नगरपालिका अधिकारी से त्रस्त जनता कभी भी कर सकती है आंदोलन*
मुख्य नगरपालिका अधिकारी के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार से त्रस्त नगर की जनता अब आंदोलन के लिए बाध्य देखी जा रही है। नगर की जनता ने बताया कि भ्रष्टाचार में लिप्त मुख्य नगरपालिका अधिकारी जो फर्जी बिलों के भुगतान में व्यस्त है। उसे नगर के विकास से कोई लेना देना नहीं है। हमारे नगर के पैसे का उसने दुरुपयोग किया है जिसके खिलाफ हम आम जनमानस में काफी आक्रोश है। अगर हमें अपने नगर को बचाना है तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी को हटाना ही पड़ेगा। इसके लिए हमें चाहे आंदोलन, आमरण-अनशन या आत्म दाह ही क्यों न करना पड़े।