जनता के साथ विश्वासघात रेल मंत्री को तत्काल पद से हटाया जाए- कैलाश तिवारी
शहडोल
सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश तिवारी ने रेल मंत्री द्वारा कोयला परिवहन को प्राथमिकता देकर यात्री ट्रेनों को कैंसिल किए जाने की निंदा करते हुए, इसे जनता के साथ विश्वासघात बताया है। तथा प्रधानमंत्री जी से मांग की है कि ऐसे रेल मंत्री को तत्काल रेल मंत्रालय के दायित्व से हटाया जाए ।जो रेल मंत्री रेल यात्रियों का दर्द ही नहीं समझता है ।उसको रेल मंत्री बना रहना देश हित में नहीं है।
सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश तिवारी ने कहा है कि यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ कि कोयला परिवहन के लिए दो दर्जन से ज्यादा यात्री ट्रेनें बिलासपुर मंडल से बंद कर दी गई हैं। यह आचरण रेल मंत्री जी का यह बहुत ही गैर जिम्मेदाराना है ।इन ट्रेनों के बंद हो जाने से हजारों यात्री प्रतिदिन परेशान हो रहे हैं तथा अपने निर्धारित मार्ग पर नहीं पहुंच पा रहे हैं ट्रेनों के बंद हो जाने से ऐसा प्रतीत होता है कि रेल मंत्री को रेल यात्रियों से कोई सरोकार ही नहीं है। चाहे उनको जितना कष्ट झेलना पड़े।
सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश तिवारी ने कंहा है कि बिलासपुर रेल मंडल के रेल अधिकारी तो बिल्कुल निरंकुश हो गए हैं तथा 4 महीने तक रेलवे मंत्रालय के आदेश को दबाकर रखे रहे तथा सामान्य टिकट जारी नहीं किए गए। बिलासपुर मंडल का व्यवहार बहुत ही जनविरोधी रहा है ।बिलासपुर मंडल के समस्त उत्तरदाई अधिकारियों को तत्काल हटाकर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही भी करना चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी रेल मंत्रालय के आदेशों का उल्लंघन ना कर सके।
शहडोल संभाग में सक्षम जनप्रतिनिधियों के अभाव के कारण रेल यात्रियों को कोई नई ट्रेन की सुविधा मिलने के बजाय वर्षों से चल रही ट्रेनों को बंद किया जाना यह सिद्ध करता है कि जनप्रतिनिधि जनता की मांगों को कोई महत्व नहीं देते हैं अगर जनप्रतिनिधियों की बातों को रेल मंत्री कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं तो जनप्रतिनिधियों को रेल आंदोलन का नेतृत्व करते हुए जनता की मांगों को पूरा कराना चाहिए।