सतीश तिवारी के खास रहे सचिव अमित सिंह को हटाने को ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

सतीश तिवारी के खास रहे सचिव अमित सिंह को हटाने को ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन


अनूपपुर

सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत जैतहरी पुराने सीईओ सतीश तिवारी जिनको इस समय सीईओ के पद से हटाकर पुराने पद तृतीय वर्ग कर्मचारी के पद पर भेज दिया गया है। सतीश तिवारी के सीईओ के पद पर रहते हुए इनके खास रहे ताराडांड़ सचिव अमित सिंह की उल्टी गिनती शुरू हों गयी है। काम के प्रति लापरवाही करना इनके आदत में आ चुकी है पहले सतीश तिवारी के खास होने के कारण बच जाते थे। लेकिन अब इनके खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। जिला मुख्यालय अनूपपुर से महज 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत ताराडांड के ग्रामीणों ने दिनांक 25 अप्रैल 2022 को दोपहर 12:00 बजे कार्यालय कलेक्टर अनूपपुर पहुंचकर शिकायत पत्र डिप्टी कलेक्टर को सौंप कर वर्तमान सचिव अमित सिंह को स्थानांतरण करने की मांग की है।

*यह शिकायत पत्र में उल्लेख*

ग्राम पंचायत ताराडांड जनपद पंचायत जैतहरी जिला अनूपपुर के ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर अनूपपुर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर के नाम पर आवेदन प्रस्तुत कर लेख किया है कि हम ग्रामीण जन आपसे अश्रुपूरित निवेदन करते हैं कि ग्राम पंचायत में वर्तमान में पदस्थ सचिव अमित सिंह का कार्यकलाप आम नागरिकों के प्रति आचरण व्यवहार बहुत ही खराब है कोई भी आदिवासी वर्ग के व्यक्ति कोई योजना के बारे में पूछने जाते हैं तो उन्हें डांट कर जवाब दिया जाता है कहते हैं कि हर समय बस योजना पूछने चले आते हो जो कुछ भी पूछना रहता है तो ग्राम सभा के दिन केवल पूछा करो इतना समय नहीं रहता है कि रोज-रोज योजना के बारे में बताता फिरे इतना ही नहीं महोदय जी पेंशन फार्म पात्र हितग्राहियों का विधवा पेंशन विकलांग पेंशन का फार्म भी इन्हें कई बार आवेदन देने के उपरांत वरिष्ठ कार्यालय में जमा नहीं किया गया जिसके कारण स्वीकृत नहीं हो सका। समग्र आईडी में बच्चों का नाम जुड़वाने के लिए भी कई बार आवेदन दिया गया लेकिन इनके द्वारा परिवार आईडी में नाम सम्मिलित नहीं किए जाने के कारण उनके विद्यालयों में प्रवेश नहीं हो सका जिसके कारण कई बच्चों का भविष्य खराब हो गया है। यहां तक कि ग्राम सभा में कार्य योजना दर्ज कराने को कहा जाता है लेकिन ग्राम सभा में जनता की मांगों का प्रस्ताव नहीं लिखा जाता है अपने मनमानी तरीके से सचिव के द्वारा कार्यवाही लिखी जाती है जिसमें सचिव को व्यक्तिगत लाभ मिलने वाला होता है ऐसे ही योजनाओं का कार्य ग्राम सभा में लिखा जाता है और उन्हीं कार्यों का स्वीकृत कराया जाता है हितग्राही मूलक कार्यों में किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जाता है।

*अपने बयान में कहा ग्रामीणों ने*

कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंचे ग्रामीणों ने शिकायत पत्र के साथ साथ पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर कैमरा के सामने बताया कि हमसे कूप निर्माण आवास निर्माण एवं अन्य कार्यों के लिए 3 से 5000 रू तक की मांग की जाती है कहते हैं कि खर्चा पर्चा जब तक नहीं दोगे तब तक काम नहीं होगा। ताराडांड गांव के एक बुजुर्ग पुरुष ने बताया कि मैं आवास निर्माण करा रहा था जिसमें छपाई के नाम पर मुझे सचिव अमित सिंह के द्वारा गंदी अभद्र गालियों से बात किया गया। समस्त ग्रामीणों ने अमित सिंह के कार्य व्यवहार पर टिप्पणी करते हुए शिकायत दर्ज कराई है।

*न्याय की मांग*

ग्राम पंचायत ताराडांड के सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ऐसे भ्रष्ट और स्वेच्छाचारी सचिव अमित सिंह को तत्काल पद से पृथक करने अथवा ग्राम पंचायत से अन्यत्र स्थानांतरण करने के लिए कलेक्टर अनूपपुर से न्याय की मांग की है।

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