भोपाल से पहुँची जांच टीम 2 दिन चली जांच, 61 लोगो के लिए गए बयान

भोपाल से पहुँची जांच टीम 2 दिन चली जांच, 61 लोगो के लिए गए बयान 

 *डोला, डुमरकछार, बनगवां व बकहो नगरपरिषद गठन के दौरान हुई नियुक्तियों में झोलझाल पर दो दिन चली जांच* 


अनूपपुर

अनुपपुर जिले में नवगठित तीन नगर परिषद डोला डुमरकछार व बनगवां व शहडोल जिले में नवगठित नगर परिषद बकहो में 246 से ज्यादा नियुक्तियों में हुई गड़बड़ी की शिकायत पर भोपाल से पांच सदस्यीय जाँच टीम शहडोल पहंची जहाँ जिलास्तरीय चयन समिति के सदस्यों कर्मचारियों व शिकायतकर्ता के बयान लिए गए जांच टीम के सदस्यों द्वारा शुक्रवार व शनिवार को उपस्थित लोगों के बयान दर्ज किये गए जांच के दौरान नियुक्ति में अधिकारियों के साथ ही लगभग 50 लोगों के भी बयान लिए गए जिनके द्वारा बताया गया कि किस तरह कूटरचना रचित कर ग्राम पंचायत में कार्य करने वाले 5 से 7 लोगों की जगह पर फर्जी भर्ती संविलियन कर लगभग 246 लोगों को रखा गया था 

शिकायतकर्ता द्वारा आरोप लगाया गया है कि नगर परिषद गठन के दौरान ऐसे लोगों का संविलियन किया गया जो पंचायत क्षेत्र में ना तो रहते हैं ना उन्होंने कभी काम किया है लेकिन पूरी तरह से सचिव द्वारा मिलीभगत करते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार कर कूट रचना रहते हुए अपने नात रिश्तेदार व करीबियों को संविलियन कर दिया गया।

*शासन प्रशासन को गुमराह कर बाहरी लोगों को स्थानीय बताकर सचिवों ने किया संविलियन*

भ्रष्टाचारी सचिवों द्वारा शासन प्रशासन को भी गुमराह किया गया खास बात यह है कि पंचायत रहते में तो सिर्फ 5 से 7 कर्मचारियों के भरोसे काम चलता रहा लेकिन नगर परिषद गठन के दौरान बताय गया कि डोला में 59, डूमरकछार 65 बनगवां 71 व बकहो में 51 कर्मचारी काम कर रहे थे जिन्हें नियमत नौकरी की प्रक्रिया में शामिल कर लिया गया शिकायत कर्ताओं ने भोपाल से आई जांच कमेटी के समक्ष उपस्थित होकर यह भी आरोप लगाया की संविलियन के दौरान बड़े पैमाने पर लेनदेन की प्रक्रिया कर बाहरी लोगों का संविलियन किया गया जिसको लेकर नगर में कई बार कर्मचारिये की फर्जी नियुक्ति करने वाले चयन के सदस्यों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर लोगों द्वारा प्रदर्शन भी किये गए थे।

*दो दिन की चली जांच से नदारद रहे मास्टरमाइंड सचिव पहुँचाया मेडिकल* 

संविलियन के नाम पर झोलझाल की जांच करने शहडोल पहुंची पांच सदस्यीय टीम में नगर प्रशासन विभाग के अपर सचिव भरत यादव संचालक नगरीय प्रशासन अनिल गौड़ व आर के कार्तिकेय उपसंचालक मनोज श्रीवास्तव और राकेश सक्सेना शामिल रहे जिनके द्वारा शहडोल के बाणगंगा समुदायिक भवन में फर्जी भर्ती संविलियन को लेकर पहुंचे शिकायत कर्ताओं व कर्मचारियों के बयान सुने गए व शिकायतें ली गई।

*जांच कमेटी के सदस्यों द्वारा 11 अधिकारियों के लिए गए बयान* 

अनुपपुर के तीन नगर परिषद गठन के लिए बनी जिला चयन समिति के तत्कालीन जेडी मकबूल खान बनगवां प्रशासक व डिप्टी कलेक्टर अनूपपुर विजय डेहरिया तत्कालीन सीएमओ विकासचंद्र मिश्रा वर्तमान सीएमओं राजेन्द्र प्रसाद कुशवाहा डोला प्रशासक तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला, तत्कालीन सीएमओ रामसेवक हलवाई, वर्तमान सीएमओं मुनीन्द्र प्रसाद मिश्रा डूमरकछार प्रशासक तहसीलदार कोतमा मनीष शुक्ला तत्कालीन प्रभारी सीएमओं रामसेवक हलवाई वर्तमान सीएमओं राकेश शुक्ला बकहो प्रशासक तत्कालीन सीएमओ रविकरण त्रिपाठी वर्तमान सीएमओ प्रभात बरकड़े के साथ ही अन्य कई लोगों के बयान लिए गए।

*नवगठित नगर परिषदों में नियुक्त किये गए कर्मचारियों की संख्या*

डोला-59 डूमरकछार-65 बनगवां-71 बकहो-51 कुल 246 लोगो की सुनवाई होनी थी जिनको नगर परिषद की ओर से पहले ही नोटिस के माध्यम से सूचना दी गई थी लेकिन पहले दिन की जांच में ही बीमार पडे नियुक्तिकर्ता सदस्य नगरीय प्रशासन द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच टीम द्वारा डोला में 59 व डूमरकछार 65 लोगों की हुई नियुक्तियों की जांच 22 अप्रैल को होनी थी जहाँ संविलियन किए गए कोई भी कर्मचारी व सचिव वर्तमान लेखापाल उपस्थित न होकर अपना मेडिकल उपलब्ध कराएं हैं शुक्रवार को संविलियन किए गए एक सदस्थ बयान देने नहीं पहुंचे जिससे नियुक्तियों पर सवाल उठ रहे है की डोला और डुमरकछार में नियुक्तियों के लिए चयन समिति में तत्कालीन सचिव वर्तमान लेखापाल राजकिशोर शर्मा व डूमरकछार के तत्कालिक सचिव वर्तमान लेखापाल रजनीश शुक्ला भी चयन समिति में शामिल थे जो जानकारी होने के बावजूद भी जांच में नहीं पहुंचे।

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