मंत्री जी की चरण वंदना करके बन गया अपात्र अधिकारी, शासन प्रशासन पर भारी

 मंत्री जी की चरण वंदना करके बन गया अपात्र अधिकारी, शासन प्रशासन पर भारी

*कर्मचारी को कर देते हैं बचकाना पूर्ण आदेश जारी, अपने ही आदेश को 2 दिन में कर देते हैं रद्द*

*सारे आदेश को ढेंगा दिखाता अदना सा कर्मचारी, ये हैं राजा साहब डीएम, एडीएम, जिला सीईओ का अधिकार इनके पास*


अनूपपुर/जैतहरी

अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत जैतहरी में सतीश तिवारी को सीईओ पद पर बैठाया गया है जो इस पद के लिए पात्र ही नही है ऐसे अपात्र लोगो को कुर्सी पर बैठाकर पद की गरिमा को कलंकित किया जा रहा हैं मंत्री जी की चरण वंदना करके  सतीश तिवारी ने जुगाड़ लगाकर इस पद को हथिया लिया है उस पद पर भली भांति खरा उतारने का प्रयास कर रहे हैं इसके पहले भी कुछ दिनों के लिए कोतमा सीईओ पद के लिए खेल खेला था जिस पर कुछ दिनों के लिए सफलता हासिल हुई थी ग्राम पंचायतों में खुलेआम आम सचिवो के साथ मिलकर भ्रष्टाचार का खेल खुलेआम खेला जा रहा हैं। इनकी पहुँच के आगे कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत सब बौने साबित हो रहे हैं एक सोचने वाली बात यह है कि एक अदना सा कर्मचारी अपात्र सीईओ बनकर कैसे जिले के आला अधिकारी पर भारी पड़ सकता हैं। और जिला प्रशासन, शासन इनका कुछ भी नही कर पा रहा हैं। 


*सीईओ साहब बन गए कलेक्टर और जज*

जनपद सीईओ सतीश तिवारी जब से प्रभारी सीईओ बने हैं तब से अपने आप का कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से कम नही समझते जब मन चाहा किसी को बाहर कर दिया जब दिल किया उसको अंदर के लिया सारे पॉवर इनकी जेब मे रखे रहते हैं यहाँ तक कि ये भोपाल से जारी आदेश को भी जेब मे रखकर घूमते हैं और कहते है कि ऐसे आदेश आते जाते रहते है हमारा कुछ कोई नही कर सकता। इसी प्रकार एक सचिव का वित्तीय अधिकार छीन कर जैतहरी जनपद में अटैच कर दिया गया जब इनको किसी ने बताया कि जो आपने किया वो नियम के खिलाफ़ है तो 2 दिन बाद सचिव को फिर से सारे अधिकार वापस कर दिए लगता है पहले कलेक्टर बनकर फैसला सुनाया फिर 2 दिन में समस्त जांच पुलिस बनकर खुद की और जज बनकर बरी कर दिया। ये देश के पहले सीईओ होंगे जो नियम कानून से हटकर कार्य करते हैं और सीईओ के नाम को बदनाम करके जग हंसाई करवाते हैं। 

*ऐसे किया अद्धभुत कारनामा*

सीईओ सतीष तिवारी के द्वारा 1 फरवरी 2022 को आदेश जारी करते हुए उल्लेख किया कि ग्राम पंचायत मौहरी के ग्रामीण जनों के द्वारा 23 जनवरी 2022 को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण बिसाहूलाल सिंह को समक्ष की गई शिकायत एवं मंत्री महोदय के निर्देश कार्यालय जिला पंचायत अनूपपुर के आदेश क्र0/ 3599/ जि.पं./ पं. प्र.को./2022 दिनांक 27/01/2022 द्वारा गठित जाँच समिति, लगातार अखबारों में छप रही खबरों, सी.एम. हेल्पलाइन में कार्यों की गुणवत्ता को लेकर दर्ज शिकायतों दूरभाष पर नंद किशोर मिश्रा के घर से गेंदलाल के घर तक बन रही सी.सी. रोड मनरेगा कंवर्जेन्स से बनाई जा रही है, जिसकी एमबी मनरेगा से जारी की गई है, जिसमें किसी के हस्ताक्षर नहीं है। सीसी रोड गुणवत्तापूर्ण कार्य न कराये जाने की प्राप्त शिकायत पर तत्काल कार्य रोकने के निर्देश दिये जाने के बाद भी कार्य बंद न कराये जाने, स्व-सहायता समूह के द्वारा संचालित नर्सरी के लिये आवश्यकता से अधिक आरसीसी पोल क्रय करने एवं भुगतान कराने के कारण रामजी राठौर सचिव ग्राम पंचायत मौहरी के सचिवीय अधिकार जाँच पूरी होकर प्रतिवेदन प्राप्त होने और निर्दोष पाये जाने तक के लिए समाप्त किये जाकर उन्हें आगामी आदेश पर्यन्त तक के लिये कार्यालय जनपद पंचायत जैतहरी में संलग्न किया जाता है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।

*अपने ही आदेश को दिखा दिया ठेंगा*

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैतहरी सतीश तिवारी के द्वारा अपने ही 1 फरवरी के आदेश को रद्द करते हुए 4 फरवरी को पुन: पत्र जारी करते हुए ग्राम पंचायत मौहरी के सचिव रामजी राठौर का सचिवीय अधिकार समाप्ति के आदेश को निरस्त करते हुए पद पर कार्य करने की अनुमति दे दी।

*भोपाल के आदेश को दिखा रहे हैं ठेंगा*

कुछ माह पहले भोपाल से 2 से 3 आदेश जारी हो चुके है कि प्रभारी सीईओ सतीश तिवारी को जनपद सीईओ पद से तत्काल हटाकर किसी और पात्र व्यक्ति को प्रभार दे दिया जाए मगर उसके बाद भी जिले में बैठे आला अधिकारी इनको हटाना नही चाहते या सतीश तिवारी की पहुँच के आगे इनको हटाने की ताकत ही नही है। जिले के सबसे ताकतवर सीईओ अपने आप को मानने लगे हैं। इनके हाथ कुबेर का खजाना लग जाने के कारण उस खजाने का गलत इस्तेमाल करने में लगे हैं। इसी के बदौलत अपना रुतबा बढ़ाने में कोई कमी नही कर रहे है।

*खाओ और खाने दो का नारा*

सूत्र बताते हैं कि जब से तिवारी महाराज को जैतहरी में राजा साहब की गद्दी प्राप्त हुई है उसी दिन से पूरे पंचायतों में एलान करवा दिया गया है सचिव, रोजगार सहायक, सरपंच एवं इंजीनियर को खुले रूप से सारे अधिकार दे दिए हैं कि जैसा करना हो वैसा करो बस हमारा एक ही नारा है खाओ और खाने दो उसके बाद ही पंचायतों में जमकर खुलेआम दिन दहाड़े भ्रष्टाचार की कहानी नित रोज लिखी जा रही है शिकायत पर शिकायत हो रही है मगर कुछ कार्यवाही नही हो पा रही है सचिव का काम रोजगार सहायक कर रहा हैं, एक इंजीनियर का काम दूसरा इंजीनियर कर रहा हैं सतीश तिवारी के आने के बाद पंचायत में कराए गए कार्य का कमीशन की रेट लिस्ट जारी कर दी है की कौन से कार्य का कितना कमीशन लगेगा।

*कैसे होगा विकास, आम जनता कहा मिलेगा न्याय*

जब सचिव, रोजगार सहायक और सीईओ आपस मे मिलीभगत कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगे तो पंचायतों में सही कार्य कैसे होगा आम जनता को न्याय कौन देगा जब सिपाही से लेकर राजा तक भ्रष्टाचार का चोला पहन लें तो आम जनता का पंचायत में रहना ही मुश्किल हो जाएगा सारी योजनाएं कागजो और फ़ाइल में ही दफन होकर रह जायेगी और योजनाओं का सारा रुपया इन भ्रष्टाचारियो के जेब मे जाने से कोई नही रोक पायेगा।



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