कई बार हटाने का आदेश होने के बाद भी प्रशासन क्यू नही हटा पा रहा है सीईओ सतीश तिवारी को ?

कई बार हटाने का आदेश होने के बाद भी प्रशासन क्यू नही हटा पा रहा है सीईओ सतीश तिवारी को ?

सीईओ के राज में पंचायत हो रहा हैं खोखला, पंचायतों में खुलेआम हो रहा भ्रष्टाचार

*मनरेगा के कार्य से मजदूरों को भगाकर मशीनों से कराया जा रहा है, निर्माण कार्य मे जमकर लीपा पोती, सचिवों को मिला अभय दान, सीएम हेल्पलाइन में हुई शिकायत*


अनूपपुर/जैतहरी

अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत जैतहरी में प्रभारी सीईओ सतीश तिवारी नियुक्ति हुई है तब से पंचायतों में सारे कार्य मनमाने ढंग से हो रहा हैं यहाँ का हाल अंधेर नगरी चौपट राजा जैसे हो गया है कोई सुनने वाला नही कोई देखने वाला नही है सीईओ साहब की कार्यशैली से ऐसा प्रतीत होता हैं कि न हम देखेंगे न सुनेंगे और न कार्यवाही करेंगे बड़ी मुश्किल जुगाड़ से यह पद मिला है मनचाहा तरीके से राज कर ले सीईओ साहब अपने सारे अधिकार सचिवों और उपयंत्रियो को दे रखे हैं और खुद सरकारी कुर्सी पर पैर फैलाकर आराम फरमाते रहते है सरकारी गाड़ी, बंगला, आफिस, और कुर्सी का जमकर उपयोग कर रहे है जैतहरी जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत मौहरी में लालमन पिता महतू के खेत में खेत तालाब का कार्य चल रहा था सरपंच/ प्रधान और सचिव रामजी राठौर द्वारा चल रहे कार्य स्थल पर आकर सारे मजदूरों को कार्यस्थल से भगा दिया गया है मजदूरों से कहा गया है कि यहां मजदूरों से कार्य नही करवाना है यहां JCB मशीनों से कार्य कराना है पहले की तरह यहां भी मशीनों से कार्य कराया जाएगा सरपंच प्रधान और सचिव पूर्व में भी सारे तालाबों में JCB मशीनों कार्य कराया गया था और फर्जी मास्टर रोल भर कर राशी आहरित कर लिया गया है चल रहे कार्य स्थल से मजदूरों को भगा दिए जाने से मजदूरों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिले के अधिकारी जिला कलेक्टर एवं जिला मुख्य कार्यपलन अधिकारी है इसके बाद भी अधिकारियों के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही हैं ऐसा प्रतीत होता है कि सारे सरपंच/ प्रधान और सचिव के आगे प्रशासन नतमस्तक हो चुका है अब देखना है कि सरपंच प्रधान और सचिव कहते है कि मेरा कुछ नहीं कर सकते आप लोग जहां तक संभव हो सके मेरी शिकयत कर सकते है क्योंकि सारे अधिकारी मेरे जेब में है क्योंकि सभी को कमीशन देता हूं तो क्या सच में  इनके रसूख के आगे प्रशासन घुटने टेक चुका है। जिला प्रशासन से कार्यवाही न होता देख मजदूरों ने सी एम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज करवाई हैं। अब देखना यह है कि सी एम हेल्पलाइन से मजदूरों को न्याय मिलेगा और सचिव पर।  कार्यवाही होंगी या नही आने वाला समय ही बताएगा।


*सीईओ सतीश तिवारी की मिलीभगत*

सूत्र बताते हैं कि जैतहरी जनपद के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी सतीश तिवारी जब से कार्यभार लिए है तब से ग्राम पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा हैं सचिव की मनमानी जोरो पर चल रही है ग्राम पंचायत में जो गड़बड़ी होती हैं उनकी शिकायते लगातार जनपद में की जा रही है मगर सचिव और जनपद सीईओ सतीश तिवारी की मिलीभगत से ग्राम के पीड़ितों को न्याय नही मिल पा रहा हैं। इसके पहले सचिव की दबंगई इतनी ज्यादा नही थी अब तो शिकायत कर्ता को खुलेआम बोला जा रहा हैं कि जाओ जहाँ शिकायत करना हो कर दो हमारा सीईओ बैठा है सब कुछ रफा दफा कर देगा। अगर ग्राम पंचायतों में ऐसे ही कार्य चलता रहा तो विकास के जगह विनाश होने से कोई नही रोक सकता सतीश तिवारी सीईओ पद के लायक ही नही है जुगाड़ लगाकर एक बार पहले भी सीईओ बन गए थे इस बार फिर सीईओ बनकर खुलेआम आम सचिव को अभयदान देकर रखे हैं। इनके मिलीभगत से सारे मनरेगा के कार्य मशीनों से कराया जा रहा हैं। भोपाल से जिला प्रशासन को 3 बार पत्र जारी किया जा चुका हैं कि जनपद सीईओ सतीश तिवारी को पद से तत्काल हटाकर अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ को जनपद सीईओ का प्रभार दे दिया जाए मगर जिला प्रशासन पता नही किस मुहूर्त का इंतजार कर रही है जिसमे इनको पद से हटाया जाए जनचर्चा यह भी हैं कि सतीश तिवारी की पहुँच सीधे भोपाल और मंत्रियों तक होने ले कारण इनको पद से नही हटाया जा रहा हैं। अब ये जिला प्रशासन की मजबूरी समझे या डर।


*सीईओ उपयंत्रियो को भी दे रखे हैं छूट*

सतीश तिवारी सारे पंचायत के सचिवो को तो पूरी छूट देकर रखे हैं उसके अलावा जनपद के सारे उपयंत्रियो को भी छूट देकर रखे हैं उपयंत्री ग्रामीण क्षेत्रो में काम देखने नही जाते जब काम पूरा हो जाता हैं तब एम बी रिकॉर्ड करने के लिए पहुँच जाते है और कमीशन लेकर गुणवत्ता विहीन कार्य को अच्छा बताकर बिल पास हो जाता हैं ग्रामीण क्षेत्रो में जो भी निर्माण कार्य हो रहे हैं उन पर भी जमकर लीपा पोती की जा रही हैं और इन सब कार्य मे सीईओ साहब की पूरी तरह से हाथ रहता है पंचायत के निर्माण कार्यो में ये भी देखा गया है कि एक उपयंत्री दूसरे उपयंत्री के कार्य स्थल में जाकर ले आउट और एमबी रिकॉर्ड करते देखा गया हैं मगर उसके बाद भी सीईओ को अंगद के पैर की तरह जमे हुए है इनको हिलाने की किसी के पास क्षमता नही है।

*इस मामले को लेकर जब प्रभारी सीईओ जैतहरी सतीश तिवारी के मोबाइल 2 बार कॉल किया गया तो मोबाइल रिसीव नही हुआ। इसके पहले भी इनको कॉल किया गया है तब भी मोबाइल रिसीव नही हुआ है। किस के कारण से मोबाइल नही उठाते सीईओ साहब ही बता सकते है।*

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