मोती व जीवन के भ्रष्टाचार को मिला अभयदान, जिले भर के जिम्मेदार अधिकारियों ने लगाई डुबकी

मोती व जीवन के भ्रष्टाचार को मिला अभयदान, जिले भर के जिम्मेदार अधिकारियों ने लगाई डुबकी

*हुए भ्रष्टाचार मैं उपयंत्री एसडीओ सीईओ की भूमिका संदेहास्पद*


अनूपपुर/जैतहरी

ग्राम पंचायत सेन्दुरी के जनपद पंचायत जैतहरी में पदस्थ पूर्व सचिव जीवनलाल राठौर के विगत 7 वर्षों से पदस्थ थे वहीं रोजगार सहायक मोतीलाल राठौर जो कि शुरू से यंहा पर पदस्थ थे। इन दोनों के भ्रष्टाचार की शिकायत जनपद पंचायत के कार्यालय से लेकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कलेक्टर, कमिश्नर, सहित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी अमले के कारण आमजन को हो रही सुविधाओं के मद्देनजर रखते हुए चलाए गए जनसुनवाई कार्यक्रम में भी दिया गया इतना ही नहीं सीएम हेल्पलाइन भी ग्राम पंचायत सिंदूरी जनपद पंचायत जैतहरी के भ्रष्टाचारियों पर भारी पड़ने लगा है ।इन भ्रष्टाचारियों के द्वारा इतने हद तक अपने किए गए भ्रष्टाचार को सही साबित करने के लिए उच्चाधिकारियों एवं जांच अधिकारियों को गले तक डुबो दिया गया है कि जांच अधिकारी एवं जिम्मेदार लाखों की बनी बिल्डिंग में बैठे ही झूठा प्रतिवेदन तैयार कर उपरोक्त भ्रष्टाचारियों को अभय दान देने में कोताही नहीं छोड़ रहे । और खामियाजा यह की भ्रष्टाचारी सचिव एवं रोजगार सहायक बिना डर के खुलेआम मनमानी करने मैं वर्षों से उतारू हैं । इनके द्वारा कोई भी जानकारी मांगने पर गोल - मोल जबाब दिया जाता है । ये शासन की योजनाओं एवं विकास कार्यों की इतनी बुरी दशा कर रखें है कि इसका आंकलन ही नहीं किया जा सकता । सरकार के द्वारा जो भी योजना आती है उसका उपयोग गांव के हितों के लिये नाम मात्र के लिये सदैव किया जाता रहा है और इसकी पूरी राशि दोनों ही आपस में सांठ - गांठ करके बांट लेते रहे हैं ,जो योजना बिल्कुल जरूरी होती है , उसे अपने चमचों और नुमाइन्दों को देकर खाना पूर्ति का काम सदैव कर दिया जाता रहा है । बांकी गांव वाले योजनाओं के इन्तजार में बैठे रह जाते हैं । ग्रामीणों ने बताया कि इनके गुंडाराज से नाराज हम ग्रामवासी पूरी तरह से त्रस्त हो चुके हैं और कई सालों से इनका प्रताडना सहते चले आ रहे हैं । अब सहन कर पाना मुश्किल हो गया है । अगर समय रहते ग्रामीणों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इनके ऊपर तत्काल कार्यवाही नहीं की गई  तो भ्रष्टाचारी सचिव के द्वारा स्थानांतरण होने के बाद भी पुणे है नए सिरे से नवागत स्थान में जाकर गरीबों का शोषण करते हुए नए स्तर से भ्रष्टाचार की शुरुआत करने में कोताही नहीं छोड़ेगा

*सीसी रोड के निर्माण कार्य में किया धोखाधड़ी*

 प्राप्त जानकारी के मुताबिक  ग्राम पंचायत सेंदूरी ज.प में पुराने ट्रांसफार्मर से ले कर बालमीक राठौर के घर तक सीसी रोड बनाने के लिए राशि स्वीकृत की गई थी पर सीसी रोड का निर्माण केवल ट्रांसफार्मर से ले कर खेमन राठौर के घर तक ही किया गया और राशि का भुगतान पूरे ट्रांसफार्मर से ले कर बलमीक के घर तक का किया गया अर्थात खेमन  के घर से बालमिक के घर तक की राशि को ग्राम सेंदुरी के जनप्रतिनिधियों द्वारा हड़प कर लिया गया और इतना ही नही सीसी रोड के मापदंड को ध्यान में रखते हुए रोड का निर्माण किया गया है । ग्रामीणों ने जिला प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों से बालमीक  के घर तक बनी सीसी रोड की जांच निष्पक्ष तरीके से की जाए और सीसी रोड के निर्माण में होने वाले भ्रष्टाचार पर सिंकजा कसते हुए इस रोड को पूर्ण रूप से तैयार कर भ्रष्टाचारियों पर दंडात्मक एवं कड़ी कार्यवाही की अपेक्षा की गई है। 

*खेल मैदान में भी किए थे भारी भ्रष्टाचार*

 ग्राम पंचायत सेंदुरी ज .प जैतहरी के ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2017-2018 के दौरान ग्राम सेंदुरी में खेल मैदान का निर्माण किया गया जो की खेल मैदान कम खेत ज्यादा दिखता है ग्राम के जनप्रतिनिधियों एवं सरकारी महकमे की लालच की भेंट चढ़ चुके इस खेल मैदान का ये हाल है की बच्चें नहीं खेल पाते न उक्त मैदान किसी कार्यक्रम के क्रियान्वयन में काम आता है इतना ज़रूर है पशु मवेशियों के चरने का अच्छा मैदान बन गया है । लोगों का मानना है कि इस खेल मैदान का ये दुर्दशा ग्राम सचिव , रोजगार सहायक उपसरपंच और जांच अधिकारियों द्वारा किया गया है और लगभग 800000 तक की राशि का घोटाला किया गया है जबकि स्वीकृत राशि 1336000 थी । इसीलिए ये मैदान खेत बन के रह गया । 

ग्राम पंचायत सिंदूरी के ग्रामीणों ने गांव के भविष्य को ध्यान में रखते हुए और इस भ्रष्टाचार में समलित अधिकारियों के बढ़ते हौसले को लगाम लगाने हेतु खेल मैदान में हुए घोटाले की जांच  और जनता के विश्वास का गला घुटने से बचाकर शासन प्रशासन के प्रति आम जनता का विश्वास बना रहे को लेकर भ्रष्टाचारियों पर दंडात्मक कार्यवाही किया जाना आवश्यक होगा।

*चुनरिया नाला में निर्मित नवीन तालाब के घोटाले की जांच जनहित में आवश्यक*

सेंदुरी ग्राम के चुनरिया नाला में निर्मित नवीन तालाब में किये गए घोटाले की जांच कराने बावत ग्राम वासियों के द्वारा जिला पंचायत मैं पदस्थ नवागत मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली से मिलकर उक्त ग्राम पंचायत की तमाम अव्यवस्थाओं को अवगत कराया गया इसके बावजूद भी इन भ्रष्टाचारियों पर ना तो किसी प्रकार का जांच के नाम का टीम गठित की गई ना ही इनके किए गए भ्रष्टाचार पर लगाए जाने के लिए आज तक कोई ऐसी दंडात्मक कार्यवाही की गई जिस वजह से आज भी इन भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद देखे जा रहे हैं ज्ञातव्य है कि ग्राम पंचायत सेंदूरी ज.प जैतहरी में वर्ष 2019 2020 के दौरान ग्राम सेंदुरी के चुनरिया नाला में निर्मित नवीन तालाब का निर्माण किया गया था जिसका निर्माण पहले से ही भूतपूर्व सरपंच भूक्खन कोल  के कार्यकाल में किया जा चुका था । सेंदुरी ग्राम के प्रतिनिधियों एवं वहां पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों को पैसे कमाने की ऐसी धुन सवार थी कि सरकार के आंखों में धूल झोंकते हुए इन्होंने पहले से बने हुए तालाब के लिए 1490000 की राशि स्वीकृत कर केवल मेढ़ की खुदाई का काम और थोड़ी बहुत पत्थर लगा कर जनपद पंचायत में बैठे हुए जांच अधिकारियों के मिलीभगत से 1490000 की राशि का व्यय दिखा दिया गया जबकि वास्तव में लगभग 4 से 5 लाख तक की राशि का ही काम किया गया है अर्थात सेंदुरी ग्राम के जनप्रतिनिधियों के आपसी मिलीभगत से इस तालाब के निर्माण कार्य में लगभग 10 लाख का घोटाला होना अनुमानित माना जा रहा है इनके द्वारा लगातार सरकारी योजनाओं और जनता के पैसों का दुरुपयोग किया गया है । ग्राम वासियों ने जिला पंचायत सीईओ हर्षल पंचोली कलेक्टर सुश्री सोनिया मीणा कमिश्नर राजीव शर्मा से मांग की है कि ऐसे निडर सड़ीयंत्रकारी और घोटालेबाज अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए इस तालाब में हुए घोटाले का सच जनता के सामने लाए ता कि इन अधिकारियों को सबक मिल सके और भविष्य में इनके द्वारा ऐसे किसी भी कारनामे को अंजाम न दिया जा सके ।

*प्रधानमंत्री आवास योजना में किये लीपापोती*

ग्राम पंचायत सेंदुरी में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत खुलेआम लूट मची हुई है यहां आवास योजना का लाभ लेने के लिए हितग्राहियों  को बोली लगानी पड़ती है और 10000 से ले कर 25-30 हजार का भेट चढ़ाना पड़ता है और जो हितग्राही प्रसाद चढ़ाने में असमर्थ होता है उसका नाम आवास लिस्ट से काट दिया जाता है चाहे वह कितना भी गरीब असहाय या बेघर क्यों न हो और जिसने प्रसाद चढ़ा दिया उसके पास चाहे गाड़ी बंगला नौकरी सब कुछ क्यों न हो फिर भी कुछ न कुछ करके उसे आवास दे दिया जाता है । इस पूरे कार्यक्रम का लेखाजोखा ग्राम पंचायत सेंदूरी के प्रमुख भ्रष्टाचारी मोतीलाल राठौर करते हैं जो की वर्तमान में रोजगार सहायक के पद पर आसीन हैं और इनका हौसला बढ़ाने का काम और बचाने का काम जनपद पंचायत में बैठे जांच अधिकारी पैकरा और उनके सहायक और सचिव जीवनलाल राठौर के द्वारा सदैव किया गया है । इन्ही सब कारणों से मोतीलाल का हौसला इतना बढ़ा हुआ है कि ग्राम पंचायत का कोई भी योजना हो उसमे मोतीलाल के द्वारा सेंध मार ही दिया जाता है और कमीशन अपने पूरे टोली को बांट दिया जाता हैं । इसके द्वारा अपने मुनाफे के बिना किसी भी योजना को पंचायत में पारित होने ही नहीं दिया जाता  चाहे वह जानता के लिए कितना भी जरूरी क्यों न हो अगर किसी ने इनसे योजना के बारे में पूछ लिया तो साफ जवाब मिलता है की यह योजना हमारे ग्राम पंचायत के लिए है ही नहीं । आपको आगे जानकारी देते हुए बताना चाहता की यहां आवास लिस्ट से नाम हटाने की जिम्मेदारी मोतीलाल राठौर  ही करते हैं और उनका स्टेप बाई स्टेप फोटो अपडेट करने का काम भी मोतीलाल के द्वारा किया जाता है जांच अधिकारी केवल अपने ऑफिस में बैठे अपने कमीशन का नोट गिनने का काम करते हैं जांच अधिकारी केवल मोतीलाल के कहने पर ही दर्शन देंगे और जो मोतीलाल बोले सिर्फ उतना ही जांच करके खानापूर्ति करते हुए उतना ही बोलेंगे उससे ज्यादा एक शब्द भी नहीं और चुप चाप चले जायेगें । अगर किसी ने उनसे सवाल जवाब किया तो आप पर भड़क जायेंगे और आपसे आपसी दुश्मनी करने लगेंगे जब तक की उन्हें प्रसाद नही चढ़ाओगे और माफी नहीं मांगोगे तब तक आपकी तरफ देखेंगे भी नहीं । ग्रामीणों ने पत्राचार के माध्यम से जिम्मेदारों को  जानकारी देते हुए बताया की आवास के लिए जो भी  माप दंड रखा गया है उन सारे नियमों को ताक पर रख कर यहां मनमाने तरीके से आवास का वितरण किया जा रहा है । और वास्तविक आवास विहीन हितग्राही आज भी अपनी टूटी फूटी झोपड़े में रहने को मजबूर हैं । जिला प्रशासन से मांग करते हुए सेंदुरी के गरीब बेचारों पर रहम करते हुए आवास योजना में हुए भ्रष्टाचार का सुध लेकर जमीनी तौर पर गहराई से जांच करे ता कि आवास के नाम पर होने वाली लूट और धोखा धडी का परदा फोंस हो सके और वास्तविक हितग्राहियों को आवास मिल सके ता कि उन गरीब बेचारों का भी पक्के मकान में रहने का सपना पूर्ण हो सके जिनको हमारे देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पक्के मकान में देखना चाहते हैं जो वास्तविक रूप से गरीब हैं और पूर्ण रूप से आवास विहीन है।

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