तीन खेमे में बंट गई कांग्रेस! आखिर किसके पास जाएगी सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी की कमान

क्या बदलेगा जिले का सियासी इतिहास, ?

तीन खेमे में बंट गई कांग्रेस! आखिर किसके पास जाएगी सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी की कमान


अनूपपुर

आज अनुपपुर कांग्रेस  विषम परिस्थितियों से गुजर रही है। वर्तमान समय में गुटबाजी व जातिवाद का विषवमन किया जा रहा है। कांग्रेस को इन बातों से आगे उठकर सजग रहना होगा, ऐसे लोगों व ऐसी बातों से जो इसे टुकड़ों में विभक्त कर संगठन के शीर्ष पर पहुंचना चाहती हैं।

देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी….जी हां यानी कांग्रेस का अगला जिला अध्यक्ष  कौन होगा, इसका सभी को इंतजार है. इस सवाल का जवाब जानने के लिए आपको अब थोड़ा और इंतजार करना होगा, क्योंकि फिलहाल कांग्रेस में आंतरिक गुटबाजी चरम पर है. एक ओर जहां पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष और विधायक इस पद से मुक्ति मांगते नज़र आ रहे हैं वही कुछ  नेता जयप्रकाश को फिर से कांग्रेस की कमान सौंपने की वकालत करते नजर आ रहे हैं साथ ही इनके नाम पर दोनों विधायक सहमत भी हो सकते हैं, तो वहीं एक धड़ा ऐसा भी है, जिसकी सहमति इसपर नहीं है और वो इससे अलग मत रखता है.वही जिले में तीन गुटों में बंटी कांग्रेस दीपक पांडे के नाम पर सहमति बनाती नज़र आ रही है

इन चीजों के इतर . कुल मिलाकर देखा जाए तो पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस तीन अलग-अलग खेमों में नजर आने लगी हैं. पहला फुन्देलाल  संतोष पाण्डे के पक्ष में नजर आ रहे है तो वहीं दूसरा सुनील सराफ कोतमा के मनोज सराफ के पक्ष में अपने विचार रखते नज़र आ रहे है. वहीं तीसरा इन दोनों से अलग विचारधारा का नजर आता है जो स्वतंत्र खेमा है. जिसकी अगुवाई पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रमेश सिंह करते नज़र आ रहे हैं 

जिला प्रमुख कौन बनेगा

कांग्रेस वर्तमान समय में संक्रमण के दौर से गुजर रही है ऐसे में उसे एक ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो सबको एक साथ लेकर संगठन को पुनर्जीवित कर सके वही बीते उपचुनाव में रमेश सिंह के लिए लामबंदी कर रहे दीपक पांडे ने पूरे जिले में एक बार कांग्रेस को पुनर्जीवित करने में सफलता पाई थी व ऐसा लगने लगा था कि अगर कांग्रेस रमेश सिंह को टिकट देती है तो मुकाबला कड़ा हो सकता है किंतु राजनीति ने पलटी मारी और बिसाहू ने एकतरफा जीत हासिल की अगर कांग्रेस दीपक के हाथों में जिले की कमान सौपती है तो जिले में एक बार फिर कांग्रेस सांगठनिक रूप से खड़ी हो सकती है दीपक पांडेय स्व. दलवीर सिंह और स्व. श्रीमती राजेश नादिनी जी के विश्वस्त रहे यहाँ तक की शहडोल लोकसभा चुनाव का संचालन भी वही करते थे,जिला पंचायत के सांसद प्रतिनिधि,छात्र संगठन के अध्यक्ष, युवक कांग्रेस,और लायंस क्लब से जुड़कर उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किया था, उच्च शिक्षा प्राप्त श्री पांडे कुशल संगठन क्षमता के लिए जाने जाते हैं, युवाओं में उनकी लोकप्रियता का लाभ कांग्रेस को मिलेगा,

 इनके नामों पर मंथन,

वैसे प्रदेश नेतृत्व की बात करे तो वह सभी को साधने के प्रयास में है  वह सभी गुटों से बात कर किसी एक नाम पर सहमति बनाने  का प्रयास कर रही है फिलहाल जिले में इस पद के कई दावेदार नज़र आ रहे हैं जिनमे प्रमुख रूप से दीपक पांडेय है जिनके नाम पर कोतमा विधायक भी अपनी सहमति दे सकते हैं वही दूसरे करतार सिंह है जो फिलहाल कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं और पूर्व जिलाध्यक्ष जयप्रकाश खेमे के माने जा रहे हैं वह भी इस दौड़ में बने हुए हैं वही एक लंबे समय से पुष्पराजगढ़ से कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे संतोष पाण्डे भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं

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