26 लाख की सड़क पर कमीशन और भ्रष्टाचार का चला खेल जिम्मेदार जनप्रतिनिधि मौन
अनूपपुर/कोतमा
आखिर 26 लाख की लागत से बनी जकीडा़ चौक से बस स्टैंड तक नवनिर्मित सीसी रोड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ ही गई! नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इंजीनियर सीएमओ सभी ठेकेदार का मुह ताकतें रह गए और ठेकेदार सीना ठोककर उक्त घटिया निर्माण कार्य का पैसा भुगतान करा लिया! बात हो रही वार्ड नं 5 जकीडा़ चौक से बस स्टैंड तक 4 माह पूर्व बनाई गई गुणवत्ता विहीन सीसी रोड की सच्चाई किसी से छिपी नही है रोड बनते ही दो चार दिन में जगह जगह से उखड़ने लगी थी! जिसका विरोध वार्ड वासियों सहित ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मनोज सोनी ने संभागायुक्त से कि थी!तो घटिया निर्माण कार्य में महारथ हासिल ठेकेदार द्वारा जाचं के डर से आनन फानन में नव निर्मित सीसी रोड के ऊपर डामर पोत दिया गया! तो पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश जैन ने नवनिर्मित सड़क पर डामरीकरण करने पर सवाल उठाएं था ठेकेदार पर कार्यवाही करने की मांग की गई साथ ही नगर पालिका द्वारा जनता का पैसा बर्बाद किये जाने की बात कही गई थी!लेकिन जिम्मेदारों ने विपक्ष नेताओं की एक नही सुनी और नतीजा नगर की आम जनता के सामने है!पिछले वर्ष दिसंबर माह में ठेकेदार की पोल खोल रही सीसी रोड पर घटिया स्तर का मोबिल युक्त डामर पोता गया था! वो भी जगह जगह से उखड़ने लगी!ठेकेदार द्वारा किये गए सीसी रोड निर्माण कार्य की क्वालिटी तो देखिए दिसंबर माह में डामर पोता गया और जनवरी माह उखड़ने लगा मतलब मात्र एक महीने में ही ठेकेदार द्वारा की गई करतूत कोतमा नगर की जनता के सामने आ गई!ऐसा ठेकेदार देश प्रदेश ही नही पूरे विश्व में नही मिलेगा नाम बताने की जरूरत नही जिले की जनता भलि भातिं जानती है इस तरह का निर्माण कार्य कौन कर सकता है! बताया जा रहा कि ठेकेदार द्वारा सिर्फ इसलिए डामर पोता गया था कि 26 लाख रुपये भुगतान कराना था जो नगर पालिका के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की महेरबानी से हो चुका है अब रोड उखड़ती है तो उखड़ने दो मेरे ठेगे से! नगर पालिका अंतर्गत हुए और हो रहें भ्रष्टाचार को देखकर अब ऐसा प्रतीत होने लगा है कि नगर पालिका के जिम्मेदारों ने पूरी तरह अपनी आँखों में कमीशन का चश्मा लगा रखा है!तभी तो एक ठेकेदार भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार किए जा रहा और नगर पालिका के जिम्मेदार घटिया निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार पर बल्के लिस्टेड की कार्यवाही करने की बजाय उक्त ठेकेदार के साथ काधे से काधा मिलाकर चल रहें! ये कहने में कोई हर्ज नही है कि कोतमा नगर की आम जनता जिन्हें अपना आशीर्वाद अपना वोट देकर अपना प्रतिनिधि बनाकर नगर एवं नगर पालिका की जिम्मेदारी सौपी थीं!वही जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भ्रष्ट ठेकेदार को संरक्षण देकर नगर की जनता के पैसे पर पलीता लगा रहें है!नगर की आम जनता यह जानना चाहती है कि क्या इसी दिन के लिए नगर की जनता ने अपना जनप्रतिनिधि बनाकर कुर्सी पर बिठाया था कि कुर्सी पर बैठने के बाद जनता की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए जनता के साथ विश्वासघात करते हुए कमीशन के चक्कर में आम जनता के पैसों को भ्रष्ट ठेकेदार के साथ मिलकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाएं!
*जब वोट आपको दिया है तो सवाल भी आप ही से पूछेंगे*
नगर की आम जनता नगर पालिका के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से ये जानना चाहती है कि ठेकेदार द्वारा किए गए घटिया निर्माण कार्य की पोल खुलने एवं भ्रष्टाचारी करतूत जानने के बाद भी ठेकेदार पर कार्यवाही क्यों नही की जा आखिर नगर पालिका की क्या मजबूरी है! अगर जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों पर मौन धारण रवैया अपनाएँ रहेगें तो नगर की जनता आपसे सवाल करेगी ही क्योंकि जनता ने वोट आपको दिया है तो सवाल भी आपसे पूछेगी जनता के सवाल का जवाब नही मिलेगा तो यह आरोप लगेगा ही कि जनप्रतिनिधि और ठेकेदार मिलकर आमजनता का पैसा बर्बाद कर रहें है! इसलिए नगर पालिका जनप्रतिनिधियों को उक्त ठेकेदार द्वारा नगर में किए गए समस्त निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जाचं कराकर कार्यवाही करानी चाहिए जिससे नगर पालिका जनप्रतिनिधियों पर नगर की आम जनता का विश्वास बना रहें!