जब मांडू एवं भोज पाल उत्सव मनाया जा सकता है तो बाणगंगा मेला क्यों नहीं ? कैलाश तिवारी
शहडोल
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री कैलाश तिवारी ने जिला प्रशासन की प्रमुख श्रीमती वंदना वैद्य से अनुरोध किया है कि वह शहडोल के ऐतिहासिक बाणगंगा मेले को स्थगित किए जाने के आदेश पर पुनः विचार करें।
भारतीय जनता पार्टी नेता ने कहा है कि प्रदेश भर में मेले और उत्सव का आयोजन किया जा रहा है ।मांडू में प्रसिद्ध मांडू उत्सव तथा भोपाल में भोज पाल उत्सव जनवरी में मनाया जा रहा है ।जिसमें की हजारों की संख्या में पर्यटक, क्षेत्रवासी भाग लेते हैं। ऐसे में शहडोल के बाणगंगा मेले को स्थगित किया जाना न्याय पूर्ण नही है। इससे हजारों लोगों को रोजी रोटी मिलती है तथा क्षेत्रवासियों को वर्ष भर इस मेले का इंतजार रहता है।
बाणगंगा मेला ऐतिहासिक परंपरा को कायम किया हुआ है। ऐसे में जब प्रदेश में सब जगह खुलेआम कार्यक्रम हो रहे हैं, तो इसको स्थगित ना किया जाए। जिला प्रशासन मेले में शर्तों के सहित मेले में प्रवेश देकर कोरोना महामारी की गाइडलाइन का पालन कर सकता है। इस मेले में केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश किया जाए जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है तथा मेला स्थल में कोरोना वैक्सीन लगवाने की सुविधा दी जाए ताकि जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन नही लगी है वह लगवा सके तथा मेले में प्रवेश कर सकें इससे वैक्सीनेशन टारगेट को पूरा करने में भी सहायता मिलेगी और एक ही जगह पर वैक्सीनेशन का कार्य सफलतापूर्वक हो सकता है।
कैलाश तिवारी ने कहा है कि मांडू उत्सव तथा भोज उत्सव की जानकारी प्रतिदिन टी वी में आ रही है तथा उन कार्यक्रमों में मध्य प्रदेश शासन के मंत्री गण भी भाग ले रहे हैं।