स्व. जनरल विपिन रावत के नाम पर सैनिक स्कूल खोलकर दी जा सकती है सच्ची श्रद्धांजलि- अनिल गुप्ता
*जनरल विपिन रावत एवं मधुलिका रावत 2022 में शहडोल आना था और और यही पर एक सैनिक स्कूल खुलवाने की बात कही थी*
अनूपपुर/शहड़ोल
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं विंध्य विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ने महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस एवं पूर्व थल सेनाध्यक्ष वीर सपूत जनरल स्व. विपिन रावत के इच्छानुसार शहडोल (म.प्र.) में आर्मी स्कूल खोलने की स्वीकृत प्रदान किया जाए जिससे उनको सच्ची श्रद्धांजलि मिल जाएगी एवं शहडोल सोहागपुर के दामाद होने के नाते उनकी याद में एक यादगार पल जुड़ जाए और आर्मी स्कूल में बच्चे पढ़कर सेना में जाकर अपनी सेवा देकर इस क्षेत्र और जनरल रावत और उनकी पत्नी का नाम हमेशा रोशन करते रहे जिससे संभाग के लोगो को काफी खुशी महसूस होगी, देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस जनरल स्व. विपिन रावत उनकी धर्म पत्नी स्व. मधुलिका एवं देश के 12 महान सपूतों के शहीद होने पर हार्दिक श्रद्धांजलि सादर नमन..... जैसा कि समाचार पत्रों एवं जनरल विपिन रावत जी के ससुराल पक्ष के परिजनों ने बताया कि जनरल रावत एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मधुलिका रावत जनवरी 2022 में सोहागपुर, जिला-शहडोल (म.प्र.) में आने का कार्यक्रम दिए थे तथा उन्होनें चर्चा में कहा था कि (सोहागपुर) शहडोल (म.प्र.) में आर्मी स्कूल खुलवाने की इच्छा प्रगट किए थे। मगर शायद भगवान को यहाँ आना मंजूर नही था। और दोनो हेलीकॉप्टर दुर्घटना में काल के गाल में समा गए।
शहडोल (म.प्र.) स्व. जनरल रावत की ससुराल एवं उनकी धर्मपत्नी स्व. मधुलिका जी का मायके होने के कारण विशेष लगाव होना स्वभाविक है। भाजपा नेता अनिल गुप्ता का बड़ा सौभाग्य था कि देश के सेना के उच्च पद पर रह चुके महान व्यक्ति जनरल विपिन रावत एवं मधुलिका सिंह के विवाह समारोह 14 अप्रैल 1986 को नई दिल्ली में उपस्थित रहने का अवसर प्राप्त हुआ था
अनिल गुप्ता ने विनम्र प्रार्थना है कि देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस जनरल विपिन रावत जी के इच्छा अनुसार शहडोल (म.प्र.) में आर्मी स्कूल खुलवाने की स्वीकृत दिलाकर उनकी धर्मपत्नी के जन्म भूमि पर उनकी अंतिम इच्छा पूर्ति में आप जैसे लोकप्रिय राष्ट्रनायक से विनम्र आग्रह है कि आवश्यक दिशा-निर्देश व आदेश प्रदान करके देश के महान सपूत को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित हो सके।