इंतजाम की खुली पोल, सैकड़ो क्विंटल धान बारिश से बर्बाद, लाखो का हुआ नुकसान
*झमाझम बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त, अचानक बारिश से किसानों की चिंता बढ़ी*
अनूपपुर/कोतमा
धान खरीदी केंद्रों में अचानक तेज बारिश होने के कारण प्रशासन के इंतजाम की पोल खुलते नजर आ रही है। सैकड़ो क्विंटल धान पानी मे भीगने के कारण लाखो का नुकसान हुआ है अनूपपुर जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में दोपहर को 28 दिसंबर को 2 से 3 घंटे झमा झमा बारिश हुई हैं जिसके कारण पूरे जिले के धान खरीदी केंद्र में अचानक मौसम के बदलाव से अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला है कोतमा में तेज बारिश के दौरान सहकारी समिति परिसर में पड़ा धान बर्बाद हो गया। काफी मात्रा में बाहर पड़ा धान पूरी तरह पानी से भीग गया इसके अलावा जिले के कुछ धान खरीदी केंद्र के मैदान में सैकड़ो क्विंटल धान भीगने की जानकारी मिल रही है। किन किन केंद्रों में कितना धान भीग गया है इसकी पुख्ता जानकारी अभी नही मिल पाई है। अचानक बारिश होने से कुछ किसान धान लेकर धान खरीदी केंद्र लेकर जाते हुए परेशान हुए तो कुछ किसान धान खरीदी केंद्र में अचानक बारिश से परेशान दिखे क्यू कि धान खरीदी केंद्र में किसानों के लिए पुख्ता इंतजाम नही थे। जानकारी यह भी मिल रही है कि कुछ केंद्रों से पानी गिरने के कारण कुछ किसानो का धान वापस कर दिया गया है। 2 दिन से मौसम के बदलाव दिखने के बाद भी पुख्ता इंतजाम न करना प्रशासन की नाकामी दर्शा रहा हैं। इस लापरवाही से जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कहा से होगी। अचानक मौसम के बदलाव होने के कारण किसानों की चिंता बढ़ा दी है शाम को बारिश का दौर थोड़ा धीमा जरूर हुआ है मगर बारिश अभी भी धीरे धीरे जारी है। जिले के जैतहरी के अलावा कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि की खबरें भी आ रही हैं।
मंगलवार सुबह से ही बादल छाए हुए थे दोपहर को अचानक मौसम ने करवट बदली। दोपहर 3:00 बजे के बाद जोरदार बारिश शुरु हो गई। इस दौरान तेज हवा भी चली। फिर मौसम में ठंडक घुल गई। इससे पहले सोमवार को शाम को अचानक मौसम में बदलाव आ गया और हल्की बारिश भी हुई जिसके कारण मौसम में ठंडक आ गई जिससे ठंड के कारण लोग और बेहाल हो गए । सोमवार शाम से ही आसमान में बादलों का जमावड़ा लग गया और मंगलवार की दोपहर 3:00 बजे के बाद तेज हवाएं चलने लगी और धूल उड़ने लगी। कुछ समझ पाते इससे पहले ही हवाओं के साथ झमाझम बारिश होने लगी। तेज हवाओं के साथ करीब कई घंटे बारिश का दौर चलता रहा।
बंगाल की खड़ी और अरब सागर की ओर से आने वाली हवा में नमी आ रही है। यह विदर्भ के ऊपर पहुंचने की वजह से यहां उस नमी की वजह से बारिश होने की संभावना लगातार मौसम विभाग दे रहा है। इसी के चलते सोमवार को दोपहर से ही आसमान में बादलों का जमावड़ा लगने लगा और तेज हवाओं ने जोर पकड़ लिया। कुछ समय बाद ही हवाओं के साथ झमाझम बारिश भी आरंभ हो गई। बारिश के चलते कुछ समय के लिए मौसम बिलकुल सुहाना हो गया और ठंडक सा महसूस होने लगा। हवा के साथ बारिश भी बार-बार झौकों के साथ आ रही थी। करीब आधा घंटे हुई इस बारिश से शहर के विभिन्न सड़कों के किनारे और खुले मैदानों में पानी भर दिया।
सोमवार की शाम को बारिश होने की वजह से कुछ हद तक राहत मिली। मंगलवार को भी तेज हवा के साथ बारिश हुई, जिसकी संभावना मौसम विभाग ने पहले ही कर दी थी। बेमौसम हुई बारिश के कारण एक बार फिजा में ठंडक घुल गई लोगों का अनुमान है कि अब और कड़ाके की ठंड पढ़नी शुरू होगी जब मौसम साफ होगा एक बार फिर से गलन भरी ठंड लगने लगेगी।