पठन-पाठन में हो रही असुविधा को लेकर छात्रों ने महाविद्यालय में की तालाबंदी

 शिक्षकों की कमी और पठन-पाठन में हो रही असुविधा को लेकर छात्रों ने महाविद्यालय में की तालाबंदी

 *न शिक्षक न कक्षाएं और ना ही साफ-सफाई, अव्यवस्थाओं के बीच चौपट हो रहा छात्रों का भविष्य*


इंट्रो :- सरकार के दावों की खोखली तस्वीर अनूपपुर जिले के बिजुरी महाविद्यालय में देखने को मिलती है। जहां भारत का भविष्य कहे जाने वाले छात्र-छात्राओं का भविष्य संकट भरी परिस्थिति में गुजर रहा है जिसको लेकर छात्र-छात्राएं ने महाविद्यालय के मेन गेट में तालाबंदी कर अल्पकालीन आंदोलन कर महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी पठन-पाठन में हो रही असुविधा और महाविद्यालय में फैली गंदगी को लेकर आंदोलन के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई है देखना यह है कि क्या भारत के भविष्य की आवाज सरकार के कानों तक पहुंची है या की आश्वासन तक यह कार्यवाही अधर में लटकी रहेगी। 

अनूपपुर 

महाविद्यालय में छात्रों की पढ़ाई में आ रहे संकट को लेकर मंगलवार को शासकीय महाविद्यालय बिजुरी के छात्रों ने महाविद्यालय के मेन गेट में तालाबंदी कर आंदोलन किया। शासकीय महाविद्यालय बिजुरी के छात्र-छात्राओं की मांग है कि ना तो महाविद्यालय मे विषय वार शिक्षक पदस्थ है और ना ही लाइब्रेरी मे किताबे है छात्र-छात्राओं का यह भी आरोप है कि कॉलेज मे एनसीसी और खेल गतिविधिया भी बंद है महाविद्यालय पर साफ-सफाई जैसी सुविधा भी नही है जिसको लेकर महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं प्रदर्शन मे बैठे हुए है, वही महाविद्यालय के प्राचार्य सुनील भोंसले नाराज छात्र छात्राओं को मनाते हुए दिखाई दे रहे है। इसके बाद मामला कहलाते हुए देख प्रचार ने छात्रों की बात को उचित स्तर तक पहुंचाने की बात कही है और आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द छात्रों की मांगों पर सुनवाई की जाएगी। 

*अधर में लटका छात्रों का भविष्य*

सरकार के खोखले दावें जमीनी स्तर पर  पूर्ण ना होने के कारण छात्रों का भविष्य अधर में दिख रहा है। पूर्व में राज्य शिक्षा मंत्री ने  बिजुरी महाविद्यालय के उद्घाटन के दौरान छात्र-छात्राओं की हो रही असुविधा को लेकर शिक्षकों की उपस्थिति और छात्रों की पेपर बिजुरी महाविद्यालय में कराए जाने को लेकर आश्वासन दिया था कि इस वर्ष से यह सारी सुविधाएं महाविद्यालय के छात्रों को उपलब्ध हो पाएगी लेकिन राज्य शिक्षा मंत्री का यह दावा खोखला नजर आया जिसको लेकर छात्रों ने उग्र रूप बनाते हुए कॉलेज के गेट में तालाबंदी कर महाविद्यालय को बंद कर दिया और अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर बैठ गए हालांकि प्रचार के आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन वापस ले लिया लेकिन अब उनकी प्रशासन से बढ़ती जा रही है देखना यह है कि क्या छात्राओं की मांग को लेकर शासन गंभीर नजर आएगी या कि यह मात्र आंदोलन आश्वासन तक ही सिमट कर रह जाएगा। 

*मिस्टर इंडिया हुऐ छात्र संगठन*

90 के दशक की सुपरहिट फिल्म मिस्टर इंडिया में जिस प्रकार मिस्टर इंडिया सिर्फ सुनाई देते थे उसी तर्ज पर महाविद्यालय में छात्र संगठन मिस्टर इंडिया के रूप में नजर आए जहां सिर्फ समय-समय पर छात्र संगठनों के नाम सुनाई देते हैं बाकी छात्रों के भविष्य को लेकर कोई भी छात्र संगठन सामने नजर नहीं आया और ना ही छात्र के हितों की बात लेकर उन्होंने किसी प्रकार की कार्यवाही की मांग की। फिलहाल महाविद्यालय के छात्र सभी छात्र संगठन से नाराज चल रहे हैं छात्रों के हित में ना बोलने के कारण छात्र संगठन भी महाविद्यालयों से विलुप्त होते नजर आ रहे हैं।  

*इनका कहना है*

उच्च स्तर तक छात्रों की बात रखी जाएगी जल्द ही छात्रों की समस्याओं का निराकरण कर महाविद्यालय को सुचारू रूप से चलाया जाएगा। 

*सुनील भोशले प्रभारी प्राचार्य महाविद्यालय बिजुरी*

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