बजरंग दल के द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में सैकड़ों की संख्या शौर्य संचलन निकाला
अनूपपुर
विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अगहन की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गीता जयंती मनाई जाती है. सनातन धर्म में गीता जयंती का महत्व बहुत ज्यादा है. महाभारत युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए इसे जयंती के रूप में मनाया जाता है. श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ और अनुसरण करने वाले व्यक्ति को मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है. गीता सब तरह के संकटों से प्रत्येक उबारने का सर्वोत्तम साधन है. श्रीमद्भगवद्गीता के 18 अध्यायों में कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग का उपदेश है. गीता जयंती के दिन ही मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाती है.
राम मंदिर निर्माण की खुशी में गीता जयंती के दिन इस वर्ष शौर्य संचलन का कार्यक्रम अनूपपुर जिला मुख्यालय मे रखा गया जिसमें मुख्य बौद्धिक वक्ता के उद्बोधन के पश्चात शौर्य संचलन इंदिरा चौराहा प्रारंभ होकर रेलवे स्टेशन चौराहा होते हुए राम जानकी मंदिर ,पुराना पोस्ट ऑफिस मार्ग,आदर्श मार्ग, बस स्टैंड से निकल कर सामतपुर हनुमान मंदिर में समापन हुआ
जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में राजेंद्र जी प्रांत धर्म प्रसार संयोजक, अरविंद तिवारी विभाग,संगठन मंत्री,अध्यक्ष,जिला मंत्री, जिला संयोजक बजरंगदल व जिले ,प्रखंड के बजरंगदल पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।