सीईओ व कलेक्टर से शिकायत के बाद भी न हुई कार्यवाही, दोषियों के हौसले हैं बुलंद

सीईओ व कलेक्टर से शिकायत के बाद भी न हुई कार्यवाही, दोषियों के हौसले हैं बुलंद

*मामला: उमरिया जिले के ग्राम पंचायत उजान का, अब कमिश्नर से न्याय की आस*


उमरिया

ग्राम पंचायतों में किस तरह शासकीय धन की होली खेली जा रही है, यह बात आये दिन सामने आती रही है। कहीं कागजों में निर्माण हुआ है, तो कहीं निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए की राशि आहरण कर लिया जाना सामने आया। गौरतलब है कि संबंधित मामलों की शिकायत एवं जानकारी दिये जाने के पश्चात भी वरिष्ठ आला अफसर कार्यवाही किए जाने को लेकर गुरेज रखते हैं। यही वजह है कि, संभाग भर के ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम पर है।

*भुरभुरी व घुलनशील सफेद पत्थरों का हुआ है उपयोग*

ऐसा ही एक मामला वर्तमान में सामने आया है, जिसमें मनरेगा के तालाब निर्माण कार्यों में फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए की राशि आहरण कर लिए जाने का आरोप लगाते हुए कमिश्नर से शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता अभिषेक शुक्ला ने कमिश्नर राजीव शर्मा से उमरिया जिले के करकेली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत उजान में हुए संबंधित भ्रष्टाचार की जांच कराकर, दोषीजनों को दंडित किए जाने की मांग की है। शिकायत पत्र में बताया कि, ग्राम पंचायत उजान में तत्कालीन सचिव व सरपंच द्वारा मनरेगा के तालाब निर्माण कार्यों में फर्जी बिल लगाकर 5,15,766 रुपये की राशि आहरण कर अनियमित्ता की गई है। बिंदुवार जानकारी देते हुए बताया कि, रामकृपाल के खेत के पास बरहाई नाला तालाब निर्माण, मंगल सिंह के खेत के पास वाटर हार्वेस्टिंग टैंक निर्माण, बुल्ला के खेत के पास तालाब निर्माण एवं अन्य तालाब निर्माण में पिचिंग स्टोन की जगह, जंगल एवं गांव के ही नाले से निकाले गए सफेद पत्थर का उपयोग किया गया है। जो कि भुरभुरी एवं घुलनशील है और निर्धारित गुणवत्ता के विपरीत है। सरपंच व सचिव द्वारा उजान खेर माता के पास एक स्टाप डेम बनाया गया है। जिसकी बिग-बॉल में सरिया ही नहीं लगाई गई है, बेस भी नदारद है। जिसके कारण नीचे से पूरा पोल दिखाई दे रहा है।

*पिचिंग बोल्डर खरीदे नहीं, पर लगे हुए हैं बिल*

सभी तलाब कार्यों पर इनके द्वारा लगाए गये 50mm से 200mm के पिचिंग बोल्डर, खरीदे ही नहीं गए हैं बल्कि गांव से लगे नाला से खोदकर उपयोग किए गए हैं। बावजूद, इनके द्वारा बिल क्रमांक 202 राशि 94,164 रुपये, बिल क्रमांक 177-178 राशि 1,21,812 रुपये, बिल क्रमांक 201 राशि 81572.4 रुपए, बिल क्रमांक 258-259 राशि 65,889.60 रुपए, बिल क्रमांक 189 राशि 71,728 तथा बिल क्रमांक 252 राशि 80,601 रुपये के लगाकर कुल राशि 5,15,766 रुपए का फर्जी तरीके से आहरण कर लिया गया है। उक्त ग्राम पंचायत में सीसी रोड निर्माण कार्य भी गुणवत्ता विहीन और निर्धारित मापदंडों के विपरीत कराया गया है। सीसी रोड जो पलटू राम के घर से बनाई गई थी, वह 6 माह में ही पूरी तरह से उखड़ गई है। यदि निष्पक्ष रूप से जांच कराई गई तो, उक्त ग्राम पंचायत के लाखों रुपए का भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ सकेगा है।

*कार्यवाही नहीं होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले हैं बुलंद*

उक्त ग्राम पंचायत में हुए संबंधित भ्रष्टाचार की शिकायत सीईओ जिला पंचायत उमरिया से दिनांक 13/7/21 को व कलेक्टर, उमरिया से 25/11/21 को भी किया। लेकिन संबंधित मामले में दोषियों के विरुद्ध अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। जिसके चलते जिले के ग्राम पंचायतों में इस तरह के भ्रष्टाचार चरम पर हैं, वहीं ऐसे भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंदी पर हैं। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि, संबंधित भ्रष्टाचार उजागर होने के डर से मुझे भयभीत किए जाने के लिए ग्राम पंचायत उजान के सरपंच द्वारा झूठा आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक उमरिया से शिकायत भी की गई। साथ ही जब भ्रष्टाचार की उक्त जानकारी कलेक्टर उमरिया को दी गई तो राजनीतिक दबाव बनाकर उल्टा मुझे भी झूठा साबित करने का प्रयास किया गया। अभिषेक ने जांच कराकर दोषी जनों पर एफआईआर दर्ज कराने तथा अनियमितता की राशि वसूली की मांग की है।

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