पुलिस आयुक्त व्यवस्था अलोकतांत्रिक, पुलिस के निरकुंश होने की आशंका- भाकपा

पुलिस आयुक्त व्यवस्था अलोकतांत्रिक, पुलिस के निरकुंश होने की आशंका- भाकपा


भोपाल

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्त व्यवस्था लागू करने को अलोकतांत्रिक बताते हुए इसे वापस लेने की मांग मध्य प्रदेश सरकार से की है ।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मध्य प्रदेश राज्य परिषद के राज्य सचिव कॉमरेड अरविंद श्रीवास्तव और राज्य सचिव मंडल सदस्य कॉमरेड शैलेन्द्र शैली ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि 

भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्त व्यवस्था लागू होने  से पुलिस के निरंकुश होने की आशंका है ।सरकार के निर्णयों से असहमति रखने और जन विरोधी नीतियों का प्रतिरोध करने वाले राजनीतिक दलों ,जन संगठनों ,बुद्धिजीवियों ,वंचित समूहों पर पुलिस का अत्याचार बढ़ेगा ।जनता के लोकतांत्रिक अधिकार और अभिव्यक्ति की आजादी पर भी संकट पहले से कहीं अधिक बढ़ जाएगा । एक लोकतांत्रिक देश में पुलिस आयुक्त व्यवस्था अनुचित और अनैतिक है । पुलिस को दांडिक अधिकार मिल जायेंगे जो अभी कार्य पालन और न्यायिक दंडाधिकारियों के पास हैं ।पीड़ित जनता न्यायिक सुनवाई के अधिकार से वंचित हो जाएगी। आंदोलन ,धरना ,प्रदर्शन के लिए पुलिस की अनुमति लेना पड़ेगी। भोपाल और इंदौर जैसे महा नगरों में जनता की आवाज़ को दबाने के लिए ही मध्य  प्रदेश सरकार ने पुलिस आयुक्त व्यवस्था लागू की है। इसलिए जन हित में इसे वापस लेना चाहिए ।


शैलेन्द्र शैली 

राज्य सचिव मंडल सदस्य 

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 

मध्य प्रदेश राज्य परिषद 

भोपाल 

मोबाइल 9425023669

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