जिला चिकित्सालय के सफाई कर्मचारी 2 माह से वेतन नही, काम बंद, धरने पर बैठे

जिला चिकित्सालय के सफाई कर्मचारी 2 माह से वेतन नही, काम बंद, धरने पर बैठे

*स्वास्थ्य विभाग ठेकेदार की बड़ी लापरवाही, खाने के पड़े लाले, मिल रही है धमकी*


अनुपपुर

साफ सफाई कर्मचारी जो गंदगी साफ करने का कार्य करते हैं वह कार्य कोई भी नही कर पाते उसको बाद भी इन लोगो को कई समस्यायों का सामना करने को मजबूर है।जिला चिकित्सालय अनुपपुर में आज 13 दिसम्बर से सफाई कर्मचारियो का 2 माह से वेतन न मिलने के कारण काम बंद कर जिला चिकित्सालय के पास धरने पर बैठ गए हैं जिला चिकित्सालय के सफाई कर्मियों द्वारा कलेक्टर अनुपपुर को लिखे पत्र के अनुसार वेतन व पीएफ कटौती की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौपा था समय पर कार्यवाही न होने पर काम बंद कर दिये हैं। बाकी वेतन भुगतान को लेकर वो लोग प्रभारी मंत्री मीना सिंह एवं बेसाहू लाल सिंह को भी सूचना दे चुके है मगर कुछ भी समाधान अभी तक नही हो पाया है ज्ञापन को कॉपी  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनुपपुर को भी दी जा चुकी है। मगर कही भी सुनवाई नही हो पा रही हैं।

*अधिकारी ठेकेदार मस्त*

वेतन भुगतान न होने की सूचना लगातार अधिकारियों कर्मचारियों और ठेकेदार को समय समय पर देते थे में केवल आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला बस यही जबाब मिलता था कि 4 दिन में पूरा भुगतान हो जाएगा। मगर जिले के अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदार अपने आप मे मस्त है उन लोगो को सफाई कर्मचारियों समस्यायों से कोई मतलब ही नही है।

*वेतन न मिलने से खाने के पड़े लाले*

जिला चिकित्सालय के सफाई कर्मियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अक्टूबर नवंबर  2 माह का वेतन रुका हुआ है जिससे कारण सफाई कर्मचारियों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है, वेतन ना मिलने के कारण से परिवार का भरण पोषण ठीक ढंग से नहीं कर हो पा रहा हैं। दुकान वाले अधिक उधारी हो जाने की वजह से उधारी में सामान देने से भी मना कर दिये हैं। और लगातार दुकान वाले घर पर आकर रुपयों की मांग करते हैं जिससे कर्मचारियो को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। समय से वेतन न मिलने के कारण उन लोगो की परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़ गयी हैं। अब उन लोगो को खाने के लाले पड़ गए हैं।

*पीएफ में भी गोलमाल*

सफाई कर्मचारियों को जो वेतन दिया जाता हैं उसमें से नियमानुसार हर माह वेतन से पीएफ काट लिया जाता हैं मगर ठेकेदार द्वारा जितना पीएफ काटा जाता है उतना जमा नही किया जा रहा है। जिससे सफाई कर्मचारियों को अपने की रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। ठेकेदार अपनी पूरी तरह मनमानी में उतारू हो गया है मगर ऐसे लापरवाह ठेकेदार पर कोई अंकुश लगाने को तैयार नही है।

*मिल रही है धमकी*

सफाई कर्मचारियों के काम बंद हो जाने के बाद ठेकेदार का सुपरवाइजर के द्वारा काम पर लौटने को बोल रहा हैं कर्मचारियों का वेतन न मिलने पर काम पर लौटने को तैयार नही है तो सुपरवाइजर द्वारा कर्मचारियों को लगातार धमकी दी जा रही हैं कि अगर काम और नही लौटे तो सभी का काम से तो निकाल देंगे और मामला भी दर्ज करवा देगे। क्या वेतन मांगने न्याय मांगना कोई जुर्म है।

*कैसे होगी सफाई*

सफाई कर्मचारियों के काम बंद करने के बाद जिला चिकित्सालय में साफ सफाई नही हो पाएगी जिससे के कारण चारो तरफ गंदगी ही गंदगी नजर आएगी। जिसके कारण बीमारी फैलने का डर बना रहेगा वैसे भी कोरोना का नया वायरस की एंट्री भारत मे हो चुकी है ऐसे में अस्पताल आने जाने वाले कैसे अपने आप को बचा पाएंगे ये कहना बड़ा1 मुश्किल है समय रहते अगर समाधान न हुआ तो बहुत ही विकराल स्थिति बन सकती हैं।

*इनका कहना है*

सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान हो गया है एक माह का वेतन देने का आदेश हो गया है सफाई कर्मचारी आज से ही काम पर लौट गए हैं।

*डॉ. एस सी राय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर*

बजट के अभाव में सफाई कर्मचारियों का वेतन रुका था कर्मचारियो का वेतन भुगतान जल्द हो जाएगा कर्मचारी काम पर लौट आये हैं।

*डॉ. एस आर परस्ते सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय अनूपपुर*

जब तक हमारा 2 माह का वेतन नही मिलेगा हम लोग काम पर नही लौटेंगे

*मनीषा राणे, मनमोहन राणे, कमल राणे सफाई कर्मचारी*



Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget