जेल में बन्द अपराधी का नाम रोजगार गारंटी में 5 दिन की मस्टर रोल में हाजिरी दर्ज
*ये कैसा जेल रात में रहता हैं जेल में दिन मे करता हैं काम खाते में आती हैं मजदूरी भुगतान*
शहड़ोल/सोहागपुर
जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम पंचायत धनोरा में एक ऐसा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है जिसमें भ्रष्टाचार और लापरवाही की सारी हदें पार कर दी गई है। ग्राम पंचायत धनोरा के रोजगार सहायक, सचिव, सरपंच, मेट, उपयंत्री, सहायक यंत्री, सहायक कार्यक्रम अधिकारी, जनपद सीईओ, यह सभी ग्राम पंचायत से लेकर जनपद पंचायत तक महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम को नियम बद्ध तरीके से चलाने एवं निगरानी रखने के लिए जिम्मेदार है।
ग्राम पंचायत धनोरा मैं रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत एक ऐसे व्यक्ति को 5 दिवस की मजदूरी दी जो कि बुढार जेल में एक बंदी के रूप में कैद है जानकारी के अनुसार 23 अप्रैल को ग्राम पंचायत धनोरा मैं कंटोवर टंच निर्माण तुर्री दलान चल रहा था। इस निर्माण कार्य में ग्राम छिरहनी निवासी मन्नू सिंह पिता क्षिलहा सिंह गौड़ की 23 अप्रैल से 27 अप्रैल तक 5 दिन की हाजिरी मस्टर रोल में दर्ज किया गया।
जी. आर. एस, सचिव, सरपंच ने फीडिंग कराई उपयंत्री ने मौके पर मूल्यांकन किया, सहायक कार्यक्रम अधिकारी ने वेरिफिकेशन किया और अंत में सीईओ जनपद पंचायत की आई डी से मजदूरी भुगतान कर दिया। मजदूरी के एवज में 160 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 800 रुपये का मजदूरी भुगतान मन्नू सिंह के बैंक खाते मैं किया गया। जबकि खैरहा थाना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मन्नू सिंह के विरुद्ध अपराध क्रमांक 98/2021 धारा 302, 201, 34 के तहत 23 अप्रैल को दोपहर के 1:00 बजे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर बुढार उप जेल भेजे जाने की जानकारी दी गई थी और वर्तमान में भी मन्नू सिंह बूढ़ार जेल में ही एक बंदी के रूप में कैद है। इस पूरे मामले को देखकर ऐसा लगता है की मनरेगा योजना को देखने के लिए रखे गए कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक आंख में भ्रष्टाचार की काली पट्टी बांधे देख रहे हैं और शासन की महत्वाकांक्षी योजना जिसे विश्व की सबसे बड़ी रोजगार गारंटी योजना भी कहा जाता है को केवल अपनी जेब भरने का जरिया बना चुके है।