14 लाख का शेड को तोड़कर वीरान जगह करोड़ो का बनेगा मंगल भवन
*औचित्य विहीन निर्माण पर प्रशासन पर उठ रहे सवाल, वीरान में कैसे होंगे मंगल कार्यक्रम*
अनूपपुर/पसान
नगर पालिका परिषद पसान के द्वारा मंगल भवन निर्माण के लिए लाखों रुपए की लागत से निर्मित चबूतरे को तोड़ते हुए यहां पर मंगल भवन की नींव रखी जा रही है । जिस का भूमि पूजन तथा शिलान्यास 21 दिसंबर को नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा किया गया । जिस पर नगर वासियों ने लाखों की लागत से बने सब्जी मंडी सेड को तोड़ने के मामले में प्रशासन से शासकीय राशि का दुरुपयोग किए जाने पर कार्यवाही की मांग की है ।
*लाखों रुपए की लागत से बनाया गया था सब्जी मंडी शेड*
लगभग 8 वर्ष पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुमन राजू गुप्ता के द्वारा अपने पूर्व कार्यकाल में वार्ड क्रमांक 7 में चर्च के समीप 14 लाख रुपये की लागत से सब्जी मंडी सेड का निर्माण कराया गया था । जिस पर 21 दिसंबर को जेसीबी चलाते हुए इसे तोड़ दिया गया। जिसके पीछे नगरपालिका द्वारा यह वजह बताई गई कि अब यहां पर डेढ़ करोड रुपए की लागत से सर्व सुविधा युक्त मंगल भवन बनाया जाएगा ।
*नपा क्षेत्र में कहीं अन्य जगह नहीं मिली भूमि*
नगर वासियों द्वारा इस मामले में नगर पालिका परिषद के द्वारा की गई कार्यवाही पर विरोध जताते हुए बताया गया कि पहले तो नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा अपने वार्ड में चबूतरे पूर्व के कार्यकाल में निर्मित कराए गए । जिसके बाद सब्जी व्यवसायियों के द्वारा दूरस्थ क्षेत्र होने की वजह से यहां सब्जी मंडी नहीं लगाई गई । जिस पर नगरपालिका के द्वारा कड़ाई से कोई भी कार्यवाही नहीं किया जाने से सब्जी व्यवसायियों की मनमानी से यहां कभी भी सब्जी मंडी नहीं लग पाई । अब उसी स्थान पर मंगल भवन बनाए जाने के निर्णय पर भी विरोध दिखाई पड़ रहा है। नगर वासियों का कहना है कि यह जगह नगर से काफी किनारे स्थित है इसके साथ ही यह जंगलों से लगा हुआ है । जिसके कारण इसकी उपयोगिता पर भी प्रश्न चिन्ह बना रहेगा ।
*मंगल भवन की उपयोगिता पर भी संदेह*
जिस तरह सब्जी मंडी सैड बनाए जाने के बाद कभी भी यहां बाजार संचालित नहीं की जा सकी उसी तरह मंगल भवन की उपयोगिता को लेकर भी संदेह बना हुआ है। आवागमन की दृष्टि से वीरान क्षेत्र में होने तथा वन क्षेत्र से लगे होने के कारण स्थानीय रहवासियों को भी वैवाहिक आयोजन किए जाने पर यहां असुविधा का सामना करना पड़ेगा । जिस को नजरअंदाज कर नगर पालिका के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य कराया जा रहा है ।