भागवत कथा की अमृतवाणी शांति कुटी आश्रम में 14 दिसंबर तक चलेगी
अनूपपुर/अमरकंटक
माँ नर्मदा की पावन उद्गम स्थळी अमरकंटक तीर्थ में मार्गशीर्ष मास के पावन अवसर पर परमपूज्य बैकुंठवासी जय जय सियाराम बाबा साहेब तथा मौनी बाबा की तपस्थली शांति कुटी आश्रम में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन दिन मंगलवार अगहन शुक्ल चतुर्दशी से सोमवार अगहन शुक्ल दशमी तक आयोजन कर भागवत कथा का अमृतमयी वाणी संगीतमय कथा की बहार चल रही है ।
भागवत कथा व्यास पीठ पर पंडित रमाकांत मिश्र (श्री राम जी भाई) श्री बृन्दावन धाम से पधारे श्री के मुखारविन्द से अमृतमयी वाणी से
कथा की बहार चारो तरफ फैल रही है । कथा के मुख्य यजमान जुगुल किशोर रामरायका व उनकी धर्मपत्नी श्रीमति पुष्पा देवी रामरायका सतना से तथा कथा संयोजक काशी वासी शिवकुमार लोहिया उनकी पत्नी श्रीमति अंजली लोहिया , रमेश पोद्दार पत्नी श्रीमति सरोज पोद्दार मनेन्द्रगढ़ सहयोगी बने । श्री राम विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर संकीर्तन के साथ लोग झूमते गाते हुए भावविभोर हुए । इस कथा में कटनी , बिलासपुर , दमोह , धुलिया , बनारस सतना मनेन्द्रगढ़ आदि अनेक जगहों से पधारकर ब्यास पीठ से बह रही अमृतमयी भागवत कथा का श्रवण कर रहे । कथा प्रारंभ के पूर्व भक्तगण , कथा वाचक व आश्रम के संतों साथ गाजेबाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई जो माँ नर्मदा मंदिर पहुच कर मंदिर पुजारी द्वारा मंत्रोचार कर पूजन कराया गया व नर्मदा जल भरकर वापस आश्रम पहुच भागवत , कलश स्थापित कर पंडितो द्वारा विधि विधान से पूजन कर भागवत कथा का शुभारंभ किया गया ।
उपस्थित भक्तगण व अमरकंटक के श्रद्धालुजन पहुच कर कथा का आनंद प्राप्त कर रहे । कथा का आज तीसरा दिन गुजर गया जो कि 13 दिसंबर तक इस कथा का लाभ प्राप्त किया जा सकता है ।
आश्रम के संत स्वामी रामभूषण दास जी महाराज ने बताया कि लॉक डाउन के बाद भागवत कथा का यह अवसर प्राप्त हुआ है जो कि भक्तगण अपने श्रद्धानुसार कथा करवा रहे तथा सुबह सुबह गरीबजन व नर्मदा परिक्रमा वासियो को आश्रम मेन गेट पर कभी पोहा , चाय , पूड़ी सब्जी आदि प्रसाद के रूप में बांटा जा रहा । हमारे यंहा धार्मिक कथा व अन्य प्रोग्राम यंहा चलते रहते है । । हमारे भक्तजन भी गुरुआश्रम में पधारकर धार्मिक अनुष्ठान करते रहते है और आश्रम की तरफ से कई त्योहार सालभर में अनेक धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं ।
यह कथा 07 तारीख से प्रारंभ हुई है जो 13 तारीख तक चलेगी और 14 तारीख को हवन व भंडारे के साथ समाप्त होगी । रामघाट में माँ नर्मदा जी की महा आरती भी होना सुनिश्चित है । आश्रम में भक्तजन , श्रद्धालुजन कॅरोना का पालन करते हुए कथा का लाभ ले सकते है ।