पॉलिटेक्निक कॉलेज में संविधान के मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूकता शिविर का आयोजित
*फर्ज का एहसास, और कर्म अपने साथ, ऐसा विश्वास अपने पास होना चाहिए- रेखा अंजू तिवारी*
कटनी
फर्ज का एहसास होना चाहिए और कर्म अपने साथ होना चाहिए, ऐसा विश्वास अपने पास होना चाहिए, सेवाभावी समाजसेवी व अधिवक्ता रेखा अंजू तिवारी, 26, नवंबर 1949 को हर वर्ष यह दिन संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसे लागू 26 जनवरी 1950,को लागू किया गया और गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा इस संविधान दिवस के अवसर पर सर्वधर्म जनसेवा मंच समिति मध्यप्रदेश कटनी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में सेवाभावी समाजसेवी व अधिवक्ता रेखा अंजू तिवारी द्वारा झिंझरी रोड़ पर स्थित पालिटेक्निक कालेज में जाकर छात्र छात्राओं को के बीच पहुंच कर संविधान के मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु शिविर आयोजित कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी व अधिवक्ता सत्येन्द्र कुमार शुक्ला एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता पालिटेक्निक कालेज प्राचार्य एवं प्रबंधन समिति सचिव डॉ एम एस सी उज्जीर ने की, विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता राजकुमार पटेल, HOD डॉ नरेन्द्र बरखेटकर, आकांक्षा सरावगी, मुनमुन कासतवार योगिता द्विवेदी, मीरा ऊईकी, सहित सभी मचांसीन अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम मां सरस्वती के चित्र धूप दीप पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना वंदना की, तत्पश्चात कालेज की छात्रा सुश्री प्रतिभा चक्रवर्ती एवं छात्र आदर्श द्वारा अतिथियों का स्वागत रोली तिलक व बैंच लगाकर सम्मानित किया गया, कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका गीतांजलि गौतम द्वारा किया गया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अधिवक्ता शुक्ला द्वारा उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को पढ़ाई-लिखाई के साथ मिलकर अपने संविधान के नियमों का पालन करते हुए अपने घर परिवार समाज व देश हित में कार्य करने हेतु प्रेरित किया,, इस दौरान अधिवक्ता राजकुमार पटेल ने कहा कि हमारे संविधान में हम सबकी ग्यारह प्रकार की डियुटी है, जिसका हम सबको ईमानदारी निष्ठा व लगन विश्वास से पूरा करते रहना चाहिए,, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ उज्जीर ने सेवाभावी समाजसेवी व अधिवक्ता रेखा अंजू तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम की बहुत बहुत सराहना करते हुए उन्हें उत्कृष्ट कार्यों हेतु उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें ऐसे ही कार्यक्रम करते रहने का आग्रह किया, कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं छात्र छात्राओं सहित सभी गुरुजनों का आभार व्यक्त करते हुए अपने ओजस्वी विचारों के साथ बच्चों को उत्साहित करते हुए उन्हें अपने जीवन में अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और गीतों के माध्यम से अपने जीवन के लक्ष्य को हासिल करने हेतु प्रेरित किया, उक्त कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टाफ के पदाधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए सर्वधर्म समभाव समरसता मानवता जनहित में लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें साथ ही अपने कर्तव्यों का निर्वाह भी पूरी ईमानदारी निष्ठा व लगन विश्वास के साथ मिलकर करने हेतु जानकारी दी गई।