एसपी ने संभाला जिम्मा, कोयला माफियाओं की खैर नही, प्रबंधन को लगाई फटकार
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के अंतिम छोर रामनगर थाना अंतर्गत आमाडाड ओसीपी से कोयले से भरे ट्रेलर वाहन को बीते रात रामनगर पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों में जप्त कर थाने परिसर में खड़ी कर जांच जारी की, वही इस मामले में बड़े-बड़े कोयला माफियाओं के नाम भी सामने आए जिस पर अनूपपुर के पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल, उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन रामनगर थाने पहुंच घटनास्थल आमाडाड ओसीपी का मुआयना किया मौके में कॉलरी प्रबंधन उदयनाथ सिंह को फटकार लगाते हुए कहा कि आपकी सुरक्षा कैसी है यहां कोई भी आकर वाहन से कोयला लोड कर ले जा सकता है, मैनेजर उदय नाथ सिंह ने एसपी को बताया कि कालरी की सुरक्षा का जिम्मा रिजर्व पुलिस के भरोसे हैं हमारी भी पड़ताल चल रही है कि आखिर वाहन कैसे परिसर के अंदर प्रवेश किया और कोयले को लोड लेकर बाहर ले जाने के फिराक में था, एसपी ने थाना प्रभारी अजय बैगा को निर्देश दिया कि साभी पहलुओं की जांच करें और जवाबदे व्यक्तियों का कथन लेकर कार्यवाही करें ,गौरतलब है कि कोयले से भरे ट्रेलर वाहन क्रमांक सीजी 15 एसी 3077 को जप्त कर थाने में खड़ा किया है !
*3 ट्रेलर वाहन कोयला निकालने की फिराक में था माफिया*
मिली जानकारी के अनुसार 3 ट्रेलर वाहन से कोयला निकालने के जुगाड़ में थे माफिया 2 ट्रेलर वाहन तो निकल गए लेकिन एक ट्रेलर वाहन को पुलिस ने धर दबोचा मौके से वाहन चालक फरार हुआ, पुलिस अपने चालक से वाहन को थाने परिसर लाकर खड़ी की है, जब कोयले से भरे वाहन की जांच रामनगर पुलिस ने की तो एक ही वाहन मे तीन नंबर स्टीकर के चिपके हुए थे जिसमें से एक स्टीकर नंबर का जब चेक किया गया तो देवेंद्र सिंह उवेजा के नाम से वाहन बताया गया हाला की पूरी जांच पुलिस अभी कर रही है मामला कायम नहीं हुआ है !
*ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारियों का है हाथ*
कॉलरी प्रबंधन भी अपने स्तर पर जांच कर रही है मिली जानकारी के अनुसार एसटीसी कंपनी में कार्यरत कर्मचारी कैलाश मिश्रा, मुंशी राजेंद्र सिंह व हीरा ऑपरेटर जिसने ट्रेलर वाहन को लोड किया , बताया गया कि लोडिंग पॉइंट में तैनात मुंशी राजेंद्र सिंह से पूछताछ की गई तो उसने साफ तौर पर कहा कि उक्त वाहन को लोड करने के निर्देश सिंह ट्रांसपोर्ट के मैनेजर कैलाश मिश्रा के द्वारा कहा गया था तब उक्त वाहन को लोड किया गया, प्रबंधन अपनी जांच पूरी कर पुलिस को भी अवगत कराएगी ! अब देखना होगा कि पुलिस इन कड़ी को जोड़कर कैसे मुख्य आरोपी तक पहुंचता है बताया गया कि छत्तीसगढ़ के मरवाही स्थित पत्थरा कोल डिपो में इस कोयले को खाली किया जाता रहा है !
*कालरी की व्यवस्था पर उठे सवाल*
जब मौके में एसपी पहुंचे तो प्रबंधन ने एसपी को अवगत कराया कि कालरी की सुरक्षा का जिम्मा रिजर्व पुलिस के भरोसे है, लेकिन सवाल उठता है कि जिनके भरोसे अरबों की संपत्ति रखी हुई है उन्हीं लोगों के द्वारा लापरवाही पूर्वक कोयले को जाने दे रहे, हालांकि पुलिस हर पहलुओं की जांच कर रही है ! प्रबंधन ने एसपी को बताया कि 3 नंबर गेट के पास देवेंद्र कुमार की ड्यूटी थी वही एक नंबर गेट के पास सुनील कनेरिया की ड्यूटी थी एसपी ने कालरी इंचार्ज शैलेंद्र मार्को का भी कथन लेने के निर्देश दिए हैं वही पुलिस सभी बिंदुओं में जांच मे जुटी है, परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने मंगा लिया है !
*इनका कहना है*
सभी पहलुओं की जांच की जा रही है माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा जांच जारी है !
*अखिल पटेल पुलिस अधीक्षक अनूपपुर*
जैसे ही हमें सूचना मिली हमने कॉलरी के सभी अधिकारियों को वाहन पकड़ने में लगा दिया था, सीसीटीवी फुटेज व सुरक्षा इंचार्ज से बात की जा रही है कि कैसे वाहन परिसर के अंदर प्रवेश हुआ !
*उदयनाथ सिंह मैनेजर आमाडांड ओसीपी*