अपने ही भ्रष्टाचार की सचिव खुद करेगा मूल्यांकन, पंचायत को नही उपयंत्री की जरूरत

अपने ही भ्रष्टाचार की सचिव खुद करेगा मूल्यांकन, पंचायत को नही उपयंत्री की जरूरत

घटिया कार्यो का गढ़ बनता जा रहा पंचायत, अधिकारियों की सह पर खुलेआम भ्रष्टाचार


इंट्रो- भ्रष्टाचार की इबादत लिखने में माहिर बृजेश तिवारी अलग-अलग ग्राम पंचायतों में अपना तबादला करा कर भ्रष्टाचार करने का जरिया बना लिया है उच्च अधिकारियों का संरक्षण सचिव को प्राप्त होने से ग्राम पंचायतों पर एक एक घोटाले इनके देखे जा सकते हैं शिकायतें भी होती है पर शिकायतें कहां दफन हो जाती है इसका कहीं पता नहीं चलता !

अनूपपुर/कोतमा

जिले के कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कटकोना में पदस्थ सचिव बृजेश तिवारी इन दिनों भ्रष्टाचार में सुर्खियां बटोर रहे हैं सचिव ने उपयंत्री का भी जिम्मा संभाल लिया है बिना उपयंत्री के मूल्यांकन किए ही लाखों के बिल अपने रिश्तेदारों के नाम निकाल रहे हैं ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी उपयंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों को ना हो पर मजाल है कि सचिव के भ्रष्टाचार पर कोई नजर दिखा सके क्योंकि इस सचिव को सफेदपोश कुर्ता धारी नेताओं के साथ उच्च अधिकारियों का संरक्षण जो प्राप्त है इसलिए सचिव अपनी मनमानी करते हुए अपने रिश्तेदारों के नाम भुगतान कर ग्राम पंचायतों पर भ्रष्टाचार मचाने में तुले हैं !

*यह है मामला*

ग्राम पंचायत कटकोना में बनाए गए स्नान घर पर सचिव बृजेश तिवारी ने अपने रिश्तेदार उमा कंस्ट्रक्शन फर्म को 1 लाख 20 हजार भुगतान कर दिए वहीं उमा कंट्रक्शन ने स्नान घर का निर्माण कार्य कराया, जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत में 9 स्नानघर बनने थे एक स्नानघर ₹26000 आंकी गई थी जिसकी लंबाई 4.60 मीटर चौड़ाई 2.50 मीटर व गहराई 60 सेंटीमीटर होनी चाहिए थी, लेकिन सचिव ने अपने रिश्तेदार उमा कंस्ट्रक्शन को लाभ पहुंचाने के लिए लंबाई 1 मीटर कम, गहराई 30 सेंटीमीटर कम व चौड़ाई 1 मीटर कम बनाकर भुगतान पूरा कर दिया हालांकि इस संबंध में उपयंत्री आशीष पाटले का कहना है ना तो मेरे द्वारा निर्माण कार्य का मूल्यांकन किया गया है ना ही निर्माण की स्वीकृति सवाल उठता है कि सचिव ने उपयंत्री का काम करते हुए निर्माण कार्यों का खुद मूल्यांकन किया वह अपने रिश्तेदार के फर्म को लाखों का भुगतान भी किया, भ्रष्टाचार छुपाने के लिए ऑनलाइन बिल को जब लोड किया जाता है तो उसे धुंधला कर दिया जाता है जिससे उस बिल को कोई भी व्यक्ति नहीं पढ़ सकता जो गलत है !

*2 ग्राम पंचायतों का प्रभार*

मिली जानकारी के अनुसार सचिव बृजेश तिवारी को सफेद पोशाक कुर्ता धारी के नेताओं व अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने के कारण जनपद पंचायत कोतमा के 2 ग्राम पंचायतों का जिम्मा सचिव बृजेश तिवारी को सौंपा गया है दोनों ग्राम पंचायत कटकोना और खमरौध में जिस तरीके से सचिव ने भ्रष्टाचार मचा रखा है जांच होने पर सारे राज खुल जाएंगे ,लेकिन नेताओं का संरक्षण व अधिकारियों का आशीर्वाद इस कदर सचिव के ऊपर हावी है कि कोई भी इनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर हाथ डालने से पहले सौ बार सोचता है ग्रामीण लगातार 181 उच्च अधिकारियों को भ्रष्टाचार से अवगत कराते रहते हैं लेकिन इनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी ! पूर्व में छुटपुट कार्रवाई  जिम्मेदारों कर  वाहवाही तो जरूर बटोरी थी, फिर से सचिव ने ग्राम पंचायतों को चारागाह बना लिया है, गौरतलब है कि ग्राम पंचायत खमरौध में बनाए जा रहे हैं स्नान घर पर भी सचिव ने निर्माण कार्य को ठेके पर देकर रातों-रात भ्रष्टाचार छिपाने स्नानघर को पुताई करवा दिया था, एसडीओ की फटकार के बाद सचिव ने कुछ दिनों के लिए काम तो बंद करा दिया लेकिन फिर से उसी ढर्रे पर निर्माण कार्य आज भी जारी है !

*इनका कहना है*

ग्राम पंचायत कटकोना में बनाए गए स्नानघर का मूल्यांकन मेरे द्वारा नहीं किया गया है स्टीमेट के अनुरूप स्नानघर में कमी पाई गई है !

*आशीष पाटले उपयंत्री जनपद पंचायत कोतमा*

ग्राम पंचायत पर बनाए गए एस्टीमेट के अनुरूप ही निर्माण कार्य किए गए हैं उपयंत्री के मूल्यांकन बाद ही बिल भुगतान किया गया है !

*बृजेश तिवारी सचिव ग्राम पंचायत कटकोना*

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