कॉलरी परिसर से संदिग्ध कोयले से भरे वाहन को पुलिस ने किया जप्त
अनूपपुर
कई दिनों से कोयले की चोरी की खबरें लगातार आती रही रामनगर पुलिस ने बीते रात मुखबिर की सूचना पर कोयले से भरे ट्रेलर वाहन क्रमांक सीजी 15 एसी 3077 को जप्त कर थाने में खड़ा किया है वह आगे की जांच जारी है आपको बता दें रामनगर थाना अंतर्गत आमाडाड ओसीपी से बड़े वाहनों से कोयला चोरी का खेल चल रहा था, पुलिस ने तो वाहन जप्त कर लिए हैं पर देखना होगा कि पुलिस का हाथ असली माफिया तक पहुंच पाता है या नहीं !
*3 ट्रेलर वाहन कोयला निकालने की फिराक में था माफिया*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 3 ट्रेलर वाहन से कोयला निकालने के जुगाड़ में थे माफिया 2 ट्रेलर वाहन तो निकल गए लेकिन एक ट्रेलर वाहन को पुलिस ने धर दबोचा मौके से वाहन चालक फरार हुआ, पुलिस अपने चालक से वाहन को थाने परिसर लाकर खड़ी की है, जब कोयले से भरे वाहन की जांच रामनगर पुलिस ने की तो एक ही वाहन मे तीन नंबर स्टीकर के चिपके हुए थे जिसमें से एक स्टीकर नंबर का जब चेक किया गया तो देवेंद्र सिंह उवेजा के नाम से वाहन बताया गया हाला की पूरी जांच पुलिस अभी कर रही है मामला कायम नहीं हुआ है ! सूत्रों की माने तो एसटीसी कंपनी में कार्यरत कर्मचारी व ऑपरेटर जिसने ट्रेलर वाहन को लोड किया इनकी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है अब देखना होगा कि पुलिस इन कड़ी को जोड़कर कैसे मुख्य आरोपी तक पहुंचता है बताया गया कि छत्तीसगढ़ के मरवाही स्थित पत्थरा कोल डिपो में इस कोयले को खाली किया जाता रहा है !
*कालरी की व्यवस्था पर उठे सवाल*
भले ही कालरी करोड़ों अरबों कमा कर अपनी पीठ थपथपा ली हो लेकिन सुरक्षा के नाम पर इनकी पोल हमेशा खुलते रहती है रिजर्व पुलिस पर सुरक्षा का जिम्मा तो है लेकिन उनकी तैनाती के बावजूद कैसे ट्रेलर वाहन अंदर हुआ और कैसे बाहर निकला जो जांच का विषय है, बताया गया कि 3 नंबर गेट के पास देवेंद्र कुमार की ड्यूटी थी वही एक नंबर गेट के पास सुनील कनेरिया की ड्यूटी थी ,कालरी इंचार्ज शैलेंद्र मार्को का कहना है कि हम सभी बिंदुओं में जांच कर रहे हैं सीसीटीवी चालू है उसकी भी फुटेज खंगाले जा रहे हैं अब देखना होगा कि इनकी जांच कब तक चलती है !
*इनका कहना है*
मुखबिर की सूचना पर टीम गई थी मौके से ट्रेलर वाहन को जप्त किया गया है सभी पहलुओं की जांच की जा रही है !
*अजय बैगा थाना प्रभारी रामनगर*
जैसे ही हमें सूचना मिली हमने कॉलरी के सभी अधिकारियों को वाहन पकड़ने में लगा दिया था, सीसीटीवी फुटेज व सुरक्षा इंचार्ज से बात की जा रही है कि कैसे वाहन परिसर के अंदर प्रवेश हुआ !
*उदयनाथ सिंह मैनेजर आमाडांड ओसीपी*