फिर शुरू हुई गली मोहल्ले में शराब की बिक्री,ठेकेदार अपनी मनमानी पर उतारू
अनूपपुर
जिले के नवागत पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के पदभार ग्रहण करते ही लगातार अवैध कारोबारियों अपराधियों पर कार्यवाहियों का सिलसिला जारी है,जिससे अवैध कारोबारियों के अवैध कारोबार पूरी तरह से ग्रहण लगता दिखाई पड़ रहा।वही पुलिस अधीक्षक को जिले भर में शराब ठेकेदारों द्वारा गली मोहल्ले में अवैध शराब बिकवाने की शिकायते लगातार प्राप्त हो रही थी जिसे पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए जिले भर में अवैध रूप से शराब की पैकारी करने वाले लोगो पर लगातार कार्यवाही की जा रही।वही दूसरी ओर शराब ठेकेदार पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही को नियम विरुद्ध बताकर जिला कलेक्टर को शराब दुकानें प्रशासन को सौंपने का ज्ञापन भी सौंपा।लेकिन पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के आगे प्रशासन को शराब दुकानें सौंपने जैसा दबाव व पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही को गलत साबित करने की एक न चली और लगातार पुलिस ने अवैध पैकारी व अवैध शराब पर कार्यवाही जारी रखी।
*फिर शुरू हुआ गली मोहल्ले में अवैध शराब का कारोबार*
जिले के कोयलांचल क्षेत्र में इन दिनों ठेकेदार ने पुनः अवैध रूप से गली मोहल्ले में शराब की बिक्री शुरू करवा दी है मानो जैसे शराब ठेकदार को पुलिस की कार्यवाही का कोई डर ही न हो। पुलिस द्वारा लगातार की गई कार्यवाहियों के बाद भी ठेकेदार के हौसले इतने बुलंद हैं कि पुनः गली मोहल्ले में शराब की पैकारी शुरू करवा दी है।कोयलांचल क्षेत्र पयारी आमाड़ाड़, राजनगर, भालूमाड़ा, जमुना आसपास क्षेत्र में कुछ चिन्हित जगहों एवं होटलो में शराब परोसने का सिलसिला जारी है।इतना ही नहीं ठेकेदार ज्यादा फुनाफा कमाने के चक्कर में गली मोहल्ले में शराब की पैकारी तो करवा ही रहे साथ ही साथ छत्तीसगढ़ राज्य सीमा से लगे रामनगर बिजुरी थाना क्षेत्र से समय-समय पर काली फिल्म लगे चार पहिया वाहनों से सैकड़ो लीटर शराब छत्तीसगढ़ राज्य तक पहुंचाई जा रही है।अब देखना यह है कि स्थानीय पुलिस द्वारा क्या कार्यवाही की जाएगी या फिर पुलिस अधीक्षक के अपराध मुक्त जिला बनाने के सपने पर पानी फेर दिया जायेगा।
*शाम होते ही होटल मैखानो में हो जाते हैं तब्दील*
इन दिनों जबसे ठेकेदार ने अवैध रूप से शराब की पैकारी शुरू कर दी है तभी से कोयलांचल के कुछ होटल ढाबे शाम होते ही मयखाने में तब्दील हो जाते हैं और खुलेआम गली मोहल्ले के साथ साथ होटल ढाबो में शराब परोसनी शुरू हो जाती है।शराबियो का जमावड़ा होटल ढाबे के करीब शाम होते ही देखते बनता है और माहौल तो मानो ऐसा हो जाता है जैसे शराब के नशे में कोई भी किसी को मारपीट देगा और कब लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाएगा इसकी कोई गारंटी नहीं।