महिला के साथ दुष्कर्म के आरोपी को उप निरीक्षक ने छोड़ा, मददगार को लगाई हथकड़ी

महिला के साथ दुष्कर्म के आरोपी को उप निरीक्षक ने छोड़ा, मददगार को लगाई हथकड़ी 


*मीडिया के सामने पीड़ित महिला ने व्यक्त की अपनी आप बीती कहानी*

अनूपपुर/भालूमाड़ा

अनूपपुर जिले के थाना भालूमाडा क्षेत्र में 29 अक्टूबर 2021 को शिवलहरा धाम नदी के किनारे एक महिला के साथ दुष्कर्म की घटना घटित होने जैसे संगीन अपराध में थाना भालूमाडा में पदस्थ उपनिरीक्षक विपुल शुक्ला रफा-दफा करने में अभी तक सफल साबित हुए हैं मामला प्रकाश में आने के बाद भी  पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दोषी पुलिस अधिकारी पर कोई कार्यवाही ना किया जाना समझ से परे है मामला गंभीर है और मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन पीड़ित महिला और उसका पति 4 नवंबर 2021 को मीडिया के समक्ष उपस्थित होकर 29 अक्टूबर 2021 को घटित घटना की सारी दास्तां बयां की और किस तरह से थाना भालूमाडा के उपनिरीक्षक विपुल शुक्ला ने दबाव देकर मामले में समझौता कराकर रफा-दफा करने का कार्य किया पूरी घटना की जानकारी महिला के द्वारा कमरे पर दी गई और किस तरह से दुष्कर्म करने वाले आरोपी राजेंद्र साहू को बचाने का प्रयास किया गया तथा दोषी  उपनिरीक्षक विपुल शुक्ला ने किस तरह से दबाव बनाया 2 दिनों तक पीड़ित महिला थाने का चक्कर लगाती रही लेकिन उसकी फरियाद नहीं सुनी गई

अनूपपुर। जिले के कोयलांचल क्षेत्र बिजुरी कपिलधारा कॉलोनी के रहने वाली हरिजन महिला रानी बदला हुआ नाम  29 अक्टूबर 2021 को बिजुरी बस स्टैंड से दवा लेने हेतु कोतमा के लिए साधन का इंतजार कर रही थी उसी दौरान उसके परिचय के आरोपी राजेंद्र साहू पिता मूलचंद साहू निवासी राजनगर अपनी मोटरसाइकिल से पहुंचा और महिला को कोतमा छोड़ देने का हवाला देते हुए उसे भालूमाडा के पास स्थित शिवलहरा धाम नदी के किनारे जबरन ले गया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया  घटना की जानकारी लगने के बाद तत्काल महिला पति  अपने सहयोगी साथियों जिसमें नयूम खान और मो. हुसैन निवासी दोनों गोविंदा कालरी के साथ घटना स्थल पहुंच गए और मौके पर महिला के दुष्कर्म  करने वाले आरोपी का साक्ष्य के तौर पर वीडियो बनाया इसके पश्चात पति पत्नी और उनकी मदद करने वाले नयूम खान और मो. हुसैन सभी लोग थाना भालूमाडा पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किए लेकिन मामला कायम नहीं हुआ तो वही पूरी घटना को लेकर एक बार पुनः पीड़ित महिला लोगों के साथ 30 अक्टूबर 2021 को थाना भालूमाडा पहुंचे और पीड़ित पति पत्नी पूरी घटना पुलिस के सामने बयां करते हुए महिला के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में मामला पंजीबद्ध करवाना  चाह रहे थे तो वही शिकायत लेकर थाना भालूमाडा में पदस्थ उप निरीक्षक विपुल शुक्ला ने कोई मामला पंजीबद्ध नहीं किया बल्कि पीड़ित महिला और उसके पति तथा उनके सहयोगियों द्वारा साक्ष्य के तौर पर 29 अक्टूबर 2021 को हुई घटना और मौके पर पकड़े गए आरोपी का वीडियो प्रस्तुत किया गया तो उल्टा महिला के पति के सहयोगी नयूम खान और मो. हुसैन को उप निरीक्षक विपुल शुक्ला के द्वारा धमकी दी गई कि तुम लोग आरोपी राजेंद्र साहू का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे हो इसलिए तुम्हें जेल जाना होगा और दोनों मददगार नयूम खान तथा मोहम्मद हुसैन को हथकड़ी लगाकर कई घंटों तक थाने में बंद कर रखा गया।

*हथकड़ी लगाकर किया बंद बनाया दबाव*

थाना भालूमाडा में पदस्थ उप निरीक्षक विपुल शुक्ला एक ओर पीड़ित पति पत्नी कि ना तो एफआईआर दर्ज की और वहीं दूसरी तरफ उनके सहयोगी नयूम खान और मोहम्मद हुसैन को हथकड़ी लगाकर तब तक बंद रखा जब तक की मामले में समझौता नहीं हो गया आरोपी राजेंद्र साहू को को बचाने के लिए उप निरीक्षक ने हर तरह के हथकंडे अपनाए और सफल हो गए।

*फरियादी पक्ष से लिए 45 हजार रुपए*

 30 अक्टूबर 2021 को पीड़ित महिला उसके पति तथा उसके सहयोगी नयूम खान और मोहम्मद हुसैन गए तो थे आरोपी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने लेकिन यहां तो उल्टा खेल उनके साथ हो गया उप निरीक्षक विपुल शुक्ला दोनों सहयोगी नयूम खान और मोहम्मद हुसैन को हथकड़ी लगाकर बंद कर दिया और ब्लैक मेलिंग के मामले में जेल भेजने की धमकी देते हुए ₹45000 लेने के बाद दोनों को छोड़ा गया दोनों पीड़ित के द्वारा बयान देते हुए पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाए गए हैं 

*लगाई हथकड़ी पर कार्यवाही कुछ भी नहीं*

जब शासन का निर्देश है कि 7 साल कि कम सजा के मामले में किसी भी आरोपी को हथकड़ी नहीं लगाना है तो फिर भालूमाडा में पदस्थ उप निरीक्षक विपुल शुक्ला ने  फरियादी पक्ष के लोगों के हाथों में हथकड़ी लगाकर किस धारा के तहत कई घंटों तक थाने में बंद रखा यह अपने आप में सवाल खड़े हो रहे हैं, और यदि रखा तो उनके खिलाफ क्या मामला कायम किया और नहीं किया तो क्यों नहीं किया और छोड़ दिया तो क्यों छोड़ दिया। सवाल कई हैं जवाब वरिष्ठ अधिकारियों को ढूंढना है।

*थाने के सीसीटीवी की हो जांच*

पूरे मामले में फरियादी पक्ष के लोगों को हथकड़ी लगाकर कई घंटों तक थाने में बंद रखा गया और जो तस्वीरें सामने आई है वह अपने आप में साक्ष्य के तौर पर बहुत कुछ बयां कर रही हैं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इन तस्वीरों से भी संतुष्ट नहीं है तो थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा जा सकता है जिसमें दोनों आरोपियों को हथकड़ी लगाकर बंद किया गया और कई घंटों तक इसलिए रखा गया कि मामले में जब तक समझौता नहीं होगा तब तक उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा आरोपी को बचाने के लिए इस तरह का प्रयास किया गया और अंत में मामले में समझौता कर आरोपी पक्ष से भी लंबी रकम लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया

*पीड़ित महिला ने की न्याय की मांग*

29 अक्टूबर 2021 को महिला के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को लेकर जहां उसके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है तो वहीं महिला मीडिया के सामने बयान देते हुए पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की मांग की है और मामले में आरोपी के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किए जाने के साथ दोषी पुलिस अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है जिससे कि उसे न्याय मिल सके

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