साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद पाठक मंच के तत्वाधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन
अनूपपुर
साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल पाठक मंच चचाई जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश के तत्वाधान में चचाई में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें अनूपपुर के मशहूर हास्य व्यंग के प्रख्यात कवि पवन छिब्बर, प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष आदरणीय गिरीश पटेल, शासकीय महाविद्यालय केशवाही के प्रिंसिपल डॉ नीरज श्रीवास्तव, एच के त्रिपाठी अधीक्षण अभियंता अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई, उपेंद्र कुमार खरे सीनियर ड्राफ्ट्समैन के तत्वाधान में यह काव्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसकी संयोजिका श्रीमती वंदना खरे कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी को याद करते हुए उन को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए की गई उसके बाद स्वागत किया गया । तत्पश्चात कार्य क्रम की शुरुआत की गई और उसके पश्चात सभी ने अपने विचार व्यक्त किए जिसमें नीरज जी ने अपनी कविता का पाठ किया गांधी का देश आज क्यों परेशान है हो रहा देश उथल-पुथल और जनता हलकान है गिरीश पटेल जी ने अपनी कविता का पाठ किया जिन्ना कभी तुमने जिन्ना कभी तुमने जो नफरत के बीज बो दिए थे मुसलमानों में और बचे हुए को तुमसे छीन कर बापू ने अपने प्राण देकर भी छुपा दिए थे पवन छिब्बर ने अपने विचार व्यक्त किए भारत के थे आप स्वतंत्रता सेनानी! सच्चे ईमानदार कर्मयोगी! लाल बहादुर शास्त्री जी था नाम!! दूसरे बने थे प्रधानमंत्री! हरित क्रांति के थे जनक! आत्मनिर्भर भारत को था बनाया!! पाकिस्तान के धोखे दुस्साहस अहंकार भरे आक्रमण को "अपने नाम के" अनुकूल लाल बहादुर बन भारतीय सेना से था उन्हें धूल चटाया!! साहस निर्भिकता का निर्णय लेकर "न पाक़िस्तान" को था हराया हराया! भारत माता के नाम को और भारतीय सेना के शोर्य से सारे जगत को अवगत था करवाया! संयोजिका पाठक मंच की आदरणीय श्री मति वन्दना खरे जी ने लाल बहादुर शास्त्री जी पर अपनी रचना रखी महान पावन पवित्र सहज सरल इंसान ,सबका करते थे मान करते थे सबका सम्मान ऐसे महापुरुष को शत् शत् नमन निर्धनों को समझने वाले ,मोह माया से दूर रहते, बन गए प्रधानमंत्री ,फिर भी था साधारण जीवन, ऐसे महापुरुष को शत् शत् नमन और अंत में आभार प्रकट करते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया एक सफल आयोजन की सभी को बहुत-बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं दी गई।