क्या कागजों में हो रहा सफल आंकड़ों का खेल और हकीकत में अभियान धरातल में फेल ?

क्या कागजों में हो रहा सफल आंकड़ों का खेल और हकीकत में अभियान धरातल में फेल ?

*गरीब किसान तहसील के चक्कर काटने को मजबूर तो क्या कुम्भकर्णींय निद्रा में तहसीलदार 4 माह बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ सींमाकन...?*


शहडोल/जयसिंहनगर

अमूमन कई ऐसे मामले सामने आते रहे हैं, जिसमें जिले के अधिकारी वरिष्ठ आला अफसरों से योजनाओं के सफल क्रियान्वयन प्रदर्शित करने की जुगत में फर्जी जादुई आंकड़े प्रस्तुत कर वाहवाही लूटने का काम करते रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर इन आंकड़ों पर वरिष्ठों ने आंख मूंदकर विश्वास भी किया है। जबकि वास्तविक हकीकत यह होती है कि धरातल में शासन की मंशा के अनुरूप योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं होता और लाभान्वित होने वाली जनता लाभ से वंचित और खुद को शोषित महसूस करती है।

ऐसा ही कुछ वर्तमान परिवेश में प्रदर्शित है। जहां संभागीय मुखिया ने राजस्व सेवा अभियान में विशेष रूचि दिखाते हुए राजस्व मामले के निराकरण को लेकर समय सीमा में कार्य करने के निर्देश अधिनस्थ अधिकारियों को दिए हुए हैं। लेकिन उनके इन निर्देशों के पालन किये जाने को लेकर अधीनस्थ विभागीय अमला कर्तव्यनिष्ठा और सजगता नहीं दिखा रहा है। निर्देशों में अमल करने की बजाय वर्तमान स्थिति में भी राजस्व अमला लापरवाही और अनदेखी कर रहा है। जिसके चलते राजस्व मामले में पीड़ित पक्षकार कार्यालय के चक्कर पर चक्कर काटने को मजबूर हैं। हालांकि, संभाग में राजस्व विभाग ने बंटवारा, सीमांकन और नामांतरण जैसे प्रकरणों के निराकरण के आंकड़े प्रस्तुत कर राजस्व सेवा अभियान के प्रथम चरण को सफल बनाने कोशिश कर दिखाया है। सूत्र बताते हैं कि, अगर इन निराकृत प्रकरणों की जांच कराई जाए तो आंकड़ों का सच स्वयं ही सामने आ जाएगा।


रामलखन शर्मा पिता स्व. रामदुलारे शर्मा निवासी, थाना व तह0 जयसिंहनगर, जिला शहडोल द्वारा तहसील कार्यालय जयसिंहनगर में आवेदन पत्र दिनांक 04.06.2021 को प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने ग्राम जय० पह0 जय० रा०नि०म० व तह0 जय० जिला शहडोल म0प्र0 में स्थित आराजी खसरा नं0 1973/4 रकवा 0.101 एवं ग्राम खुशरवाह प0ह0 कतिरा की आराजी खसरा नं0 758/1/क रकवा 0 475, 1204 रकवा 1.627हे0 भूमि का सीमांकन कराये जाने की मांग की। स्थिति यह है कि, चार माह से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन आवेदक सींमाकन की बाट अब तक जोह रहा है।

आवेदक रामलखन ने बताया कि, आवेदन के बाद तहसीलदार के आदेशानुसार दिनांक 16.07.2021 को राजस्व निरीक्षक व हल्का पटवारी मौके पर नाप करने गये लेकिन सुरेश रैदास पिता भोला रैदास, निवासी ग्राम खुशरवाह के द्वारा मौके पर विवाद किया गया और यह कहा गया कि मैं जमीन नापने नही दूंगा। इस जमीन में मेरा कब्जा है और नहीं भी है तो मैं कब्जा कर लूँगा। सुरेश सरहद्दी भूमिस्वामी नहीं है, वह शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा किया है। वहीं जन धन के बल पर नाजायज रूप से आवेदक के सम्पूर्ण आराजियात पर कब्जा करने के फिराक में है। हद तो तब हो गई थी, जब राजस्व निरीक्षक व हल्का पटवारी द्वारा सीमांकन कार्य यह जाने के दौरान खुली चुनौती देते हुए सुरेश ने यह कहा कि जो भी जमीन को नाप कर आएगा या नापेगा तो मैं उसके हाथ पैर काट दूंगा। ऐसी स्थिति में मौके पर गम्भीर वारदात/विवाद होने की संभावना है। आवेदक ने उल्लिखित आराजियात का सीमांकन पुलिस बल व वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में कराये जाने की मांग की।


*इन आंकड़ों पर गौर फरमाए*

जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किए गए समाचार के मुताबिक संभाग के कुल 20 हजार 459 राजस्व प्रकरणों के निराकरण किये गये हैं। जिसमें अविवादित नामातंरण के 14 हजार 185 प्रकरण, अविवादित बटवारा के 01 हजार 973 प्रकरण, 04 हजार 301 किसानों की भूमि का सीमाकंन, 2 हजार 106 किसानों को निःशुल्क खसरे की प्रतियां मुहैया कराना, 2 हजार 233 किसानों को संशोधित भू अधिकार पुस्तिका भी मुहैया कराना और 2164 गांवों में बी-01 का वाचन कराया भी कराया जाना शामिल है।

*इनका कहना है*

आप मुझे मामल व्हाट्सएप्प पर भेजिऐ मै मामले को दिखवाती हूँ।

*श्रीमती वंदना बैद्य कलेक्टर शहडोल*

मै तहसीलदार से बाद करता हूँ और मामले को दिखवाता हूं।

दिलीप पाण्डेय एसडीएम जयसिंहनगर

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