SECL का कोयला खान भविष्य निधि आयुक्त कार्यालय जबलपुर में क्यों स्थापित है?
शहड़ोल में क्यों नही?: मनीष श्रीवास्तव
मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेता एवं इंटरनेशनल एडवोकेट ऑर्गनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष- मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि,दक्षिण पूर्व कोयला परिक्षेत्र SECL साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एक मिनीरत्न कंपनी...देश में सर्वाधिक कोयला उत्पादन करने वाली कम्पनी है. SECL का कोयला क्षेत्र दो राज्यों, छत्तीसगढ एवं मध्य प्रदेश राज्य में फैला हुआ है जिसमें 35-खदानें मध्यप्रदेश राज्य में विंध्यक्षेत्र के शहड़ोल संभाग में हैं।
विंध्यक्षेत्र में SECL का शहड़ोल संभाग के शहड़ोल जिले में सोहागपुर क्षेत्र,जिसका एरिया GM ऑफिस धनपुरी में है। अनुपपुर जिले में जमुना कोतमा क्षेत्र,जिसका एरिया GM ऑफिस जमुना में है। उमरिया जिले में जोहिला क्षेत्र,जिसका एरिया GM ऑफिस नौरोजाबाद में है।
मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि,सबसे महत्वपूर्ण विषय तो यह है, कोयला क्षेत्र के तीन मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय 35 से अधिक कोयला खदानें, 15 के लगभग प्रस्तावित और प्राइवेट खदानें इस विंध्य क्षेत्र के शहड़ोल संभाग में होने और प्रतिदिन अरबों का कोयला उत्पादन और विक्रय के बाद भी अत्यंत उपेक्षित क्षेत्र है।
उन्होंने कहा कि,इन सबसे महत्त्वपूर्ण इस कोयला क्षेत्र के कर्मचारियों का कोयला खान भविष्यनिधि कार्यालय कोयला क्षेत्र में कार्य कर रही यूनियनों की मतभेदता,स्वयं की महत्त्वकांक्षा,व्यक्तिगत और यूनियन हित के चलते राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण जबलपुर में स्थापित किया गया है। जबकि जबलपुर से कोयला खदानों का क्या लेना देना है, कोयले का एक टुकड़ा भी जबलपुर में नही निकलता है।
मनीष श्रीवास्तव ने मांग की है कि,जबलपुर स्थित कोयला खदान भविष्य निधि आयुक्त कार्यालय विंध्य क्षेत्र के शहड़ोल में आवश्यक रूप से स्थापित होना चाहिये, क्योकि इससे हजारों कोल कर्मचारियों को अनावश्यक जबलपुर जाने से बचत होगी और यह कार्यालय कोयला क्षेत्र में ही स्थापित हो जाएगा। इससे शहड़ोल संभागीय मुख्यालय का विकास भी होगा।
मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि, इस सम्बंध में आगामी 2 अक्टूबर को दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और इंटरनेशनल एडवोकेट ऑर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर शर्मा जी के नेतृत्व में जबलपुर का कार्यालय शहड़ोल में लाने हेतु माननीय प्रधानमंत्री,कानून मंत्री और कोयला मंत्री को ज्ञापन देंगे।