राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत कुपोषण छोड़ पोषण की ओर थामे भोजन की डोर
अनूपपुर/कोतमा
महिला बाल विकास अधिकारी मंजूषा शर्मा के मार्गदर्शन में कोतमा के सेक्टरों के अंतर्गत प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों 1 सितंबर से 30 सितंबर तक सप्ताह बार राष्ट्रीय पोषण माह- कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है । 7 सितंबर को सेक्टर चाका के आंगनवाड़ी केंद्र खमरौध मे पोषण थाली प्रदर्शन पोषण संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया एवं व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाते हुए उसके महत्व को बताया गया । सेक्टर सुपरवाइजर चिंती घोरमारे ने जानकारी देते हुए कहा कि पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में व्याप्त रोग एवं मृत्युदर कुपोषण का एक प्रमुख कारण है। सैम बच्चों का शीघ्र चिह्नांकन एवं संदर्भन कुपोषण की जटिलताओं को कम करता है। पोषण माह का यही प्रमुख उद्देश्य है। इसे अभियान के रूप में चलाया जाएगा। साथ ही पौधारोपण अभियान के तहत समस्त आंगनबाड़ी केंद्र एवं समुदायिक भूमि पर किचन गार्डन बनाया जाएगा इसमें फल एवं सब्जियां, सूक्ष्म पोषक तत्वों के महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं और इन पोषक तत्वों का नियमित आहार में सम्मिलित करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किशोरी बालिकाओं को आयरन की गोली, प्रोटीन, सैनेटरी नैपकिन पैड, खून की जांच तथा स्वास्थ्य रेसिपी के बारे में जानकारी दी ज जाएगी । उन्होंने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में भी जानकारी देते हुए कहा कि जब महिला प्रथम बार गर्भवती होती है तो वह मजदूरी नहीं कर पाती उसकी छत पूर्ति हेतु प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत ₹5000 की राशि मिलती है तथा उन्होंने कुपोषण को मिटाने के लिए कहां की कुपोषण छोड़ पोषण की ओर थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर । उन्होंने टीकाकरण कराए जाने के संबंध में भी विस्तार से जानकारी देते हुए कोरोना टीकाकरण के महत्व के बारे में भी बताया और सभी से कोरोना का टीका लगवाने की अपील की । कार्यक्रम में सेक्टर सुपरवाइजर चिंती घोरमारे एएनएम ममता सिंह चंदेल आशा कार्यकर्ता आशा शर्मा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता सिंह परिहार सुशीला जयसवाल सहायिका शांति जायसवाल भगवनीय केवट गर्भवती रानी पाव धात्री रोशनी प्रमिला सहित किशोरी बालिकाएं गांव मोहल्ले की महिलाएं उपस्थित थी।