दबंग उरमलिया बंधुओं ने किसान के खड़ी फसल को ट्रैक्टर से रौंदा पुलिस अधीक्षक से हुई शिकायत
*पुलिस से संरक्षण प्राप्त उरमलिया, कार्यवाही ना होने पर उठ रहा सवालिया निशान*
अनूपपुर
जिले के चचाई थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बरगवां लेबर कॉलोनी के निवासी महेश दास पिता लाल बहादुर दास ने पुलिस अधीक्षक शिकायत करते हुए बताया कि उसके जमीन को जिस पर लगभग 15-20 वर्षों से खेती किसानी कर फसल उगा कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं उस जमीन के पीछे उरमलिया बंधु का जमीन है और सामने का जमीन हड़पने के नियत से कई बार शिकायतकर्ता पर दबाव बनाया जाता रहा है और जमीन नहीं दिए जाने पर उसके द्वारा रोपड़ किए गए धान की खेती को ट्रैक्टर चला कर गुंडागर्दी करते हुए रौंद दिया गया मना करने पर मारने पीटने कि एवं जान से मारने की धमकी देते हुए दौड़ने लगा जिस पर किसी तरह लगभग 60वर्षीय वृद्ध किसी तरह जान बचा कर भागा और चचाई थाना जाकर लिखित में शिकायत भी दिया गया। परन्तु कोई सुनवाई नही होने के कारण नवागत पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के यहां पहुच कर न्याय की गुहार लगाई है।
*जमीन हड़पने की हो रही साजिश*
शिकायतकर्ता महेश दास ने बताया कि लगभग 20 वर्ष पहले यह जमीन खेती किसानी के लिए लिया गया था जिसका रजिस्ट्री पट्टा सभी दस्तावेज उनके पास रखे हुए हैं लेकिन उनकी जमीन को हड़पने की साजिश रखते हुए दबंग उर मलिया बंधु कई वर्षों से शिकायतकर्ता पर दबाव बनाकर जमीन हडपने की नियत रखते हुए उस पर कई बार हमला भी कर चुका है लेकिन जिस जमीन पर फसल उगाकर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा हो उस जमीन को ऐसे ही किसी दबंग को देकर अपने परिवार को सड़क पर नहीं ला सकता इसलिए दबंग की गाली गलौज सुनकर भी आज भी खेती कर रहा है लेकिन इस बार किसान के खड़े फसल पर ट्रैक्टर चला कर बुरी तरह फसल को रौंद दिया गया है और मना करने पर मारपीट पर उतारु हो गए तब बात पुलिस अधीक्षक तक पहुंची अब देखना यह होगा कि पुलिस अधीक्षक किस तरह किसान की मदद कर पाते और आरोपियों को क्या सजा मिलती है ।
*थाने में नहीं हुई रिपोर्ट दर्ज*
शिकायतकर्ता महेश दास ने इस बात को लेकर ट्रैक्टर चला कर खड़ी फसल को रौंदने वाले उरमालिया बंधु के प्रभाकर उर्फ कुक्कू एवं प्रिंस उर्फ बिक्कू के खिलाफ शिकायत लेकर प्राथमिक सूचना दर्ज कराने थाना चचाई पहुंचे तो थाने में इतने बड़े मामले पर कोई कार्यवाही ना करते हुए सिर्फ शिकायत पत्र लेकर एक गरीब किसान को वापस भेज दिया गया दूसरे दिन तक जब इस बात पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो शिकायतकर्ता ने नवागत पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाते हुए उक्त आरोपियों पर मामला पंजीबद्ध कर उचित कार्यवाही के लिए आवेदन सौंपा है।खबर तो यह भी है कि उर मलिया बंधु का दबदबा पूरे क्षेत्र पर बना हुआ है और इनके द्वारा अवैध रेत के कारोबार के साथ-साथ मिट्टी तेल के कारोबार से जुड़कर अपने बड़े हैवी वाहनों को मिट्टी तेल से चला कर अवैध कार्यों को अंजाम भी देते हैं। क्षेत्र में अच्छा खासा दबदबा होने के कारण पुलिस भी इनके खिलाफ इतनी आसानी से कार्यवाही नहीं करती है। इसलिए थाना प्राथमिक सूचना तक दर्ज नहीं की गई।
*जातिसूचक गाली गलौज के लगे आरोप*
शिकायतकर्ता ने बताया कि दबंग उरमालिया बंधुओं द्वारा खड़ी फसल को बर्बाद करने के लिए चलाए जा रहे ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया तो उन्हें गड़ासा लेकर दौड़ाया भी गया और हरिजन शब्द का उपयोग करते हुए कई प्रकार से जातिसूचक गाली गलौज का उपयोग भी किया गया जिससे वह काफी अपमानित महसूस भी कर रहा है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि किसी प्रकार रोजी-रोटी चलाने के लिए दिन भर मजदूरी कर अपने परिवार को पालता है। और उक्त भूमि को कैलहोरी ग्राम पंचायत के राजेश बैगा को अधिया मे देकर किसानी का काम करते हैं।जातिसूचक गाली गलौज को लेकर शिकायतकर्ता ने आज आकर के थाना अनूपपुर पर भी जाकर अपनी शिकायत पत्र सौंपी है। लेकिन वहां पर भी किसी प्रकार की कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। यह बात भी अपने आप में जांच का विषय है कि एक किसान का फसल दिनदहाड़े गुंडागर्दी के साथ बर्बाद कर दिया जा रहा है। कानून के रक्षक एक एफ आई आर तक दर्ज नहीं कर पा रहे हैं ।
*उरमलिया बंधुओं पर पहले भी लगे हैं आरोप*
इन अवैध कारोबार मैं लिप्त लोगों पर जमीन हड़पने के पहले भी आरोप लग चुके हैं बताया जाता है कि बरगवां मंदिर के सामने शासकीय भूमि पर यूकेलिप्टस लगाकर कई एकड़ भूमियों पर पहले भी कब्जा किया जा चुका है। जिस पर आए दिन विवाद बना रहता है लेकिन राजनैतिक रसूख रखने वाले उरमालिया बंधुओं पर जल्दी कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है। बताया जाता है कि इनके साथ क्षेत्र के बड़े लोगों के अलावा अधिकारियों का भी संरक्षण पूरा बना रहता है। क्योंकि दर्जनों गाड़ियों का संचालन करने के साथ-साथ रेत, कोयला, मुरूम, मिट्टी तेल आदि कई प्रकार के अवैध उत्खनन के कार्यों से जुड़े रहने के कारण पुलिस सहित खनिज विभाग के लोग भी सन लिप्त रहते हैं, इस कारण इस पर कार्यवाही नहीं होती है खबर तो यह भी है कि इनके द्वारा पूर्व में कथित पत्रकार को इन खबरों को उजागर करने एवं शिकायत करने की दिशा में कार्य करने पर अचानक रास्ता रोककर जानलेवा हमला कर दिया गया था। जिसकी शिकायत भी चचाई थाने में की गई थी। पहले तो चचाई थाना प्रभारी सोनी एवं आरक्षक अखिलेश तिवारी के साथ मिलकर पूर्व सुनियोजित योजना बनाकर हमला कराया गया और बाद में मामला दर्ज करने में हीला हवाली की गई किंतु राजनैतिक दबाव और पत्रकारों के विरोध करने पर साधारण धारा लगाकर प्राथमिकी दर्ज की गई। लेकिन आज तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं आ पाया है,और एक बार फिर से हरिजन जाति के महेश दास के आराजी खसरा नंबर 129 /2रकबा0.50 पर कब्जा करने की नियत से धारदार हथियार लेकर खेत के मालिक और शिकायतकर्ता के सामने ही जबरन उसके खेत पर दिनदहाड़े खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाया गया निश्चित रूप से इस तरह खड़ी फसल पर गुंडागर्दी करते हुए फसल को बर्बाद करना और जान से मारने की धमकी देना एक बहुत ही बड़े अपराध को जन्म देने के समान है वही किसान जो पूरे वर्ष अपने परिवार के लिए फसल की चाहत रखता है उसके जीवन यापन पर भी संकट के बादल छा गए हैं।
*नवागत पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार*
गरीब असहाय किसान पहले तो अपने नजदीकी थाना क्षेत्र चचाई में जाकर प्राथमिकी दर्ज कराने का प्रयास किया उसके बाद आजाक थाना जाकर जातिसूचक गाली गलौज की सूचना भी दी गई। इन सब के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण और अपने जमीन के साथ-साथ फसल को बचाने के लिए नवागत पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए न्याय की मांग की है अब देखना यह होगा कि लगातार संवेदनशील तरीके से सूदखोरी और अपराधों पर लगाम लगाने के लिए दिन रात मेहनत करने वाले साथ ही सूदखोरी पर जिले में ऐतिहासिक काम करने वाले नवागत पुलिस अधीक्षक खड़ी फसल को ट्रैक्टर से रौंदने वाले दबंग उरमलिया बंधुओं पर क्या कार्यवाही करते हैं।और एक गरीब किसान को किस प्रकार से न्याय दिला पाते हैं।