कॉलरी प्रबंधन की लापरवाही से विकलांग सुरक्षा गॉर्ड कर्मचारी की हुई हत्या
*आर ओ वर्कशॉप में कर्मचारी की धारदार हथियार से हत्या कानून व्यवस्था के माथे पर कलंक- हरिद्वार सिंह*
अनूपपुर/राजनगर
कोयलांचल क्षेत्र में दिन प्रतिदिन अपराध का बोलबाला बढ़ता जा रहा है यहाँ पर कबाड़, चोरी, लूट, जुंआ, सट्टा, हत्या, आदि क्षेत्र में पूरी तरह अमर बेल की तरह फैल चुका है पुलिस अपराध रोक पाने में नकारा साबित हो रही वहाँ की जनता दहशत के साये में जी रही हैं मगर कोई भी इस नासूर समस्या से हल नही करवा पा रहा हैं। राजनगर की जनता ने अभी सुबह की अपनी आंखें भी नहीं खोली थी कि यह खबर आई की एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के राजनगर आर ओ उप क्षेत्र के न्यू राजनगर साइडिंग स्थित रीजनल वर्कशॉप में कार्यरत 58 वर्षीय सुरक्षा गार्ड रमेश केवट पिता श्यामलाल केवट की डंडे, रॉड और धारदार हथियार से हत्या कर दी गई जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
*ऐसे हुई घटना*
जहां मृतक के नाती पुष्पेंद्र केवट ने बताया कि रात्रि करीब 1:00 से 2:00 के बीच मुझे स्टोर के पीछे से आवाज आई तो मैं गेट खोल कर जाकर नाना को बताया जिससे मैं और नाना,,,(रमेश केवट) स्टोर की पीछे की तरफ गए जहां देख कर वापस आ रहे थे तो नाना को 4 लोगों ने पकड़ रखा था जिसे देखकर मैं पीछे के रास्ते से भाग गया और इसकी सूचना जाकर कालरी के सुरक्षा विभाग को दिया जिसको देखते हुए जब सुरक्षा विभाग की टीम स्टोर पहुंचती है तो वहां पर रमेश केवट की हत्या कर दी गई होती है जिसके सिर में एवं कनपटी पर धारदार हथियार से हमला किया गया था जिसकी सूचना सुरक्षा विभाग द्वारा पुलिस को दी जाती है मामले की गंभीरता को देखते हुए रामनगर की पुलिस टीम सहित एसडीओपी कोतमा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का मुआयना करते हैं वही मामले की गंभीरता को देखते हुए हसदेव क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक यू टी कंजर कर उपक्षेत्री प्रबंधक राजनगर सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचते हैं।
*बुजुर्ग विकलांग की रात्रि ड्यूटी पर सवाल*
रमेश केवट जो दोनों पैरों की तीन तीन अंगुलियों से विकलांग था जो डंडे के सहारे से ही चल सकता था जिसकी ड्यूटी रीजनल वर्कशॉप में लगातार 4 वर्षो से रात्रि पाली में सुरक्षाकर्मी के रूप में लगाई जा रही थी रमेश पैरों से विकलांग होने के कारण अपने 18 वर्षीय नाती पुष्पेंद्र केवट को अपने सहारे के लिए लेकर आता था जहां पुष्पेंद्र केवट रीजन वर्कशॉप के अंदर सो जाता था एवं रमेश केवट मुख्य गेट पर रह कर दरवानी करता था। इतने बुजुर्ग विकलांग गॉर्ड की वहाँ पर ड्यूटी लगाना प्रबंधन की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। जहां मामले की गंभीरता एवं कॉलरी प्रबंधन द्वारा बरती गई लापरवाही साफ साफ दिख रही है प्रबंधन द्वारा इतने बड़े सामानों से भरा वर्कशॉप को मात्र एक बिकलांग व्यक्ति के भरोसे छोड़ दिया। जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हो गया।
*पुलिस पर उठ रहे सवाल*
पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवालिया निशान भी खड़े हो रहे हैं क्योंकि 17 जून को हुए नवविवाहिता की दिनदहाड़े हत्या का पर्दाफाश अभी पुलिस नहीं कर पाई थी कि आज फिर एक हत्या कर दी गई। अपराधियों के हौसले काफी बुलंद दिख रहे थे जिसे क्षेत्र के लोगों किसी बड़े हादसे का अंदेशा जता रहे थे जिसे आज उनके द्वारा अंजाम दिया गया धारदार हथियार से सुरक्षा गार्ड की की हत्या क्षेत्र में दहशत का माहौल पुलिस एवं कॉलरी प्रबंधन के कार्य प्रणाली पर उठ रहे सवाल ये हत्या कबाड़ चोरों ने की या किसी और कारण से हत्या हुई हैं जांच के बाद ही पता चल पाएगी।
*पूर्व में घटित घटना के बाद भी नही जागा प्रबंधक*
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामनगर राममंदिर के समीप स्थित सबस्टेशन पर बदमाशों द्वारा धावा बोलते हुए ड्यूटी पर तैनात गुलाब केवट को बंधक बनाकर मोबाइल फोन छीन लिया गया था व जाते वक्त मोबाईल फोन से बैटरी निकाल कर फोन फेक दिया गया था साथ ही 30 मीटर केबल काट कर चंपत हो गए थे जिससे कई क्षेत्रों की लाइट बन्द हो गयी थी इस तरह की कई घटनाएं घट चुकी हैं।
*कोई सामान नही हुआ चोरी*
अगर अपराधी चोरी के मकसद से आए थे तो फिर कोई सामान लेकर क्यों नहीं गए अपराधी सीधे आए और चपरासी को ही ढूंढते हुए उसके साथ मारपीट शुरू कर दिया यदि चोरी उनका मकसद था तो रमेश को बंधक बना सकते थे। मगर हत्या करके अपराधी भाग गए इस पर सवाल उठना लाजिमी हैं।
*इनका कहना है*
वो एरिया से गार्ड लगाने के अधिकार क्षेत्र के अंदर है। कोई दिक्कत नहीं है।
*ए के सिंह सबएरिया राजनगर*