नगर परिषद आखिर क्यों नहीं कराता टेंडर ,जिससे लोगों को मिल सके रोजगार
अनूपपुर/अमरकंटक
पवित्र नगरी अमरकंटक में आए दिनों कलेक्टर एसडीएम कमिश्नर आला अधिकारियों का आगमन होता रहता है और सिर्फ मा नर्मदा जी का पूजा अर्चना कर पुण्य लाभ प्राप्त कर चले जाते हैं, लेकिन नगर परिषद अमरकंटक के शासकीय संपत्तियों का क्या हाल है इसकी जानकारी जिले का कोई भी आला अधिकारी इसकी जानकारी नहीं लेना चाहता है जानकारी के लिए बता देना चाहता हूं कई वर्षों से नगर परिषद अमरकंटक की शासकीय संपत्ति मारवाड़ी भोजनालय, पर्यटक गेस्ट हाउस अमरकंटक गेस्ट हाउस, कपिलधारा अमरकंटक वाहन पार्किंग ,रैन बसेरा, माई की बगीया, ऐसे तमाम शासकीय संपत्तियों का नगर परिषद द्वारा कई वर्षों से टेंडर ही नहीं किया गया और एक ही व्यक्तियों के द्वारा चलाया जा रहा है जब ईनकी जानकारी नगर परिषद अमरकंटक द्वारा मांगी जाती है तो कहा जाता है कि शासकीय वसूली चल रही हैं लेकिन उस जगहो पर जाकर देखा जाये तो,उसी ठेकेदार के व्यक्तियों द्वारा उस शासकीय संपत्ति को संचालित किया जाता है लेकिन जिले के किसी भी आला अधिकारी इस बात की चिंता नहीं है अमरकंटक के समस्त शासकीय संपत्ति का हर वर्ष का टेंडर होता था जिससे अमरकंटक के लोगों को रोजगार मिल जाता था लेकिन कई वर्षो से किसी भी गैस्ट हाउस या पार्किग का टेंडर नही किया गया और मिलि भगत से सभी कार्य चल रहे है नगर परिषद अमरकंटक से मेरी मांग है कि पार्किंग समस्त पर्यटक गैस्ट हाउस का टेंडर करे जिससे लोगो को रोजगार मिल सके।