झूठे हलफनामे के सहारे एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र राहुल सिंह कर रहा नौकरी
इंट्रो- पिता की मौत के बाद युवक को मिली थी अनुकंपा नियुक्ति शिकायत बेअसर, नौकरी के लिए हलफनामा देने में छिपाई गई जानकारी
अनूपपुर/कोतमा
छत्तीसगढ़ प्रदेश के सिरगिट्टिी थाने में दर्ज गाली-गलौज और मारपीट के आरोपी युवक जमानत पर रिहा होने के बाद अब एसईसीएल में नौकरी कर रहा है, अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर की जानकारी छिपाते हुए शपथपत्र प्रस्तुत कर उसने पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति हासिल कर ली है। पीड़ित पक्ष से नियुक्ति मिलने के तत्काल बाद पूरे दस्तावेज के साथ एसईसीएल प्रबंधन से शिकायत की, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्यवाई नहीं की गई है। अब फिर से एसईसीएल को रिमाइंडर भेजा गया है। महाराणा प्रताप नगर स्थित श्री राम पार्क कॉलोनी के मकान नंबर डी-9 में रहने वाले अन्वेष मिश्रा और उनकी बहन पूनम मिश्रा 15 अप्रैल 2018 को उनके पड़ोस में रहने वाले उमेश सिंह, उसकी पत्नी सुमन सिंह और साले राहुल सिंह ने गाली गलौज और मारपीट की थी। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर सिरगिट्टी पुलिस ने घटना के ही दिन आईपीसी की धारा 294, 506, 323 व 34 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। तीनों को गिरफ्तार किया गया था, फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया। आरोपियों में से राहुल सिंह के पिता एसईसीएल में डंपर आपरेटर थे। नौकरी के दौरान ही उनकी मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद 16 अप्रैल 2020 को राहुल सिंह को एसईसीएल में मजदूर केटेगरी-1 के पद पर नौकरी दी गई है। वर्तमान में वह जमुना कोतमा एरिया के आमाडांड ओपन कास्ट में कार्यरत है।
*शपथ पत्र में दी गलत जानकारी*
राहुल सिंह ने पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए दिए गए शपथपत्र में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर और जमानत पर रिहा होने की जानकारी ही छिपा दी। एसईसीएल प्रबंधन ने भी अनुकंपा नियुक्ति देने से पहले पूरी तरह जांच करने की जरूरत नहीं समझी और युवक के हलफनामा पर भरोसा करते हुए नौकरी दे दी।