सहायता राशि चाहिए तो पहले दो 25 हजार तब मिलेंगे 2 लाख 5 हजार
*सचिव की दादागिरी से हितग्राही परेशान, रिश्वत न देने से नही मिली सहायता राशि*
इंट्रो- गरीब, असहाय ,जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार के द्वारा कई सारी योजनाएं संचालित कर लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है लेकिन जिन्हें इन योजनाओं को धरातल पर लाकर जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाना है वही रिश्वत की मांग करने पर उतारू है तो कहीं अधिकारी के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है पैसे ना देने पर सरकार की तरफ से मिलने वाली राशि ही पीड़ित परिवारों को उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं ऐसे में कैसे शासन की योजनाओं का लाभ आम लोगों को मिलेगा जो कई सवाल खड़े करता है !
अनूपपुर
बदरा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत फुलकोना के सचिव लल्लू राम केवट के द्वारा संबल योजना के तहत पीड़ित परिवार को राशि दिलाने के एवज में 25000 की रिश्वत की मांग की जा रही है ! पीड़ित परिवार इतना सक्षम नहीं है कि 25000 हजार सचिव लल्लू राम केवट को उपलब्ध करा सके पैसे ना मिलने पर आज तक सचिव ने संबल योजना के तहत मिलने वाली राशि 2 लाख 5 हज़ार पीड़ित परिवार को उपलब्ध नहीं कराए, जिससे पीड़ित परिवार शासन की मिलने वाली योजनाओं का लाभ से आज वंचित है ! दरअसल ग्राम पंचायत फुलकोना निवासी मुन्नी बाई पांडे की मृत्यु 15,12, 2020 को होती है इनके परिजन जनवरी में आवेदन देते हैं, पहले तो सचिव लल्लूराम केवट ने इस योजना के बारे में पीड़ित परिवार को बताया ही नहीं जब पीड़ित परिवार को इस योजना के बारे में पता चला तो अपना आवेदन लेकर ग्राम पंचायत पहुंचे सचिव के द्वारा आवेदन भी नहीं लिया जा रहा था, जैसे तैसे कर पीड़ित परिवार ने सचिव को आवेदन दिए सचिव से बार-बार पीड़ित परिवार पूछता रहा कि साहब राशि आई लेकिन साहब की मंशा तो कुछ और थी इसलिए साहब हमेशा पीड़ित परिवार को वर्गलाते रहे असल में साहब को कुछ और चाहिए था ! फिर क्या था साहब ने पीड़ित परिवार के सदस्य को फोन घुमाया और मांग डाली 25000 की रिश्वत ! सचिव लल्लू राम केवट ने पीड़ित परिवार के सदस्य को फोन लगा कर कहा कि आपके आवेदन में काफी लफड़ा है साहब उसे कर नहीं रहे पीड़ित परिवार ने कहा उसका कोई उपाय है फिर सचिव लल्लू राम ने इन्हें उपाय बताया कहां की साहब बोले हैं 2लाख 5 हजार हम दिलवा देंगे लेकिन 25000 हजार हमें देने होंगे रिक्स लेकर साहब करा देंगे ! पीड़ित परिवार ने देने की बात कही तब सचिव ने पीड़ित परिवार से ₹10000 तत्काल उपलब्ध कराने की बात कही पीड़ित का परिवार ने हामी तो जरूर भरी लेकिन इतनी भारी-भरकम राशि उपलब्ध नहीं करा पाए जिससे आज तक इस परिवार को शासन से मिलने वाली राशि नहीं मिल पाई !
यह है संबल योजना- मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा जरूरतमंद लोगों के लिए संबल योजना की शुरुआत की है जिसमें व्यक्ति पंचायत के माध्यम से अपना कार्ड बनवा सकता है उस परिवार के सदस्य के साथ अगर कोई दुर्घटना में मृत्यु होती है तो चार लाख अगर सामान्य मृत्यु होती है तो ₹200000 पीड़ित परिवार को देने की योजना है इसी योजना के अंतर्गत मृतक मुन्नी बाई का परिवार आता है लेकिन जब योजना का लाभ धरातल पर देना हो तो कैसे रिश्वत की मांग की जाती है इसका जीता जागता प्रमाण ग्राम पंचायत फुलकोना के सचिव लल्लू राम केवट को देखा जा सकता है बहरहाल अब जिम्मेदारों को ऐसे भ्रष्ट सचिव के ऊपर कार्यवाही करनी है जिससे सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक बिना किसी रिश्वत के मिल सके !
सरपंच ने कहा पात्र है पीड़ित परिवार - ग्राम पंचायत फुलकोना की सरपंच उमाबाई ने प्रमाणीकरण जारी करते हुए लिखा है कि स्वर्गीय मुन्नी बाई पांडे पति राम प्रसाद ग्राम पंचायत फुलकोना के निवासी, जिनका संबल योजना में पंजीयन हुआ था पीड़ित परिवार ने अंत्येष्टि एवं संबल योजना के आवेदन सचिव लल्लू राम केवट के पास जमा किए थे लेकिन 10 माह बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार की दोनों योजना का लाभ नहीं मिला है जबकि यह परिवार संबल योजना का पात्रता रखता है जिसकी अनुशंसा प्रधान द्वारा की जाती है , जबकि सरपंच अपने लेटर पैड में यह बात लिख कर दे रही है तो वहीं यहां के सचिव ₹25000 रिश्वत मांगने का काम कर रहे हैं अब यह जिम्मेदार अधिकारियों को तय करना है कि ऐसे भ्रष्ट लोगों को रखकर ग्राम पंचायत स्तर पर काम कराना है या फिर कोई ईमानदार व्यक्ति को इस ग्राम पंचायत की कमान सौपनी है, जिससे जरूरतमंद लोगों को योजनाओं के लिए भटकना ना पड़े !
*इनका कहना है*
शासन से मिलने वाली योजनाओं का लाभ मेरे द्वारा प्रत्येक लोगों को उपलब्ध कराए जाते हैं मैं रिश्वत की मांग नहीं करता अन्य मामलों में ना कहिए कभी कभार मेरे ऊपर लगाए गए आरोप गलत है !
*लल्लू राम केवट सचिव ग्राम पंचायत फुलकोना*
शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद तक पहुंचे यह हमारी कोशिश रहती है अगर सचिव ने पीड़ित परिवार से पैसे की मांग की है तो मुझे जानकारी उपलब्ध कराइए कार्यवाही निश्चित की जाएगी !
*मिलिंद नागदेवे जिला पंचायत सीईओ अनूपपुर*