15 वर्षों के बाद भी मुख्यमंत्री के किए वादे झूठे साबित, मामला स्वास्थ्य केंद्र का
*मरीज परेशान अपनी-अपनी रोटियां सेंकने में माहिर हैं जनप्रतिनिधि और नेता*
अनूपपुर/कोतमा
विगत 30 वर्षों से लगभग 20 ग्राम पंचायत तीन नगर परिषद और एक नगर पालिका जिसकी अनुमानित आबादी एक से डेढ़ लाख के करीब होती है फिर भी बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आज तक नहीं हो पाया जबकि जितनी बार प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान बिजुरी नगर पालिका में अपनी चुनावी और अन्य सभाएं किए हैं लगभग लगभग सभी कार्यक्रमो में मुख्यमंत्री जी द्वारा हर बार घोषणा किया गया है कि बिजुरी नगर के अस्पताल का दर्जा बढ़ा दिया जाएगा मगर दुर्भाग्य है बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र के अस्पताल का आज तक उन्नयन की तो बात दूर स्वास्थ्य सुविधाओं से भी अछूता रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र !
लगातार कई वर्षों से बिजुरी के आसपास के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को सड़क से लेकर संसद तक मांग कर चुके हैं कि यहां के अस्पताल में सुविधाओं की कमी है असुविधा को सुधारने और समुचित व्यवस्था करने के लिए प्रदेश के हर विभाग के मंत्री और नेताओं से अपनी गुहार लगाते हुए कोई कोर कसर नहीं छोड़े परिणाम निराशाजनक ही मिला है लगातार अस्पताल के अंदर सुविधाओं के अभाव कुछ इस तरीके के हैं कि अगर इमरजेंसी पड़ जाए तो एक के अलावा दूसरा कोई डॉक्टर नहीं कहीं बिस्तर की कमी तो कहीं ऑक्सीजन की कमी तो कहीं दवाओं की भी कमी है ऐसे मामले रोजाना अस्पताल में देखने को मिलते हैं कि यहां पर प्राथमिक उपचार भी देने में डॉक्टर अपनी असमर्थता जताते हैं परिणाम स्वरूप लोगों को यहां बगल के राज्य छत्तीसगढ़ की ओर मनेंद्रगढ़ और बिलासपुर भागना पड़ता है और स्थिति कुछ इस तरीके की हो जाती है कि रास्ते में ही सुविधाओं के अभाव की वजह से जान गवाना पड़ जाता है लेकिन आज दिनांक तक नगर के अंदर नगर से लेकर प्रदेश स्तर के सत्ता पक्ष और विपक्ष के पदाधिकारी व नेता हैं ! यूं तो अपने आप में नगर के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक कि पहुंच बताते हैं मगर अपना ही शहर स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में जान गवाने को मजबूर है यहां के पदाधिकारी और नेताओं की बात एक मुहावरे पर बिल्कुल पूरी तरीके से सटीक बैठती हुई नजर आ रही है जिसे हम कभी कभी बोलचाल की भाषा में कहते हैं "दिया तले अंधेरा" ! सत्ता पक्ष की अगर बात की जाए तो एक तरफ सबका साथ और सबका विकास का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने नारे और मंसूबे पर विफल नजर आती हुई दिखाई दे रही है क्योंकि यहां पर विकास की बात होती है!
तो 20 साल से मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है उस बीच कांग्रेस पार्टी की सिर्फ 15 महीने ही सरकार रही है लेकिन दोनों ही पार्टियां और दोनों ही पार्टी के नेताओं ने बिजुरी नगर के लोगों को आश्वस्त किया था कि हम नगर के अस्पताल का दर्जा बढ़वा देंगे और यहां सुविधाओं के अभाव में किसी की मृत्यु नहीं होगी और स्वास्थ्य के लिए यहां की जनता को दरबदर नहीं भटकना पड़ेगा !
विपक्ष की अगर बात की जाए तो यहां पर कांग्रेस पार्टी के विधायक सुनील सराफ है उन्होंने भी बिजुरी नगर के मुख्य समारोह स्थल 15 अगस्त के कार्यक्रम के दौरान एक वीडियो में दंभ भरते हुए दिखाई दे रहे थे कि मैं मुख्यमंत्री जी से अस्पताल का उन्नयन करा कर ही वापस आऊंगा मगर स्वास्थ्य के लिए जो मूलभूत सुविधाएं होती हैं वह भी आज तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी में देखने को नहीं मिली और वही विधायक जी की तो बात छोड़िए क्योंकि वह मुख्यमंत्री के सामने अदना सा विधायक है लेकिन सत्ता पक्ष की अगर बात की जाए तो माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगभग तीन से चार बार वादा किया मंचों से बजरंगबली हनुमान मंदिर के नीचे लोगों को यह आश्वस्त किया था बजरंगबली के सामने कि अब अगर दोबारा मैं आऊंगा तो यहां पर अस्पताल का दर्जा आपको बढ़ा हुआ मिलेगा लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज तक उन्नयन की तो बात दूर स्वास्थ्य सुविधाओं में भी किसी प्रकार की कोई बढ़ोतरी दिखाई नहीं दी !
*200 मरीज लगभग पहुँचते है स्वास्थ्य केंद्र*
दो डॉक्टरों के बीच एक लाख पचीस हजार लगभग आबादी को कवर करना काफी मुश्किल होता है एक डॉक्टर का 24 घंटे सेवा देना नामुमकिन सा लगता है क्योंकि अगर धोखे से भी एक तेज बुखार में पीड़ित और मरीज हॉस्पिटल में आ जाता है तो डॉक्टर द्वारा यही कहा जाता है कि इनको बाहर ले जाया जाए हमारे पास किसी प्रकार की ऐसी कोई सुविधा नहीं है जिससे हम इनका इलाज कर सके आखिरकार इस तरह के हृदय वैदिक शब्द जब मूलभूत सुविधाओं से वंचित डॉक्टर कहता है तब सोचने पर मजबूर होता है कि आखिरकार बिजुरी नगर के जनता ने ऐसा क्या अपराध किया है कि आज इतनी बड़ी आबादी के क्षेत्र में लगातार 5 बार भारतीय जनता पार्टी को कुर्सी पर बैठाया है क्या ऐसा करना बिजुरी की जनता ने किसी प्रकार का गुनाह किया कि उसको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी में एक बुखार का इंजेक्शन भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है
*जनता ने नगर बंद करके जताया था विरोध*
लगातार अपने ही करीबी और रिश्तेदारों की हालत और मृत्यु हो जाने की दशा में नगर के समस्त पत्रकार और युवाओं ने वरिष्ठ जनों ने अस्पताल का दर्जा जब नहीं बढ़ाया गया तो आंदोलन का रूप धारण किया था कुछ वर्ष पहले व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद करके एक विरोध जताया था और विधायक मंत्री और मुख्यमंत्री तक अपनी बात को पहुंचाया था एक छोटी सी आप को लेकर मुख्यमंत्री तक पत्रकारों ने ज्ञापन अपने हाथों से दिया था लेकिन आज दिनांक तक उस पर भी ज्ञापन को लेने के बाद कचरे की तरह किनारे फेंक दिया गया और अस्पताल उसी बदतर हालत पर है बिजली का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है
*अस्पताल नहीं तो वोट नहीं का नारा*
विगत कुछ माह से सोशल मीडिया पर बिजुरी नगर की जनता व नगर के व्यापारियों और पत्रकारों के द्वारा सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट पर अस्पताल का दर्जा नहीं बढ़ाया गया विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं आए डॉक्टरों की बढ़ोतरी नहीं हुई मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हुई तो इस बार चुनाव में वोट नहीं देने का निर्णय नारों के माध्यम से बुलंद करते हुए दिखाई दे रहे हैं !
*इनका कहना है*
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी का उन्नयन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में होना चाहिए अपने सरकार के मंत्री और माननीय मुख्यमंत्री जी से मैं मांग करता हूं कि अस्पताल का दर्जा बढ़ाया जाए !
*दिलीप जायसवाल पूर्व विधायक कोतमा*
पूर्व में भी मेरे व मेरी पार्टी के द्वारा इस मांग को किया गया है मगर आज तक कोई मांग भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में पूरी नहीं हुई और भाजपा नेताओं के द्वारा बार-बार फर्जी तरीके से उन्नयन का कागज अखबारों के माध्यम से दिखाया गया मगर आज तक कोई भी उन्नयन नगर के अस्पताल का नहीं हुआ आगे अगर उन्नयन नहीं होगा तो बहुजन समाज पार्टी जनता को साथ में लेकर आंदोलन करेगी !
*खुर्शीद अहमद जोन प्रभारी बसपा अनूपपुर*
नगर के जनता की 20 वर्ष पहले की मांग है बिल्कुल पूरा किया जाए सरकार के द्वारा स्वीकृति दी जाए अस्पताल का दर्जा बढ़ाया जाए और अगर नहीं पूरी करते हैं हमारी मांगों को तो एक जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा !
*सुनील निगम नेता कांग्रेस पार्टी*
पूर्व में हम सभी पत्रकारों व्यापारियों और नगर के युवाओं के द्वारा मांग पूरी नहीं की गई थी तो एक वृहद आंदोलन किया गया था बिजुरी नगर संपूर्ण सफल बंद किया गया था अब अगर आगे अस्पताल का दर्जा नहीं बढ़ाया जाता है तो नगर की जनता के साथ व्यापारियों के साथ मिलकर एक बार फिर से आंदोलन छेड़ा जाएगा
*पंडित कमलेश कुमार मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार बिजुरी*
सरकारों ने बिजुरी नगर की जनता को अपंग समझ रखा है और अगर जब जनता जागेगी तो एक नई क्रांति पैदा होगी और इस बार हमारी लगातार मांग हो रही है व्यापारियों के द्वारा निरंतर आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग दिया गया है मांग पूरी नहीं होती है तो और भी उग्र आंदोलन नगर की जनता के साथ किया जाएगा !
*अजीत अग्रवाल टीटू युवा व्यापारी बिजुरी*