घोटाले के खिलाफ पत्रकार यूनियन ने खोला मोर्चा कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

घोटाले के खिलाफ पत्रकार यूनियन ने खोला मोर्चा कलेक्टर को सौपा ज्ञापन 

*जनता की लड़ाई हम लड़ेंगे, प्रशासन करवाये निष्पक्ष जांच नही तो जाएंगे कोर्ट*


 अनूपपुर

काफी दिनों से फर्जी भर्ती का मामला लगातार सुर्खियों में चल रहा है इसके खिलाफ अखबारों में लगातार प्रकाशन हो रहा है उसके बाद भी कुछ भी नतीजा निकालकर नही आ रहा है जिसके कारण प्रेस क्लब एवं एम.पी. वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन घोटाला और भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है दोनो यूनियन के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने जिला कार्यालय पहुँचकर नगर परिषद डोला, वनगंवा, डूमर कछार में भर्ती मामले में व्यापक अनियमितता करके लोगो की भर्तियां कर ली गयी हैं जिसके खिलाफ आज पत्रकारों ने घोटाले के विरूद्ध मोर्चा खोलते हुए कलेक्टर अनूपपुर को ज्ञापन दिया गया है और मांग की गई है कि इस घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलाई जाए। यह जनहित का मामला हैं जिस पर जो समाज के ठेकेदार है वो सभी शांत बैठे हुए हैं जिसस वहाँ पर रह रहे आम जनता का काफी नुकसान हो रहा है बेरोजगारों को रोजगार का मौका मिलना था वो नहीं मिल पा रहा है जिस कारण से अब चौथे स्तम्भ को खुलकर जनता की लड़ाई में सामने आ रहा है। अगर प्रशासन और सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच नही करती तो पत्रकार इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

   ज्ञात हो कि तीनो नगर परिषद में सैकड़ो लोगो की मनमाने तरीके से नेता, जनप्रतिनिधि, भाजपा, कांग्रेस, अधिकारियों , कर्मचारियों के रिश्तेदारों और करीबियों की नियुक्ति कर दी गयी हैं। और सारे लोग मौन बैठे हुए है। और जनता की कोई सुन नही रहा है ऐसे में प्रशासन और सरकार को जगाने का काम चौथा स्तंभ खरती हैं चाहे वह लेखनी से करे या ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच करवाकर जो भी गलत हो उस पर कार्यवाही ह्यो जाए। आज के समय मे सब लोग सिर्फ अपना स्वार्थ देखकर अपना ही उल्लू सीधा करते है बाकी के साथ क्या हो रहा हैं उन लोगो से कोई मतलब नही। काफी दिनों से खबर आ रही है कि भोपाल से जांच टीम गठित हुई है संभागीय स्तर से भी जांच हो रही है मगर जांच में इतना समय क्यू लग रहा हैं जबकि एक ही छत के नीचे सारे सबूत और दस्तावेज मौजूद है। जांच करवाने वालो की इच्छा शक्ति कमजोर है इसलिए कुछ भी नही हो पा रहा हैं। लोग बताते है की ऊपर लेकर नीचे तो पूरी दाल ही खाली हैं। कुछ तो काली दाल को खा चुके हैं, कुछ उसमे डुबकी लगा चुके हैं कुछ डुबकी लगाने का जुगाड़ बना रहे है। इसमे भाजपा के नेता, विधायक, मंत्री अपने लोगो को मलाई खिलवाकर अपने ही सरकार के खिलाफ जाना नही चाहते और विपक्ष के लोग अपने ही लोगो की पोल खोलकर विरोध नही लेना चाहते यहां पर चोर चोर मौसेरे भाई वाली कहावत चरितार्थ हो रही हैं बहती गंगा में सब डुबकी लगा लेते है ऐसे में प्रशासनिक लोग भी बहती गंगा में कुछ हाथ धो लिए कुछ डुबकी लगा के बैठ गए है डुबकी लगाने के बाद हिसाब तो आज नही कल तो देना ही पड़ेगा बेरोजगारों की आह जरूर लगेगी और सारा मामला एक दिन सबके सामने होगा। धीरे धीरे एक एक करके घोटाले का जिन्न बाहर आएगा जितना भी कब्र खोदकर दफन कर सकते हैं कर दे, ऊपर वाले कि लाठी में आवाज नही होती। 

   ज्ञापन देने वालो में अजय मिश्रा, राजनारायण द्विवेदी, वीरेंद्र सिंह, नीरज गुप्ता, विजय तिवारी, विनय उपाध्याय, आनंद पाण्डेय, अनुपम सिंह, आशुतोष सिंह दीक्षित, नियामुद्दीन अली, अनिल दुबे, मनीष अग्रवाल, अरविंद द्विवेदी, आकाश नामदेव, बीजू थॉमस, पूरन चंदेल, प्रमोद शुक्ला

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