जनपद सीईओ को हटाने ग्रमीणों ने प्रभारी मंत्री को सौंपा ज्ञापन
*1 वर्ष की बची नौकरी की दुहाई देकर भ्रष्टाचार के दम पर छान रहे हैं मलाई*
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़
पुष्पराजगढ़ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ में चेक डैम में बोल्डर परिवहन के नाम दर्जनों पंचायत में बगैर परिवहन कराये अपने चहेतों के नाम फर्जी बिल लगाकर करोड़ो का फर्जी बिल पास कर शासकीय राशि का बंदरबांट कर लिया गया जिसकी निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग एवं पुष्पराजगढ़ जनपद में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों ने अन्न उत्सव कार्यक्रम में उपस्थित जनजातीय एवं अनुसूचित जाति मंत्री सुश्री मीना सिंह को ज्ञापन सौंपकर मांग किया की भ्रष्टाचार में लिप्त सीईओ डी के सोनी को शीघ्र अन्यंत्र स्थान्तरण किया जाय।
*चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत*
शिकायतकर्ता ने बताया की जब से देवेंद्र कुमार सोनी मुख़्यकार्यपालन अधिकारी के रूप में पदस्थ हुये है तब से लेकर समूचे क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का ग्राफ अपने आप बढ़ते चला जा रहा है राजनैतिक संरक्षण प्राप्त सीईओ जो इसी पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ब्याकटनगर के निवासी है जिन्होंने अपने आकाओं के चरण बंदन कर अपने रसूक के दम पर जनपद सीईओ की कुर्सी हथिया कर एकक्षत्र राज्य कर रहे है जबकि इनका मूल पद ब्लॉक डेवलप मेन्ट आफिसर का है इनकी धर्म पत्नि जो की इसी जिले में सत्ताधारी दल में विभिन्न पदों पर रहकर अपने पति को राजनैतिक संरक्षण दिलाने में सेतु का काम कर रही है। जिससे श्री सोनी द्वारा अपना मायाजाल फैलाकर क्षेत्र की भोली भाली जनता के साथ छलावा कर शासन की महत्त्वाकांक्षी योजनाओ पर पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है अगर कोई कार्यवाही नहीं होती तो चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत।
*नौकरी की दुहाई देकर छान रहे है मलाई*
अपने नौकरी के बचे हुये एक वर्ष का पूरा लाभ लेने के फेर में सीईओ साहब द्वारा नियम कानून को ताक में रख कर संबंधित पंचायतों को खुला संरक्षण देकर भ्रस्टाचार करने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है और विभिन्न मदो से खुलेआम कमीशन लेकर गुणवत्ता बिहीन कार्य कराकर अपनी रोटी सेक रहे है ।
*कमीशन लेकर होता है बिलो का भुगतान*
महात्मा गांधी राष्टीय रोजगार गारंटी के कामो के बिल निकालने के नाम आफिस खर्च के नाम मटेरियल भुगतान पर खुलेआम 10% राशि की मांग की जाती है जिससे लेखाधिकारी एपीओ सहित सभी लोग उक्त राशि से तय की गई कमीशन में बंदरबांट कर लिया जाता है अभी हाल ही में 08 करोड़ रुपये का भुकतान जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ से किया गया जिसमें लगभग 80 लाख रुपये कमीशन की राशि संबंधित बेंडरो से दलालो के माध्यम से बसूल की जाती है।
*शिकायतों पर नहीं होती कार्यवाही*
ग्राम पंचायतों में हो रहे निर्माण कार्यो में हो रहे भ्रष्टाचारो की लिखित शिकायत क्षेत्रवासियों द्वारा जनपद मुख्यालय में आकर दी जाती है तो उस पर टीम गठित कर जांच उपरांत कार्यवाही का झूठा आश्वासन देकर क्षेत्र की भोलीभाली जनता को गुमराह कर उन्हे उल्टे पाव वापिस कर दिया जाता है पूर्व में ग्राम पंचायत मेढाखार खजुरवार पडरिया जैसी तमाम पंचायतों में पी एम आवास ग्रेवल पहुँच मार्ग पशु शेड में हो रहे भ्रष्टाचार व गुणवत्ता बिहीन कार्य को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की परंतु सीईओ द्वारा तत्यकाल संबंधित सचिवो से संपर्क साध कर अपना स्वार्थ शिद्ध कर उक्त शिकायत पर निर्माण कार्य एजेंसी के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई बल्कि शिकायत को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया।
*भ्रष्टाचार की हो निष्पक्ष जांच*
वर्ष 2020-21 में क्षेत्र अंतर्गत बिभिन्न पंचायतों में लगभग सैकड़ो ग्रेवल पैक सड़क का निर्माण कार्य कागजो में तो करा दिया गया परंतु जमीनी हकीकत कुछ और भी बयां कर रही है अपनी हालात पर आंशू बहा रही पंद्रह लाख रुपये की लागत की सड़क की कमान ठेकेदारों के हाथों सौंप कर गुणवत्ता विहीन कार्य कराकर उक्त कार्यो के फर्जी बिल बाऊचर तैयार कर आहरण कर लिया गया।जबकि उक्त गुणवत्ता विहीन कार्यो की कमेटी गठित कर उच्च स्तरीय जांच कराई जाय तो आज भी अधिकांश कार्य अपूर्ण है ।
जिसकी ना तो कभी मॉनिटरिंग की जाती और ना ही भ्रष्टाचार कर रहे जिम्मेदारो पर शिकायत के आधार पर कोई कार्यवाही की जाती है।
*वाहन दुरूपयोग लाखो का चूना*
जनपद मुख्यालय से नदारत सीईओ जिला मुख्यालय में निवास करते है जो अनूपपुर से रोजाना शासकीय वाहन से ईधन ब्यय कर आनाजाना करते है जिससे शासन को लाखों रुपये की क्षति हो रही है दो चार घंटे की हाजरी देकर रफूचक्कर हो जाते है और क्षेत्र की जनता आये दिन साहब के इंतजार में कार्यालय का चक्कर काटते रहती है।