फर्जी सीएमओ बना जयकांत मेहता, प्रशासन नही कर पा रही कोई कार्यवाही

फर्जी सीएमओ बना जयकांत मेहता, प्रशासन नही कर पा रही कोई कार्यवाही

*दबंगई से बन बैठा सीएमओ, प्रशासन को अपनी उंगलियों में नचा रहा दैनिक वेतन भोगी*



अनूपपुर

05 अगस्त 2021 को जयकांत मेहता सीएमओ नगर परिषद डूमर कछार बनकर हस्ताक्षर किया हुआ एक पत्र जारी किया गया था जिसमे यह लेख किया गया था कि नगर परिषद के सभी कर्मचारी आज दिनांक से कार्यालय समय पर उपस्थित हो तथा कार्यालय के लिए जो ड्रेस कोड है उसी ड्रेस पर कार्यालय में उपस्थित हो लापरवाही करने वालो पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी यह पत्र सोशल मीडिया में बहुत ही तेजी से वायरल हुआ था जिस पत्र के आधार पर दबंग पब्लिक प्रवक्ता ने 14 अगस्त को खबर का प्रकाशन करते हुए जिले के तथा संभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गयी थी।

*फर्जी सीएमओ द्वारा जारी पत्र*


*नही हुई कोई कार्यवाही*

05 अगस्त को दैनिक वेतन भोगी जो अपने पद से त्यागपत्र दे चुका हैं फर्जी सीएमओ बनकर पत्र जारी कर दिया वह पत्र डूमर कछार नगर परिषद से घूमता हुआ सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा था सारी बातों का संज्ञान होने के बाद भी उच्च अधिकारी उसके खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही कर सके खबर का भी प्रकाशित हो गया उसके बाद भी जिम्मेदारों की नींद नहीं खुली शायद अभी भी कुम्भकर्णी नींद में सो रहे हैं पता नही फर्जी सीएमओ को अभयदान क्यू दिया जा रहा है ये लोगो की समझ से परे हैं। इतने बड़े फर्जी मामले में कार्यवाही न होना दाल में कुछ काल प्रतीत होता हैं।

*ये है है दिया हुआ त्यागपत्र*

*भर्ती घोटाले से कनेक्शन*

सूत्र और लोगो का कहना है कि जयकांत मेहता के ऊपर प्रशासन कार्यवाही इसलिए नही कर पा रही हैं कि जो वहां पर फर्जी भर्ती घोटाला हुआ है उसका सारा राज शायद जयकांत को मालूम है इसके ऊपर कार्यवाही करने से पूरा राज कही उगल न दे जिससे उसमे जो जिले संभाग के बड़े बड़े अधिकारियों और नेताओं की पोल न खुल जाए जिससे प्रशासन इस कार्यवाही से बचकर मामले को ठंडे बस्ते में डालने की योजना बना रही हैं।

*दे चुका है त्यागपत्र*

फर्जी सीएमओ जयकांत मेहता दैनिक वेतन भोगी पद से 22 जून 2021 को एक आवेदन देते हुए लिखा है कि मैं।अपनी स्वेक्षा से अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूँ मेरा 2 माह का वेतन दे दिया जाए और मेरे पद पर किसी जरूरत मंद व्यक्ति की नियुक्ति कर ली जाए मुझे कोई आपत्ति नही होगी और 2 माह बाद सीएमओ बनकर पत्र जारी कर रहा है।

*कर्मचारी जनता असमंजस में*

डूमर कछार नगर परिषद में पहले से प्रभारी सीएमओ राजेन्द्र कुशवाहा पदस्थ है उसके बाद भी जयकांत मेहता फर्जी सीएमओ बनकर घूम रहा है वहां के कर्मचारी और जनता असमंजस में है कि हमारा सीएमओ कौन है। कल तक जो व्यक्ति दैनिक वेतनभोगी मस्टर रोल में काम कर रहा था रातो रात अचानक सीएमओ कैसे बन गया लोगो की समझ से परे है वहाँ पर पदस्थ सीएमओ को जानकारी है तब भी वह कुछ नही कर पा रहे हैं।

*अदना सा कर्मचारी बना बॉस*

नगर परिषद का एक छोटा सा कर्मचारी बॉस बनकर सारे लोगोंको अपनी उंगलियों में नचा रहा है उसके बाद भी प्रशासन उसका कुछ नही कर पा रहा है जिले में इतने बड़े बड़े अधिकारियों के रहते कुक भी कर पाने में लाचार दिख रहे हैं सारे लोगो को ये अपनी कठपुतली बनाकर अपने हिसाब से नचा रहा है इसके पीछे असल मकसद क्या है ये पूरा मामले के खुलासे के बाद ही पता चल पाएगा।

*होनी चाहिए कार्यवाही*

लोगो का कहना है कि यह छोटा सा कर्मचारी पूरे प्रशासन को हिला कर रख चुका है फर्जी सीएमओ बनकर पत्र जारी करके प्रशासन को खुला चैलेंज कर रहा है ऐसे बहरूपिये कर्मचारी पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए अगर इसका हौसला ऐसे ही बुलंद रहा तो कभी भी कलेक्टर के नाम से भी पत्र जारी कर देगा। 

*कुर्सी तोड़ सीएमओ*

जब से तीनों नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ राजेन्द्र कुशवाहा को बनाया गया हैं तब से ये सीएमओ हमेशा सुर्खियों में रहते हैं कोई भी व्यक्ति इनसे कर्मचारियो की सूची की मांग करता है, कितने कर्मचारी नगर परिषद में कार्य कर रहे है कहते हैं हमको कुछ नहीं तो काहे के सीएमओ केवल बैठ कर कुर्सी तोड़कर पगार लेकर मलाई छान रहे हैं जिनके क्षेत्र में कोरोना टीके के कूपन 50 रुपये में बिक चुके हैं। भाजपा के लोगो से वैक्सीन सेंटर में कूपन बंटवा रहे थे। किसी भी मामले में इनके मोबाइल में काल करे तो कभी इनका मोबाइल नही उठता पता नही ये वहां काम करने गये है कि सोने ये अपने हिसाब से काम करने में विश्वास करते हैं। 

*घोटाले का गढ़ बना*

जिले के कोयलांचल क्षेत्र के नवगठित नगर परिषद डूमर कछार, डोला, वनगंवा में कई माह से फर्जी भर्ती का मामला सुर्खियों में है तीनो नगर परिषद में सैकड़ो भर्ती और संविलियन फर्जी रूप से की गई है जिसकी शिकायत जिले, संभाग, प्रदेश, एवं प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली तक हो गयी हैं। मगर अभी तो कुछ भी कार्यवाही नही होते दिख रही हैं जिले संभाग के बड़े अधिकारियों, जनप्रतिनिधियो, नेताओ, के लोगो को भर्ती कर लिया है। लोगो का कहना है कि यहाँ पर सब संभव है कुछ भी हो सकता है। चंद रुपयों के लिये लोग अपना ईमान धर्म सब बेच दे रहे हैं। इस फर्जी भर्ती का मास्टर करोड़ो रूपये कमा कर सारे लोग को पंजीरी की तरह रुपये बांटकर अपने पक्ष में करता जा रहा है।

*इनका कहना है*

सीएमओ राजेन्द्र कुशवाहा इस मामले की जांच कर रहे हैं सपा उनसे बात कर ले वही पूरी जानकारी बता पाएंगे।

*मकबूल खान संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल*

यह मामला मेरे संज्ञान में नही है न ही मेरे पास ऐसी कोई शिकायत आयी है आपने बताया है मैं पूरे मामले को दिखवाता हूँ।

*ऋषि सिंघई एसडीएम कोतमा*


Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget