रामनारायण मिश्रा बने मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष, लोगो ने दी बधाइयां
शहडोल/गोहपारू
सेमरा गोहपारू निवासी रामनारायण मिश्रा सरल एवं मिलनसार व्यक्तित्व के धनी हैं बहुत ही कम समय मे ये हर क्षेत्र अपनी जगह बनाई है भारतीय जनता पार्टी में युवा ग्रामीण क्षेत्र के उभरते हुए नेता हैं इनको शहडोल जिले के भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट में जिला अध्यक्ष के पद पर नियुक्त हुई है रामनारायण मिश्रा ग्राम सेमरा जनपद पंचायत गोहपारू के रहने वाले हैं। वर्तमान में रामनारायण मिश्रा भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी के दायित्व का भी निर्वहन भी कर रहे हैं।अब भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट द्वारा राम नारायण मिश्रा को शहडोल जिले की कमान सौंपी गई है। यह संगठन मानव अधिकारों की रक्षा एवं उन्हें न्याय दिलाने के लिए बनाया गया है। क्षेत्र में श्री राम नारायण मिश्रा के जिला अध्यक्ष बनने से खुशी का माहौल है, जिले के लोगो ने रामनारायण मिश्रा को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। इनकी नियुक्ति से मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट का जिले में एक अच्छी गति मिलेगी, और पूर्ण विश्वास हैं कि ट्रस्ट के कार्य एवं उद्धेश्य पर खरा उतरेंगे, और आम लोगो तक इसके कार्य उद्धेश्य पहुचाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
*ट्रस्ट के कार्य एवं उद्देश्य*
भारत के किसी भी स्थान पर धर्मशाला, गौशाला, वृद्धाश्रमबालसुधार गृह आदि का निर्माण करना तथा बिना धर्म, जाति रंग व लिंग भेद के सभी व्यक्तियों के हित में चलाना, शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए कोई संस्थान विद्यालय, महाविद्यालय और पुस्तकालय चलाना व विश्वविद्यालय स्थापित करना, वृद्ध, गरीब, असहाय बच्चों, महिलाओं व विकलांगों के उत्थान के लिए कार्य करना, समान उद्देश्य वाले संस्थान को दान देना, विवाहित पति पत्नी की समस्याओं का निराकरण करना, बढ़ती जनसंख्या से होने वाले नुकसान से लोगों को जागृत करना, रोगों की रोकथाम के लिए साहित्य व पेम्पलेट छपवाना तथा चिकित्सा व दवाइयों की व्यवस्था करना कैंप लगाना संभव हो तो चिकित्सालय स्थापित करना, जाति धर्म रंग व लिंग भेद के बिना गरीब विद्यार्थियों को गुजारे के लिए या चिकित्सा के लिए एक बार या समयबद्ध सहायता प्रदान करना, भारत की प्राचीन संस्कृति व महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में कोई निर्माण करवाना तथा प्रचार करना, जन सामान्य के लिए शुद्ध पीने के पानी के प्याऊ का निर्माण करना या व्यवस्था करना, आदिवासियों और खानाबदोश जनजातियों के उत्थान के लिए कार्य करना।